दुर्ग: केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय और राज्य शासन के सहयोग से 25 से 31 जुलाई 2022 तक बिजली महोत्सव मनाया जा रहा है. इस दौरान सभी जिलों में दो कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसमें छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी सहित केंद्रीय विद्युत उपक्रम आरईसी लिमिटेड, एनटीपीसी सहित अन्य उपक्रम संयुक्त रूप से शामिल हुए. इसमें जिला प्रशासन की भी अहम भागीदारी है. इसी कड़ी में दुर्ग जिला मुख्यालय में बिजली महोत्सव का आयोजन किया गया. गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू बिजली महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए. ताम्रध्वज साहू ने कहा लाइन कर्मचारियों की तारीफ करते हुए कहा कि ''विद्युत कर्मचारी आंधी तूफान और बारिश में संघर्ष करते हैं.'' (bijli mahotsav held in Durg)
बिजली से बढ़ी सुविधाएं: दुर्ग शहर विधायक अरुण वोरा ने कहा कि ''बिजली से लोगों का जीवन आसान हुआ है. लोगों की सुविधाएं बढ़ीं हैं. राज्य के बिजली उत्पादन और ऊर्जा विकास को प्रोत्साहित करने के लिए यह उत्सव मनाया जाता है.''
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दुर्ग में 5 लाख बिजली उपभोक्ता: बिजली महोत्सव के माध्यम से बताया गया कि देश में बिजली का उत्पादन 2 लाख 48 हजार मेगावाट से बढ़कर चार लाख मेगावाट हो चुका है. छत्तीसगढ़ पड़ोसी देशों को बिजली निर्यात करता है. उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली मिले इसके लिए विद्युत विकास के कार्यों में तेजी आई है. अकेले दुर्ग जिले में 5 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता हैं. छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी द्वारा 400 यूनिट तक आधे दर पर जिले के उपभोक्ताओं को 311 करोड़ 56 लाख रुपए की छूट दी गई है. जिले में मुख्यमंत्री शहरी विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत 1135 कार्य 27 करोड़ 44 लाख रुपए की लागत से काम हुआ है. सौभाग्य योजना के अंतर्गत जिले के 13429 घरों को विद्युत कनेक्शन दिया गया है.
योजनाओं की जानकारी: इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ शासन की बिजली बिल हाफ योजना, मोर बिजली एप, मुख्यमंत्री शहरी विद्युतीकरण योजना, मुख्यमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण योजना सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी गई. केंद्र सरकार की सौभाग्य योजना एवं डीडीयूजीजेवाई योजना, कुसुम योजना और उपभोक्ता के अधिकार, क्रेडा विभाग द्वारा जिला दुर्ग में स्थापित सौर संयंत्रों की परियोजनावार जानकारी भी दी गई. बिजली महोत्सव कार्यक्रम में भारत सरकार और राज्य सरकार के द्वारा ऊर्जा, वैकल्पिक ऊर्जा, वितरण एवं ट्रांसमिशन के क्षेत्र में किए गए कार्यों की उपलब्धियों, योजनाओं का प्रदर्शन बैनर, पोस्टर, आडियो विजुअल, नुक्कड़ नाटक सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए किया गया.