धमतरी: धमतरी में दुकानों का किराया वसूलने निगम की टीम ने सख्ती शुरू कर दी है. मंगलवार को निगम के एक कॉम्प्लेक्स के 17 में से 15 दुकानों को निगम की राजस्व शाखा ने सील (Dhamtari Municipal Corporation sealed the shops) कर दिया है. कार्रवाई से हड़बड़ाए बकायादारों ने फौरन मौके पर ही धमतरी नगर निगम की बकाया राशि का भुगतान किया. उन दुकानदारों पर सीलिंग की कार्रवाई नहीं की गई. हालांकि कार्रवाई के दौरान मौके पर जमकर विवाद भी हुआ.
दुकानदार ने नहीं चुकाया था किराया: धमतरी के इंडोर स्टेडियम में बने इस कॉम्प्लेक्स में 17 दुकानों को 5 साल पहले अलाट किया गया था. लेकिन आज तक एक भी दुकानदार ने बतौर किराया एक रुपये भी नहीं (sealed the shops for not paying dues in dhamtari) चुकाया था. एक दुकानदार का तो करीब डेढ़ लाख रुपये बकाया है. निगम ने बताया कि "सभी दुकानदारों से 5 साल का किराया लेना है जिसकी कुल राशि 27 लाख रुपये होती है.
नोटिस देने पर भी राशि जमा नहीं किया: मंगलवार को धमतरी नगर निगम की टीम बकायादारों के दुकानों को सील करने की कार्रवाई पर निकली थी. धमतरी के आमा तालाब रोड स्थित नगर निगम इंडोर स्टेडियम काम्प्लेक्स में निगम की टीम ने कार्रवाई की. इस कॉम्प्लेक्स में 17 दुकान संचालित हैं, जिनमे से किसी ने भी पिछले पांच साल से धमतरी नगर निगम को किराया नहीं चुकाया है. नगर निगम द्वारा नोटिस भेजकर इन बकायादारों को किराया चुकाने भी कहा जाता रहा, लेकिन किसी ने भी राशि जमा नहीं किया. जिसके बाद धमतरी नगर निगम की टीम ने सीलबंदी की कार्रवाई शुरू की हैं. इस कार्रवाई के दौरान विवाद भी देखने को मिला.
निगम की कार्रवाई से व्यापारियों में हड़कंप: धमतरी नगर निगम के राजस्व विभाग अधिकारी निखिल चंद्राकर ने बताया कि "17 दुकानों में से बहुत से लोगों ने प्रीमियम राशि जमा नहीं की है. इसके साथ ही दुकान के किराए भी पिछले 5 साल से जमा नहीं किये हैं. कुल मिलाकर सभी दुकानों के 27 लाख रुपए बकाया है, जिसके चलते कार्रवाई की गई है. 17 दुकानों में से 2 दुकानदारों ने तुरंत रकम जमा करवा दिया है, जिसके चलते 2 दुकानें को छोड़कर बाकी 15 दुकानों पर सीलबंदी की कार्रवाई की गई है. नगर निगम की इस कार्रवाई से व्यापारियों में हड़कंप है. नगर निगम आगे भी इस तरह की कार्यवाही बकायेदारों पर करने की बात कह रही है.