बिलासपुर : पूरी दुनिया में कोरोना महामारी ने तांडव मचा रखा था. इस संक्रमण ने लोगों को एक दूसरे से दूर कर दिया था. एक दूसरे के साथ रहना तो दूर लोग एक दूसरे से मिलने से भी परहेज करने लगे थे. कोरोना संक्रमण ने लाखों लोगों को मौत के मुंह में पहुंचाया. ऐसे समय में पूरी दुनिया में एक ऐसा वर्ग था, जो अपनी जान जोखिम में डालकर मानव सेवा कर रहे थे. पूरी दुनिया में डॉक्टरों ने अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने का काम किया है. बिलासपुर में भी कोरोना की दूसरी लहर ने तांडव मचा दिया था. ऐसे में बिलासपुर के शासकीय अस्पतालों में ड्यूटी देने वाले डॉक्टरों ने अपनी जिंदगी खतरे में डालकर मानव सेवा को परम सेवा माना और कोरोना संक्रमित मरीजों की 24 घंटे सेवा की.
सीएम के हाथों होगा सम्मान : डॉक्टर आरती पांडेय ने बताया कि ''कोरोना वारियर्स के रूप में सम्मान तो उन्हें बहुत मिले हैं, लेकिन इस बार प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों सम्मानित होने वाली (Lady doctor of Bilaspur will be respected) हैं. इस सम्मान के पीछे उन्होंने तर्क दिया कि काफी खुशी होती है कि जब आपकी मेहनत किसी के काम आती है और आपकी मेहनत की कद्र भी की जाती है. उनकी मेहनत का कद्र किया गया है और उन्हें सम्मानित किया जा रहा हैं. इस बात से भी वो खुश हैं कि उन्होंने अपने डॉक्टरी पेशे की लाज रखते हुए और खुद को बचाते हुए कोरोना के मरीजों की लगातार आज तक सेवा की.''