अंबिकापुर: कान्हा के जन्मोत्सव में पूरा देश डूबा हुआ है. सरगुजा पैलेस प्रांगण में स्थित संभाग का सबसे पुराने राधा-बल्लभ मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी. लोग त्योहार की तैयारी जोर-शोर से कर रहे हैं तो मंदिरों में भक्तों उमड़ने लगे हैं.
ये शहर का 150 साल पुराना कृष्ण मंदिर है. यहां न सिर्फ अंबिकापुर से लोग आते हैं बल्कि दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन को उमड़ते हैं. यहां दर्शन के लिए आई मंजू जायसवाल ने बताया कि ये मंदिर राजाओं के समय मे बनाया गया है. वे कहती हैं कि छात्र जीवन से ही वे मंदिर में पूजा करने सपरिवार आती हैं.
पढ़ें: अम्बिकापुर: मेडिकल कॉलेज के मरच्युरी में नहीं है फ्रीजर, शव की हो रही दुर्दशा
वे कहती हैं कि मान्यताएं हैं, सच्चे मन से यहां जो मांगो पूरा होता है. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाने दूर-दूर से भक्त यहां आते हैं.
वहीं पुजारी रामनरेश ने बताया कि ये मंदिर सरगुजा के महाराज टीएस सिंहदेव के पूर्वजों ने इस मंदिर का निर्माण कराया था.
जन्माष्टमी पर यहां झूले में भगवान को झुलाया जाता है. आरती होती है और उनका मनपसंद भोग लगाया जाता है.