ETV Bharat / city

सरगुजा में कम बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता

author img

By

Published : Jul 19, 2022, 7:51 PM IST

Updated : Jul 20, 2022, 4:34 PM IST

सरगुजा में कम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी (less rain in surguja increased farmers concern) है. कम वर्षा के कारण किसानों को खेती किसानी में दिक्कत आ रही है.

less rain in surguja increased farmers concern
सरगुजा में कम बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता

सरगुजा : सावन का महीना आ चुका है लेकिन अब तक सरगुजा में वर्षा नही हो रही है. थोड़ा बहुत खंड वर्षा के आलवा नियमित वर्षा बेहद कम हुई.अब धान की फसल लगाने वाले किसान बेहद चिंतित हैं. खेतों में धान की नर्सरी लगा लिये हैं, लेकिन पानी की कमी से खेत सूख रहे ( no good rain in Surguja division) हैं. नर्सरी खराब हो रही (Crops are in danger due to less rain in Surguja) है. मौसम विभाग के अनुसार सरगुजा में 68 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है. ETV भारत ने खेतों में जाकर पड़ताल की और किसानों से जाना की क्या हाल है खेती का.

सरगुजा में कम बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता

किसान बेहद चिंतित दिखे : किसान राकेश यादव कहते हैं " यहां तो पूरा सूखा पड़ा है दरार फट रहा है पानी की वजह से थरहा लगाए हैं उसके उखाड़ने का समय हो गया है. लेकिन पानी की वजह से उखाड़ भी नही पा रहे हैं. जोताई भी नही कर पा रहे हैं. इस समय तक रोपा लगाने लगते थे, लेकिन इस वर्ष तो अभी तक नर्सरी भी नही उखाड़ पाये हैं. 15 दिन लेट हो रहा (Farmers are dependent on rain in Surguja) है"


बर्बाद हो गई नर्सरी : महिला किसान शिव कुमारी पैकरा बताती हैं " सूखा पड़ा है, खेत में उरद बुन दिए हैं, धान का जरई आधा मर गया" असल मे महिला ने धान की नर्सरी लगाई थी लेकिन वर्षा नही होने की वजह से उनकी नर्सरी भी खराब हो चुकी है. अब पानी अगर नही बरसा तो फसल चौपट हो जाएगी.''


खेत में पड़ रही दरार : किसान बहोलन दास कहते हैं " बारिश आबे नही कर रहा है, दरार पड़ रहा है खेत फट रहा है, नुकसान हो जायेगा" बहोलन दास के खेत में जब हम पहुंचे तो जमीन सूख चुकी थी और उसमें जमीन में फटी हुई दरारें दिखाई दे रही थी. जबकी धान की फसल को पर्याप्त पानी की जरूरत होती है. खेत पानी से लबालब भरे होने चाहिये.''

सरगुजा संभाग में पानी हुआ कम : सरगुजा और प्रदेश में बारिश के हाल के लिए हमने मौसम विभाग से संपर्क किया. मौसम विज्ञानी अक्षय मोहन भट्ट ने बताया " सरगुजा संभाग में सबसे कम वर्षा जो हुई है. वो सरगुजा संभाग में ही है, खासकर के सरगुजा, बलरामपुर और जशपुर जिले में 67 से 68 प्रतिशत वर्षा सामान्य से कम है. इसके अलावा जो संभाग के अन्य जिले हैं कोरिया, सूरजपुर यहां भी सामान्य से करीब 45 प्रतिशत वर्षा कम (No chance of good rain in Surguja) है. इसके इतर अगर हम सरगुजा संभाग को छोड़कर पूरे छत्तीसगढ़ में देखें तो सामान्य वर्षा दर्ज की गई है. कुछ जगहों में सामान्य से अधिक वर्षा है और कुछ जगहों में सामान्य के लगभग वर्षा हो चुकी है, मतलब छत्तीसगढ़ में सरगुजा संभाग को छोड़ दें तो छत्तीसगढ़ में अच्छी वर्षा हो रही है"


एक दो दिन में हो सकती है अच्छी बारिश : बारिश ना होने के कारण और आने वाले दिनों की स्थिति पर अक्षय मोहन भट्ट बताते हैं " इस वर्ष देखने मे ये आया कि जितने भी मानसून के घटक होते है वो या तो छत्तीसगढ़ के ऊपर से नार्थ ईस्ट की ओर निकल जाते हैं, या तो ओड़िसा में जो कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ था. वो साउथ छत्तीसगढ़ की तरफ से होते हुए विदर्भ की ओर निकल गया, नार्थ छत्तीसगढ़ में अभी तक मानसून की कोई खास गतिविधि सक्रिय नही हो सकी है, उम्मीद करते हैं कि अभी मौसम में कुछ बदलाव दिख रहा है जिससे एक दो दिन में अच्छी बारिश हो सकती है"

बेहद कम बारिश वाले जिले : सरगुजा में 67% बलरामपुर में 67% जशपुर में 68% इसके अलावा कोरबा में 21% कोरिया में 47, सूरजपुर में 41, रायगढ़ में 11, बेमेतरा में 15% और रायपुर में 27 प्रतिशत वर्षा सामान्य से कम हुई है.


सामान्य वर्षा वाले जिले : बलौदाबाजार 20%, बस्तर 20%, बिलासपुर 20%, गरियाबंद 34%, जांजगीर 27%, धमतरी 47%, कबीरधाम 54%, कांकेर 45%, कोंडागांव 26%, मुंगेली 42% और नारायणपुर में 28%, दंतेवाड़ा में 3%, दुर्ग में 13%, महासमुंद में में 17%, सुकमा में 16% सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई।



सामान्य से अधिक वर्षा : वहीं प्रदेश में कुछ जिले ऐसे है. जहां सामान्य से काफी अधिक वर्षा हो चुकी है जिसमे बालोद जिले में 64% और बीजापुर में तो 179 प्रतिशत औसत से अधिक वर्षा हो चुकी है.

सरगुजा : सावन का महीना आ चुका है लेकिन अब तक सरगुजा में वर्षा नही हो रही है. थोड़ा बहुत खंड वर्षा के आलवा नियमित वर्षा बेहद कम हुई.अब धान की फसल लगाने वाले किसान बेहद चिंतित हैं. खेतों में धान की नर्सरी लगा लिये हैं, लेकिन पानी की कमी से खेत सूख रहे ( no good rain in Surguja division) हैं. नर्सरी खराब हो रही (Crops are in danger due to less rain in Surguja) है. मौसम विभाग के अनुसार सरगुजा में 68 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है. ETV भारत ने खेतों में जाकर पड़ताल की और किसानों से जाना की क्या हाल है खेती का.

सरगुजा में कम बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता

किसान बेहद चिंतित दिखे : किसान राकेश यादव कहते हैं " यहां तो पूरा सूखा पड़ा है दरार फट रहा है पानी की वजह से थरहा लगाए हैं उसके उखाड़ने का समय हो गया है. लेकिन पानी की वजह से उखाड़ भी नही पा रहे हैं. जोताई भी नही कर पा रहे हैं. इस समय तक रोपा लगाने लगते थे, लेकिन इस वर्ष तो अभी तक नर्सरी भी नही उखाड़ पाये हैं. 15 दिन लेट हो रहा (Farmers are dependent on rain in Surguja) है"


बर्बाद हो गई नर्सरी : महिला किसान शिव कुमारी पैकरा बताती हैं " सूखा पड़ा है, खेत में उरद बुन दिए हैं, धान का जरई आधा मर गया" असल मे महिला ने धान की नर्सरी लगाई थी लेकिन वर्षा नही होने की वजह से उनकी नर्सरी भी खराब हो चुकी है. अब पानी अगर नही बरसा तो फसल चौपट हो जाएगी.''


खेत में पड़ रही दरार : किसान बहोलन दास कहते हैं " बारिश आबे नही कर रहा है, दरार पड़ रहा है खेत फट रहा है, नुकसान हो जायेगा" बहोलन दास के खेत में जब हम पहुंचे तो जमीन सूख चुकी थी और उसमें जमीन में फटी हुई दरारें दिखाई दे रही थी. जबकी धान की फसल को पर्याप्त पानी की जरूरत होती है. खेत पानी से लबालब भरे होने चाहिये.''

सरगुजा संभाग में पानी हुआ कम : सरगुजा और प्रदेश में बारिश के हाल के लिए हमने मौसम विभाग से संपर्क किया. मौसम विज्ञानी अक्षय मोहन भट्ट ने बताया " सरगुजा संभाग में सबसे कम वर्षा जो हुई है. वो सरगुजा संभाग में ही है, खासकर के सरगुजा, बलरामपुर और जशपुर जिले में 67 से 68 प्रतिशत वर्षा सामान्य से कम है. इसके अलावा जो संभाग के अन्य जिले हैं कोरिया, सूरजपुर यहां भी सामान्य से करीब 45 प्रतिशत वर्षा कम (No chance of good rain in Surguja) है. इसके इतर अगर हम सरगुजा संभाग को छोड़कर पूरे छत्तीसगढ़ में देखें तो सामान्य वर्षा दर्ज की गई है. कुछ जगहों में सामान्य से अधिक वर्षा है और कुछ जगहों में सामान्य के लगभग वर्षा हो चुकी है, मतलब छत्तीसगढ़ में सरगुजा संभाग को छोड़ दें तो छत्तीसगढ़ में अच्छी वर्षा हो रही है"


एक दो दिन में हो सकती है अच्छी बारिश : बारिश ना होने के कारण और आने वाले दिनों की स्थिति पर अक्षय मोहन भट्ट बताते हैं " इस वर्ष देखने मे ये आया कि जितने भी मानसून के घटक होते है वो या तो छत्तीसगढ़ के ऊपर से नार्थ ईस्ट की ओर निकल जाते हैं, या तो ओड़िसा में जो कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ था. वो साउथ छत्तीसगढ़ की तरफ से होते हुए विदर्भ की ओर निकल गया, नार्थ छत्तीसगढ़ में अभी तक मानसून की कोई खास गतिविधि सक्रिय नही हो सकी है, उम्मीद करते हैं कि अभी मौसम में कुछ बदलाव दिख रहा है जिससे एक दो दिन में अच्छी बारिश हो सकती है"

बेहद कम बारिश वाले जिले : सरगुजा में 67% बलरामपुर में 67% जशपुर में 68% इसके अलावा कोरबा में 21% कोरिया में 47, सूरजपुर में 41, रायगढ़ में 11, बेमेतरा में 15% और रायपुर में 27 प्रतिशत वर्षा सामान्य से कम हुई है.


सामान्य वर्षा वाले जिले : बलौदाबाजार 20%, बस्तर 20%, बिलासपुर 20%, गरियाबंद 34%, जांजगीर 27%, धमतरी 47%, कबीरधाम 54%, कांकेर 45%, कोंडागांव 26%, मुंगेली 42% और नारायणपुर में 28%, दंतेवाड़ा में 3%, दुर्ग में 13%, महासमुंद में में 17%, सुकमा में 16% सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई।



सामान्य से अधिक वर्षा : वहीं प्रदेश में कुछ जिले ऐसे है. जहां सामान्य से काफी अधिक वर्षा हो चुकी है जिसमे बालोद जिले में 64% और बीजापुर में तो 179 प्रतिशत औसत से अधिक वर्षा हो चुकी है.

Last Updated : Jul 20, 2022, 4:34 PM IST

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.