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Gauthan Pathshala in Surguja: सरगुजा की गौठान पाठशाला में महिलाएं करती हैं इस विषय की पढ़ाई - छत्तीसगढ़ की खबर

आपने कई तरह की पाठशाला, स्कूल-कॉलेज के बारे में देखा-सुना होगा, लेकिन क्या कभी गौठान पाठशाला (Gauthan Pathshala in Surguja) का नाम सुना है. आइये जानते हैं आखिर क्या है ये गौठान पाठशाला...

Gauthan Pathshala in Surguja
सरगुजा की गौठान पाठशाला में महिलाओं को फार्मिंग की ट्रेनिंग
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Published : Jan 25, 2022, 5:27 PM IST

Updated : Jan 25, 2022, 6:51 PM IST

सरगुजा: सरगुजा के गौठन पाठशाला (Gauthan Pathshala in Surguja) में महिलाओं को फार्मिंग की ट्रेनिंग दी जा रही. प्रशिक्षक यहां महिलाओं को खेती और दूसरी फार्मिंग में कम समय और लागत में अच्छी पैदावार पाने के तरीके बताते हैं. ETV भारत आपको सरगुजा जिले के सोहगा गौठान ( Surguja Sohga Gauthan) के बारे में बता रहा है. यहां गौठान में पाठशाला लगती है. यह एक ऐसी पाठशाला है, जिसमें स्टूडेंट्स सिर्फ महिलाएं होती हैं. महिलाओं को यहां कई तरह की फार्मिंग के बारे में बताया जाता है.

सरगुजा की गौठान पाठशाला में महिलाओं को फार्मिंग की ट्रेनिंग

सोहगा के गौठान पाठशाला से अलग-अलग समूह की महिलाएं हो रहीं प्रशिक्षित

महिलाओं को यहां मशरूम खेती, बकरी पालन, मुर्गी पालन, सब्जी की खेती, बोरे का निर्माण, ह्यूमिक एसिड निर्माण, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इन सभी विषयों की पढ़ाई इस पाठशाला में कराई जाती है. गौठान पाठशाला में पढ़ रही महिलाएं भी इससे संतुष्ट हैं, क्योंकि प्रशिक्षण के पहले और प्रशिक्षण के बाद उनके हुनर में अंतर आया है. अब वे अपने काम को बेहतर ढंग से कर पा रही हैं. तकनीकी जानकारी लेने के बाद महिलाओं को ना सिर्फ काम करने में आसानी हो रही है बल्कि उनकी आमदनी में भी इजाफा हो रहा है.

गौठान पाठशाला में प्रशिक्षण

सोहगा के गौठान पाठशाला का लाभ सिर्फ एक गौठान नहीं बल्कि जिले की सभी गौठानों की महिलाओं को मिल रहा है. जिले भर के महिला समूह यहां प्रशिक्षण लेने आते हैं. इस गौठान में महिलाएं प्रशिक्षण लेने के साथ ही एक्सपोजर विजिट कर यहां संचालित गतिविधियों की जानकारी भी ले सकती हैं. इस पाठशाला में प्रशिक्षण के जरिए दूसरे गौठानों की महिलाएं तकनीकी जानकारी हासिल कर रहीं हैं. फिर अपने गौठान में संचालित गतिविधियों को बेहतर तरीके से संचालित कर रहीं हैं.

भूमिहीन किसानों को 6000 रुपये सालाना देगी भूपेश सरकार, अक्षय तृतीया, तीज, दीवाली पर मिलेगी किस्त

छत्तीसगढ़ सरकार ने नरवा, गुरवा, घुरवा और बाड़ी योजना के तहत प्रदेश भर में गौठान का निर्माण कराया है. इन गौठानों मे मल्टीएक्टिविटी सेंटर बनाकर महिलाओं को विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से रोजगार से जोड़ा गया है. इन गतिविधियों को करने से पहले महिलाओं को गौठान पाठशाला में प्रशिक्षण दिया जाता है. अलग-अलग महिला समूह अलग-अलग तरह के स्वरोजगार करती हैं. उन्हें उनके विषय का प्रशिक्षण गौठान पाठशाला में दिया जाता है. प्रशिक्षित होने के बाद महिलाएं अपने काम को और बेहतर ढंग से कर रही हैं.

सरगुजा: सरगुजा के गौठन पाठशाला (Gauthan Pathshala in Surguja) में महिलाओं को फार्मिंग की ट्रेनिंग दी जा रही. प्रशिक्षक यहां महिलाओं को खेती और दूसरी फार्मिंग में कम समय और लागत में अच्छी पैदावार पाने के तरीके बताते हैं. ETV भारत आपको सरगुजा जिले के सोहगा गौठान ( Surguja Sohga Gauthan) के बारे में बता रहा है. यहां गौठान में पाठशाला लगती है. यह एक ऐसी पाठशाला है, जिसमें स्टूडेंट्स सिर्फ महिलाएं होती हैं. महिलाओं को यहां कई तरह की फार्मिंग के बारे में बताया जाता है.

सरगुजा की गौठान पाठशाला में महिलाओं को फार्मिंग की ट्रेनिंग

सोहगा के गौठान पाठशाला से अलग-अलग समूह की महिलाएं हो रहीं प्रशिक्षित

महिलाओं को यहां मशरूम खेती, बकरी पालन, मुर्गी पालन, सब्जी की खेती, बोरे का निर्माण, ह्यूमिक एसिड निर्माण, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इन सभी विषयों की पढ़ाई इस पाठशाला में कराई जाती है. गौठान पाठशाला में पढ़ रही महिलाएं भी इससे संतुष्ट हैं, क्योंकि प्रशिक्षण के पहले और प्रशिक्षण के बाद उनके हुनर में अंतर आया है. अब वे अपने काम को बेहतर ढंग से कर पा रही हैं. तकनीकी जानकारी लेने के बाद महिलाओं को ना सिर्फ काम करने में आसानी हो रही है बल्कि उनकी आमदनी में भी इजाफा हो रहा है.

गौठान पाठशाला में प्रशिक्षण

सोहगा के गौठान पाठशाला का लाभ सिर्फ एक गौठान नहीं बल्कि जिले की सभी गौठानों की महिलाओं को मिल रहा है. जिले भर के महिला समूह यहां प्रशिक्षण लेने आते हैं. इस गौठान में महिलाएं प्रशिक्षण लेने के साथ ही एक्सपोजर विजिट कर यहां संचालित गतिविधियों की जानकारी भी ले सकती हैं. इस पाठशाला में प्रशिक्षण के जरिए दूसरे गौठानों की महिलाएं तकनीकी जानकारी हासिल कर रहीं हैं. फिर अपने गौठान में संचालित गतिविधियों को बेहतर तरीके से संचालित कर रहीं हैं.

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छत्तीसगढ़ सरकार ने नरवा, गुरवा, घुरवा और बाड़ी योजना के तहत प्रदेश भर में गौठान का निर्माण कराया है. इन गौठानों मे मल्टीएक्टिविटी सेंटर बनाकर महिलाओं को विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से रोजगार से जोड़ा गया है. इन गतिविधियों को करने से पहले महिलाओं को गौठान पाठशाला में प्रशिक्षण दिया जाता है. अलग-अलग महिला समूह अलग-अलग तरह के स्वरोजगार करती हैं. उन्हें उनके विषय का प्रशिक्षण गौठान पाठशाला में दिया जाता है. प्रशिक्षित होने के बाद महिलाएं अपने काम को और बेहतर ढंग से कर रही हैं.

Last Updated : Jan 25, 2022, 6:51 PM IST
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