सरगुजा: प्रदेश की सीमा पर नक्सल प्रभावित जंगली इलाकों में भी जवान अपनी ड्यूटी के साथ कोरोना के खिलाफ अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं. सीआरपीएफ की यह बटालियन छत्तीसगढ़ और झारखंड बॉर्डर पर नक्सल प्रभावित क्षेत्र सबाग में लोगों की मदद कर रही है. ये क्षेत्र बहुत दुर्गम और दूरस्थ है. यहां तक किसी भी तरह की मदद पहुंचाना भी बेहद मुश्किल होता है. ऐसे में सीआरपीएफ ने सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत लोगों की मदद की.
मनीष कुमार मीणा कमांडेंट 62वीं वाहिनी केरिपुबल के निर्देशन में सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत लोगों की मदद की गई. जिला बलरामपुर अन्तर्गत ग्राम कन्जिया, सबाग, नवाडीह, बन्दरचुआं, चंचलचुआं, जलजली, गदामी, पुन्दाग, पीपरढाबा और आसपास के गांवों में निराश्रित और जरूरतमंद परिवारों को कच्चा राशन पैकेट, स्वनिर्मित फेस मास्क, हैंड वॉश, दवायुक्त साबुन और सैनिटाइजर का वितरण किया गया.
900 ग्रामीणों को मिला राशन का पैकेट समेत अन्य सामान
इस मौके पर लगभग 900 की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों को लाभ हुआ. कोविड-19 जैसी महामारी के मद्देनजर साबुन से हाथों को बार-बार धोने, फेस मास्क लगाने और सामाजिक दूरी बनाए जाने से संबंधित जानकारी लोगों को दी गई. ग्रामीणों को पंफलेट और पोस्टर भी बांटे गए. पूरे कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया.
गीत-संगीत से एक-दूसरे की हिम्मत बढ़ा रहे जवान
इतना ही नहीं कोरोना महामारी के इस संकट काल में ये जवान गीत-संगीत के माध्यम से भी एक-दूसरे की हिम्मत बढ़ा रहे हैं और सीमा पर एक सकारात्मक माहौल बनाते हुए क्षेत्र की जिम्मेदारी को बखूबी संभला.
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