गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: उपचुनाव की तारीख घोषित होने से पहले जिला पुलिस में बड़ा फेरबदल किया गया है. एसपी सूरज सिंह परिहार ने इसके लिए आदेश जारी किया है.
![three police station in charge of Gaurela Pendra Marwahi transferred before the by election](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08:36:35:1601305595_cg-bls-05-tabadla-av-cgc10013_28092020202100_2809f_1601304660_726.jpg)
जिले के तीनों थाना प्रभारियों का तबादला किया गया है, जिसमें मनीष सिंह परिहार को मरवाही, युवराज तिवारी को पेंड्रा और सोनल ग्वाला को गौरेला का थाना प्रभारी बनाया गया है.
जोरों पर उपचुनाव की तैयारियां
मरवाही विधानसभा में उपचुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रही है. इसके तहत चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए मध्यप्रदेश के अमरकंटक में 'बॉर्डर मीटिंग' आयोजित की गई. अंतर्राज्यीय सीमा बैठक में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के प्रशासनिक अधिकारी और अनूपपुर जिले के कलेक्टर, पुलिस, वन विभाग और आबकारी विभाग के अधिकारी शामिल हुए.
आपसी सामंजस्य के विषयों पर चर्चा
बैठक में व्यवस्थित निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न कराने के सम्बंध में आपसी सामंजस्य के विषयों पर चर्चा की गई. साथ ही आवश्यक तैयारियों और सहयोग के विषयों पर कार्य योजना बनाई गई. अनूपपुर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर ने कहा विधानसभा उपनिर्वाचन शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के लिए आपसी सामंजस्य बहुत महत्वपूर्ण है.
पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने दिए कई निर्देश
बता दें, बैठक में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार स्थायी वारंटियों, निर्वाचन प्रभावित करने की संभावना वाले तत्वों, पूर्व निर्वाचन में प्राप्त हुए प्रकरणों, नाकों की स्थापना स्थलों पर गश्त बढ़ाने समेत कई दिशा निर्देश दिए.
मरवाही में होना है उपचुनाव
आने वाले दिनों में मरवाही में उपचुनाव होना है. इसके लिए राज्य की तीन पार्टियां यहां जीत का दावा कर रही है. जेसीसी(जे) ने अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. वहीं विपक्ष की पार्टी बीजेपी मरवाही में कांग्रेस के बढ़ते प्रभाव को देखकर आक्रामक हो गई है. नेता लगातार सरकार पर हमला कर रहे हैं. हाल के दिनों में ही नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा था कि पूरे प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हालात लगातार बिगड़ रहे हैं. विकास कार्य पूरी तरह से ठप है. यहां तक कि सड़कों के गड्ढों की मरम्मत के लिए भी सरकार के पास पैसे नहीं है. वहीं मरवाही में करोड़ों रुपए की योजनाओं के जरिए जनता को प्रलोभित करना ही सरकार का एकमात्र लक्ष्य बन गया है.
जोगी परिवार का गढ़ मना जाता है मरवाही विधानसभा
साल 2000 में नए राज्य बनने के बाद अपनी एक अलग पहचान रखने वाली मरवाही विधानसभा सीट जोगी परिवार का गढ़ रहा है. सत्ताधारी कांग्रेस हर हाल में इस सीट पर कब्जा करना चाहती है. जिसके लिए कांग्रेस यहां कोई कसर नहीं छोड़ रही है.कांग्रेस ने इस क्षेत्र के विकास के लिए घोषणाओं की झड़ी लगा दी है. कांग्रेस इस सीट को अपनी पुरानी सीट बताते हुए प्रदेश सरकार के 2 साल में किये गए विकास कार्यों के दम पर विजय हासिल करना चाहती है.
जोगी कांग्रेस कर रही गांवों का दौरा
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता भी लगातार मरवाही क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं. यहां पर जोगी कांग्रेस के लोग मरवाही विधानसभा क्षेत्र के गांवों में जाकर अजित जोगी की तस्वीर बांट रहे हैं. हालांकि जोगी कांग्रेस के पदाधिकारियों की मानें तो क्षेत्र के लोग अजीत जोगी की याद के रूप में उनकी तस्वीर को घरों में रखे हुए हैं.