रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी के रायपुर के टाटीबंध सी हॉक चौक पर देश का गौरव कहे जाने वाले सी हॉक विमान को बड़े शान से लगाया गया था, लेकिन मई महीने में आए आंधी-तूफान के कारण यह विमान नीचे गिर गया था, नीचे गिरने की वजह से सी हॉक विमान का एक विंग टूट गया था. जानकारी के मुताबिक विंग टूटने के बाद भी पहले स्थिति ठीक थी. वहीं टूटे हुए विंग को सुधारने का काम भी उस समय चालू कर दिया गया था, लेकिन टूटे हुए विंग को अभी तक नहीं जोड़ा गया है. दूसरी तरफ टाटीबंध चौक को फिर से बनाने का काम चालू कर दिया गया है.
बता दें, सी हॉक विमान भारतीय सेना का एकल चालित द्रुतगति युद्ध विमान है. इसे भारतीय सेना के विमान वाहन युद्धपोत आईएनएस विक्रांत पर तैनात किया गया था. वहीं भारत पाक के बीच हुए 1965 और 1971 के युद्ध में व्यापक रूप से सी हॉक विमान की सेवा का इस्तेमाल किया गया था. इसे पूर्वी पाकिस्तान (अब यह क्षेत्र बांग्लादेश में है) में युद्धपोत और माल वाहक जहाज को विध्वंस करने में निर्णायक भूमिका निभाने का गौरव प्राप्त है.
पूरे देश का गौरव बढ़ने वाले विमान अब रायपुर के टाटीबंध सी हॉक चौक पर धूल खा रहा है. इस विमान की सुध लेने वाला कोई भी नहीं है और न कोई ऐसा है जो भारत पाक के बीच हुए 1965 और 1971 के युद्ध में निर्णायक भूमिका निभाने वाले इस सी हॉक विमान को इसकी सही जगह तक पहुंचा सके. देश का गौरव बढ़ाने वाले इस विमान को संजोकर रख सके, ताकि आने वाली पीढ़ी इस विमान के अवशेषों को देख कर गौरवान्वित महसूस कर सके. वहीं जिस अवस्था में यह विमान आज पड़ा है उससे नहीं लगता कि आने वाली पीढ़ी के लिए इस विमान का अवशेष बच पाए.
क्या है सी हॉक विमान
40 फीट लंबाई के साथ ही 40 फीट चौड़ाई का यह एयर क्राफ्ट है. इस एयर क्राफ्ट में दो पायलट बैठ कर इसे उड़ाते हैं. यह सभी तरह के हवाई हमले करने में सक्षम है. यह नेवी का सबसे पहला फाइटर प्लेन है.
रायपुर में लगाया गया है एक टैंक, दो आर्टिलरी गन और एक प्लेन
रायपुर के अलग-अलग जगहों पर सेना के टैंक, आर्टिलरी गन और वायुसेना का एक फाइटर प्लेन पहले से ही राजधानी की शोभा बढ़ा रहे हैं. विजयंत टैंक को GE रोड स्थित अनुपम गार्डन के पास चबूतरे में रखा गया है. वहीं आर्टिलरी गन को रायपुर नगर निगम मुख्यालय भवन के मेन गेट के दोनों तरफ रखा गया है. जबकि फाइटर प्लेन मिग-21 (सी 991) को निगम मुख्यालय भवन के सामने स्थित उद्यान में रखा गया है.