रायपुर : छत्तीसगढ़ सब-इंस्पेक्टर भर्ती प्रक्रिया में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने अभ्यर्थियों को तकनीकी जांच करने का आश्वासन दिया था. जिसके दो महीने बीत जाने के बाद भी प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी. जिस पर नाराज अभ्यर्थियों ने रविवार को सिविल लाइन थाने पहुंचकर जांच अधिकारियों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है और अधिकारियों की तलाश की मांग की है.
अभ्यर्थियों का कहना है कि गृहमंत्री ने 23 जून को मीडिया में बयान दिया था कि एसआई भर्ती परीक्षा के तकनीकी जांच करने के लिए दो अधिकारियों की नियुक्ति की गई है. लेकिन उनके बयान के 2 महीने बाद भी भर्ती की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी. इस संबंध में वेबसाइट पर भी किसी प्रकार से कोई जानकारी नहीं दी गई है. अभ्यर्थियों का कहना है कि गृहमंत्री के अनुसार भर्ती प्रक्रिया में जांच के लिए दो अधिकारियों की नियुक्ति की गई है. लेकिन इस मामले की जांच करने जिन दो अधिकारियों को नियुक्त किया गया है, इसकी जानकारी किसी को नहीं हैं. इसलिए वे जांच अधिकारियों की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे हैं.
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बता दें कि साल 2018 में राज्य सरकार ने सूबेदार उप निरीक्षक संवर्ग और प्लाटून कमांडर के 655 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मंगाए थे. इन पदों की भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया 28 अगस्त से 16 अगस्त तक चली थी. इस दौरान छात्रों से आवेदन की फीस तो ले ली गई लेकिन 2 साल का समय बीतने के बाद भी परीक्षा आयोजित नहीं की गई. इसी बीच सरकार बदलने के बाद नई सरकार ने आदेश जारी करते हुए भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया था कि, भर्ती की प्रक्रिया के लिए जांच अधिकारियों की नियुक्ति की गई है. जांच के बाद ही भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.