बस्तर: धुर नक्सल क्षेत्र सुकमा में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. सरकार की पुनर्वास नीति के तहत दो हार्डकोर नक्सलियों ने सरेंडर किया है. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में एक महिला और एक पुरुष नक्सली शामिल हैं. दोनों पर कुल मिलाकर 16 लाख रुपये का इनाम सरकार ने रखा था.
सुकमा एसपी ने दी जानकारी: सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि, "सुकमा जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है. इस कंपेन में पूना नर्कोम अभियान के तहत नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोड़कर, समाज की मुख्य धारा में शामिल होने की सलाह दी जा रही है. इसके तहत सरकार और सुरक्षाबलों को सफलता भी मिल रही है. सुकमा पुलिस के सामने शनिवार को 8-8 लाख रुपये के इनामी, दो नक्सलियों ने सरेंडर किया है. जिसमें हिड़मे मरकाम और पोड़ियम सुक्का शामिल है. दोनों DVCM रह चुके हैं. ये दोनों खूंखार नक्सलियों के बॉडीगार्ड के रूप में भी काम कर चुके हैं. इनसे पुलिस को संगठन के बारे में जानकारी लेने में मदद मिलेगी"
सुकमा एसपी सुनील शर्मा के मुताबिक" नक्सली हिड़मे मरकाम और पोड़ियम सुक्का नक्सल संगठन के कंपनी नंबर पांच और 6 मं सक्रिय थे. यह उत्तर बस्तर माड़ डिवीजन में कई नक्सली वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. सरेंडर करने वाले दोनों नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत 10-10 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दिया जा रहा है. जल्द ही इन्हें पुनर्वास नीति का फायदा भी दिया जाएगा."
महिला नक्सली हिड़मे मरकाम नक्सलियों के प्लाटून नंबर 5 की सदस्य थी. यह 12 बोर हथियार का इस्तेमाल करती थी. तो वहीं पोड़ियम सुक्का साल 2015 से नक्सली संगठन में शामिल रहा है. वह 12 बोर हथियार भी चलाता था. दोनों नक्सली कोसरोण्डा एम्बुश, आमदाई कैम्प हमला, इरपानार एम्बुश और अन्य नक्सली वारदात में शामिल रहे हैं.