पटना : बिहार के गया जिले के नक्सल प्रभावित बाराचट्टी इलाके में रविवार सुबह एक जोनल कमांडर को ढेर कर दिया गया. वहीं दो नागरिक भी मारे गए. नक्सली जोनल कमांडर की पहचान आलोक यादव उर्फ गुलशन के रूप में हुई है. उसके साथ, इस घटना में देवरिया गांव के ग्राम प्रधान के एक साले समेत दो ग्रामीणों की भी मौत हो गई.
गया पुलिस के अतिरिक्त एसपी (ऑपरेशन) राजेश कुमार सिंह ने घटना की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ कोबरा टीम की जवाबी गोलीबारी में आलोक यादव मारा गया.
सिंह ने कहा कि शनिवार की रात छठ पूजा के बाद माहुरी गांव में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. देवरिया गांव के मुखिया के साले ब्रजेंद्र सिंह यादव को महुरी गांव में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था. आधी रात को नक्सलियों ने ब्रजेंद्र सिंह यादव को निशाना बनाकर समारोह में हमला किया. उन्होंने अंधाधुंध गोलियां चलाईं, जिससे यादव के अलावा एक अन्य व्यक्ति भी फायरिंग रेंज में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
अतिरिक्त एसपी ने कहा कि ग्रामीणों ने तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित किया और संदेश को सीआरपीएफ कोबरा टीम तक पहुंचा दिया गया. कोबरा टीम ने तत्काल मामले का संज्ञान लेते हुए आस-पास के इलाकों में खोज अभियान शुरू किया.
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सिंह ने कहा कि नक्सलियों ने खुद को घिरा देख कोबरा टीम पर हमला कर दिया. कोबरा टीम ने भी जवाबी कार्रवाई की. मुठभेड़ एक घंटे तक जारी रही. कोबरा टीम ने सुबह तक कमान संभाली. जब सुबह फिर से खोज अभियान चलाया गया, तो आलोक यादव उर्फ गुलशन नाम का नक्सली घटनास्थल पर मृत मिला. सुरक्षाकर्मियों ने एक एके 47 राइफल, और इंसास राइफल वहां से बरामद किया.
उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ कोबरा टीम की तरफ से आस-पास के इलाकों में खोज अभियान जारी है. मामले के संबंध में एफआईआर संबंधित पुलिस स्टेशन में दर्ज कर लिया गया है. आलोक यादव पर 10 लाख रुपये का इनाम था.