बलरामपुर: जिले के चौकी गणेश मोड़ क्षेत्र के ग्राम खजुरी तुहलू पत्थर पारा में ईंट भट्ठी में ईंट बनाने का काम चल रहा था. इसी दौरान ये हादसा हुआ. बलरामपुर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुशील नायक ने बताया " रविवार को ईंट भट्टा लगाया गया था. यहां 25 हजार ईंट बनाई जा रही थी. इस दौरान राजदेव चेरवा, अपने साथी अजय चेरवा, बनवा, अनुज चरवा के साथ मिलकर खाना खाए और देर रात 2 बजे ईंट भट्ठी के ऊपर सो गए. भट्ठी में आग लगने से गर्मी लगने पर अजय नीचे गिर गया. इसके बाद उसने गांव वालों को बुलाया और भट्ठी पर तीन और लोगों के मौजूद होने की बात कही. "
नशे की हालत में ईंट भट्टी पर पहुंचे: नायक ने आगे बताया "सुबह गांव वाले भट्ठी के पास पहुंचे और बाकी तीनों को भट्टी पर से निकाले. लेकिन तीनों की मौत हो चुकी थी. संभवत: नशा करने के बाद तीनों भट्टी पर सो गए. प्रथम दृष्टया दम घुटने से मौत होना लग रहा है. तीनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा."
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मृतकों के नाम: राजदेव पिता सुक्खू चरवा उम्र 28 वर्ष, मृतक बनवा पिता ईश्वर नाथ उम्र 42 वर्ष. दोनों तुहलु पत्थर पारा के निवासी थे. अनुज पिता नंदलाल उम्र 19 वर्ष ग्राम असोला थाना अंबिकापुर का रहने वाला था.
क्या है दम घुटना: दम घुटना एक ऐसी स्थिति है, जिसमें मरीज सांस नहीं ले पाता. यह अक्सर हवा की कमी या गले में कुछ फंस जाने के कारण होता है. ईंट भट्टे पर सोने वाले मजदूरों के साथ ऐसा ही कुछ हुआ. क्योंकि भट्टी अंदर से जल रही थी. जिससे ऊपर धुआं निकल रहा था. धुआं ज्यादा होने के कारण वे सांस नहीं ले पाए और उनकी मौत हो गई. फिलहाल पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जिसके बाद मौत की सही वजह का पता चल पाएगा.