श्रीनगर: कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को मनाया जाता है. इसी दिन भारत के जांबाज सैनिकों ने पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल युद्ध में जीत का परचम लगराया था. विजय दिवस 26 जुलाई 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान कर्तव्य की पंक्ति में भारतीय सेना के सभी रैंकों द्वारा दिखाई गई वीरता और सर्वोच्च बलिदान के सम्मान में मनाया जाता है.
कारगिल विजय ज्वाला मातृभूमि के लिए वीरता और बलिदान देने वाले वीरों को श्रद्धांजलि का प्रतीक है. कारगिल विजय दिवस को लेकर कारगिल विजय ज्वाला 16 जुलाई 2022 को वुसन पहुंची. वुसन जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले के पट्टन प्रखंड में एक गांव है. गुरेज ब्रिगेड के वुसन बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर को विजय ज्वाला सौंपी गयी. इस कार्यक्रम में सीएपीएफ, जेकेपी, एनसीसी कैडेट, छात्र, शिक्षक, युवा, नागरिक गणमान्य व्यक्ति, पूर्व सैनिक और वीर नारियों ने भाग लिया.
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विजय मार्च में भाग लेते हुए इसे गौरव के दुर्लभ क्षणों में से एक बना दिया और बाद में कंगन में माल्यार्पण समारोह के दौरान कारगिल युद्ध के बहादुरों को श्रद्धांजलि दी गयी. गौरतलब है कि ये लड़ाई भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर हुई थी. जिसकी शुरुआत पाकिस्तानी सैनिकों ने की. इन्होंने भारतीय हिस्से में घुसपैठ कर अपने ठिकाने बना लिए थे, लेकिन आखिर में भारत ने इन्हें खदेड़ दिया था.