जीपीएम: रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा योजना के तहत छात्राओं को सेल्फ डिफेंस के गुर सिखाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कार्यक्रम में शामिल प्रशिक्षक और छात्राओं ने एसोसिएशन आफ छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष पर बुधवार को छेड़खानी और अश्लील बातचीत करने का आरोप लगाया. इसके बाद गुरुवार को सुशील चंद्रा ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच कराने की बात कही है.
"मेरे मोबाइल एवं मेरे चरित्र का सत्यापन प्रशासन करा सकता है. दोषी पाए जाने पर जो भी सजा होगी कानून दे दे. उनके खिलाफ की गई शिकायत की निष्पक्ष जांच की जाए. जिस व्हाट्सएप चैट का जिक्र किया जा रहा है. उसकी भी तफ्तीश की जाए. यह पुष्टि की जाए की यह किस किस के साथ किया गया है. यदि इसमें कहीं भी मैं दोषी ठहराया जाता हूं, तो मेरे खिलाफ कार्रवाई की जाए. या फिर मेरे विरुद्ध जो साजिश की गई है और कराटे एसोसिएशन के साथ मेरे नाम को खराब करने के लिए की गई साजिश के रचयिता के विरुद्ध कानून कार्रवाई की जाए." -सुशील कुमार चंद्रा, अध्यक्ष कराटे एसोसिएशन, छत्तीसगढ़
"कराटे एसोसिएशन के बाहर का व्यक्ति जिले में प्रशिक्षण का कार्यक्रम कर रहा है. जब उसे हटाने के लिए एसोसिएशन आगे आया, तो उनके खिलाफ इस तरह की साजिश रची गई है. उस पर पहले भी अपराध दर्ज हुए हैं और वह आपराधिक छवि का है." -सुशील कुमार चंद्रा, अध्यक्ष कराटे एसोसिएशन, छत्तीसगढ़
छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गई महत्वपूर्ण योजना राजनीति और आपसी खींचतान की भेंट चढ़ती नजर आ रही है. हालांकि मामले में जिस तरह दोनों पक्ष आमने सामने आए हैं. अब पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है कि पूरे मामले की सुष्मिता से जांच करते हुए दोषी को सामने लाए और कार्रवाई करे.