बेमेतरा: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा क्षेत्र के बिरनपुर गांव में शनिवार को बंगाल और बिहार हिंसा जैसी स्थिति बन गई. खेल खेल में बच्चों की लड़ाई से शुरू हुए विवाद ने सांप्रदायिक रंग ले लिया. दो पक्षों के विवाद में एक 23 साल के युवक की मौत हो गई. युवक के मौत के बाद मामला और गर्मा गया. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने पथराव कर दिया. इस पथराव में साजा थाने के पुलिस निरीक्षक बीआर ठाकुर गंभीर रूप से घायल हो गए. दो और पुलिसकर्मी भी घायल हुए. गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है.
बेमेतरा हिंसा में 11 आरोपी गिरफ्तार: देर रात पुलिस ने घटना से जुड़े 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो एक ही समुदाय के है. गांव में दो हजार की संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. बेमेतरा के अलावा कवर्धा, बिलासपुर, राजनांदगांव, दुर्ग जिले की पुलिस तैनात की गई है. जगह जगह बैरिकेड लगा दिए गए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए दुर्ग रेंज के आईजी आनंद छाबड़ा साजा थाने में ही डेरा डाले हुए हैं.
Bemetara: बच्चों को लेकर उपजे विवाद ने लिया सांप्रदायिक रूप, एक की हुई मौत, तीन पुलिसकर्मी भी घायल
भाजपा नेता आज पहुंच सकते हैं बिरनपुर: घटना के बाद से भाजपा ने चुनावी रोटी सेंकना शुरू कर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री रमन, भाजपा नेता धरमलाल कौशिक, सांसद विजय बघेलआज बिरनपुर गांव पहुंच सकते हैं. बजरंग दल ने 10 अप्रैल को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान कर दिया है.
छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक दंगे दुर्भाग्यजनक: बिरनपुर गांव में सांप्रदायिक हिंसा के बाद भाजपा ने घटना को हृदय विदारक बताते हुए भूपेश सरकार पर निशाना साधा है. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में इस तरह की हिंसा होना काफी बड़ी बात है. एक समाज विशेष के लोगों ने प्रताड़ित कर युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी. इस घटना से उत्तेजना फैली.
बेमेतरा में दो पक्षों के बीच विवाद का एपीसोड: पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कवर्धा की आग अभी बुझी भी नहीं और बेमेतरा में इस तरह की घटना हो रही है. बेमेतरा में हुई घटना से पूरे छत्तीसगढ़ में तनाव का माहौल है. ये सिर्फ एक दिन की घटना नहीं है. ये पूरा एपिसोड चल रहा है. कौशिक ने कहा कि "कुछ दिन पहले मंदिर को अपवित्र करने की कोशिश की गई. उस दौरान भी विवाद हुआ. इससे पहले दो पक्षों के युवक युवती के विवाह के चलते भी गहमागहमी का माहौल रहा. बेमेतरा में समाज विशेष के लोग बीते दिनों कलेक्टर एसपी से शिकायत करने भी गए थे. लेकिन सरकार ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया और कार्रवाई नहीं की. जिसका अंजाम युवक और उसके परिवार को भुगतना पड़ा. क्षेत्र में दो पक्षों में हो रहे इस तनाव की सारी जानकारी सरकार को भी थी, उनके मंत्री भी वहां गए थे. लेकिन इसे रोकने कोई कार्रवाई नहीं की गई. पहले से कार्रवाई की गई होती तो हिंसा नहीं होती."