रायपुर: बिहार के शातिर ठगों ने छत्तीसगढ़ के एक कारोबारी को लाखों का चूना लगा दिया. ऑनलाइन ठगी के बदमाशों का यह फ्रॉड ज्यादा दिन तक नहीं छुप सका. रायपुर पुलिस ने फ्रॉड के दो आरोपियों को बिहार के नालंदा से गिरफ्तार किया है. पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों आरोपियों ने पूरे देश में कई लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है. पुलिस इन शातिर ठगों से अब पूछताछ कररही है.
25 लाख से ज्यादा की ठगी को किया अंजाम: रायपुर पुलिस के मुताबिक नालंदा के सिकंदर कुमार और सूरज कुमार ने ठगी की वारदात को अंजाम दिया. आरोपियों ने नाम बदलकर फोन कॉल किया और फूड चेन की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम दिया. कुल 25 लाख 77 हजार 500 रुपये की ठगी की गई. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 9 मोबाइल फोन, 9 एटीएम कार्ड, फिंगरप्रिंट स्कैन, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और पासपोर्ट को जब्त किया है. पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपियों के खाते में 6 लाख रुपये है. जिसे पुलिस ने होल्ड करवाया है.
फोन कॉल कर फ्रेंचाइजी दिलाने का दिया झांसा: आरोपी सिकंदर कुमार और सूरज कुमार ने फोन रायपुर के सुदीप्ता धारा को फोन किया. इस दौरान दोनों में से एक आरोपी ने अपना नाम अभिषेक मंडल बताया. उसने कहा कि आपने एक फूड चेन कंपनी में फ्रेंचाइजी के लिए अप्लाई किया है. सुदीप्ता ने आरोपी की इस बात पर सहमति जताई. फिर आरोपी ने कहा कि आपको इसके लिए पेमेंट करना होगा. उसके झांसे में आने के बाद पीड़ित सुदीप्ता ने कुल 27 लाख से ज्यादा रकम उसके खाते में जमा करा दिए. लेकिन जब फ्रेंचाइजी नहीं मिली तो पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ.
फोन कॉल के लोकेशन से गिरफ्त में आए आरोपी: पीड़ित सुदीप्ता ने रायपुर के टिकरापारा थाने में ठगी की एफआईआर दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने फोन कॉल को ट्रैस करने का काम किया. फोन कॉल का लोकेशन बिहार के नालंदा आया. उसके बाद रायपुर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट साइबर सेल और टिकरापारा पुलिस की संयुक्त टीम को बिहार रवाना किया गया. रायपुर पुलिस की टीम ने बिहार के नालंदा में कैंप किया. फिर वहां अपने मुखबिर की टिप पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.
"आरोपी सिकंदर कुमार ने 12वीं तक की पढ़ाई की है. उसने वेब डिजाइनिंग का कोर्स भी किया है. सिकंदर कुमार योजना के मुताबिक पहले किसी बड़ी नेशनल इंटरनेशनल कंपनी का फर्जी वेबसाइट और फर्जी वेब पेज बनाता है. उसके बाद ऑनलाइन विज्ञापन प्लेटफॉर्म का उपयोग कर ठगी करता है. इसी तरह उसने एक नामी फूड कंपनी का फर्जी वेबसाइट बनाया और रायपुर सुदीप्ता को ठगी का शिकार बनाया. गिरफ्त में आए दोनों आरोपी ऑनलाइन ठगी के मास्टरमाइंड हैं": लखन पटले, सिटी एडिशनल एसपी, रायपुर
रायपुर पुलिस इन शातिर ठगों से लगातार पूछताछ कर रही है. पुलिस को शक है कि इसके पीछे कोई रैकेट हो सकता है. डिजिटल युग में ठगी से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. खासकर ऑनलाइन माध्यमों में ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है.