नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 से मिला विशेष दर्जा लगभग 70 साल बाद निरस्त हो गया है. राज्यसभा ने इस प्रस्ताव पर दो तिहाई बहुमत से मुहर लगा दी. आज इस प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान काफी हंगामा हुआ.
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी और अधीर रंजन चौधरी ने सरकार के इस कदम पर कई सवाल उठाए, जिसका शाह ने जोरदार तरीके से जवाब दिया.
सदन में गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पेश किया है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस बिल को लेकर कई सवाल किए. कांग्रेस ने कहा कि जम्मू कश्मीर को केंद्र ने जेल बना दिया है.
अमित शाह ने कहा कि धारा 370 का मामला पूर्व में (1948) यूएन में भेजा गया था. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. इस पर कोई दो राय नहीं है. जम्मू-कश्मीर ने भी माना था कि वो भारत का अभिन्न अंग है. इसके लिए कानून बनाने के लिए यह
संसद प्रतिबद्ध है. जम्मू कश्मीर को लेकर कोई विवाद नहीं है. इस पर हमे कोई भी कानून बनाने के लिेए कोई भी रोक नहीं सकता है.
अमित शाह ने कहा कि कश्मीर के लिए जान भी दे देंगे, क्योंकि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. शाह ने कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर बोल रहा हूं तो उसमें पीओके भी शामिल है.