ETV Bharat / bharat

सोनिया का लॉकडाउन और राहत पैकेज को लेकर मोदी सरकार पर निशाना

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस के हालात और महामारी से निपटने के लिए किए गए प्रयासों पर चर्चा की. पढ़ें विस्तार से...

sonia-gandhi-to-discuss-on-corona-situation-with-cong-cms
कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस के हालत पर चर्चा करेंगी सोनिया
author img

By

Published : May 6, 2020, 11:25 AM IST

Updated : May 6, 2020, 12:50 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस के हालात और महामारी से निपटने के लिए किए गए प्रयासों पर चर्चा की. कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल किया कि यह तय करने का सरकार का मापदंड क्या है कि लॉकडाउन कितने लंबे समय तक जारी रहेगा. उन्होंने राहत पैकेज की भी मांग की है.

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक सोनिया ने पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में कहा, '17 मई के बाद क्या? 17 मई के बाद कैसे होगा? भारत सरकार यह तय करने के लिए कौन सा मापदंड अपना रही है कि लॉकडाउन कितना लंबा चलेगा.'

बैठक में उनकी बात का समर्थन करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, 'जैसा कि सोनिया जी ने कहा है कि हमें यह जानने की जरूरत है कि लॉकडाउन -3 के बाद क्या होगा?'

किसानों को लेकर सोनिया ने कहा, 'हम अपने किसानों खासकर पंजाब और हरियाणा के किसानों का धन्यवाद करते हैं कि जिन्होंने तमाम दिक्कतों के बावजूद गेंहू की शानदार उपज पैदा करते हुए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की है.'

सुरजेवाला के अनुसार बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, 'जब तक व्यापक प्रोत्साहन पैकेज नहीं दिया जाता तब तक राज्य और देश कैसे चलेगा? हमें 10 हजार करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है. राज्यों ने प्रधानमंत्री से पैकेज के लिए लगातार आग्रह किया है, लेकिन हमें अब तक भारत सरकार से कुछ नहीं पता चला.'

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे राज्यों को तत्काल सहायता की जरूरत है. उन्होंने कहा, 'छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जहां 80 फीसदी छोटे उद्योग फिर से आरंभ हो गए हैं और 85,000 कामगार काम पर लौट चुके हैं.'

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बैठे लोग जमीनी हकीकत जाने बिना कोविड-19 के जोन का वर्गीकरण कर रहे हैं, जो चिंताजनक बात है.

पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने भी कहा, 'भारत सरकार राज्यों के साथ विचार-विमर्श किए बिना जोन का निर्धारण कर रही है और इससे अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो रही है. किसी मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श क्यों नहीं किया गया?'

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यों के लिए आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज के बारे में एक शब्द नहीं बोले हैं.

पढ़ें : दिल्ली कांग्रेस करेगी मजदूरों की घर वापसी के लिए पैसे से मदद

गौरतलब है कि सोनिया गांधी ने सोमवार को कहा था कि कांग्रेस की राज्य इकाइयां अपने गृह राज्य जाने के इच्छुक प्रवासी कामगारों की रेल यात्रा का किराया देंगी.

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस के हालात और महामारी से निपटने के लिए किए गए प्रयासों पर चर्चा की. कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल किया कि यह तय करने का सरकार का मापदंड क्या है कि लॉकडाउन कितने लंबे समय तक जारी रहेगा. उन्होंने राहत पैकेज की भी मांग की है.

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक सोनिया ने पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में कहा, '17 मई के बाद क्या? 17 मई के बाद कैसे होगा? भारत सरकार यह तय करने के लिए कौन सा मापदंड अपना रही है कि लॉकडाउन कितना लंबा चलेगा.'

बैठक में उनकी बात का समर्थन करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, 'जैसा कि सोनिया जी ने कहा है कि हमें यह जानने की जरूरत है कि लॉकडाउन -3 के बाद क्या होगा?'

किसानों को लेकर सोनिया ने कहा, 'हम अपने किसानों खासकर पंजाब और हरियाणा के किसानों का धन्यवाद करते हैं कि जिन्होंने तमाम दिक्कतों के बावजूद गेंहू की शानदार उपज पैदा करते हुए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की है.'

सुरजेवाला के अनुसार बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, 'जब तक व्यापक प्रोत्साहन पैकेज नहीं दिया जाता तब तक राज्य और देश कैसे चलेगा? हमें 10 हजार करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है. राज्यों ने प्रधानमंत्री से पैकेज के लिए लगातार आग्रह किया है, लेकिन हमें अब तक भारत सरकार से कुछ नहीं पता चला.'

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे राज्यों को तत्काल सहायता की जरूरत है. उन्होंने कहा, 'छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जहां 80 फीसदी छोटे उद्योग फिर से आरंभ हो गए हैं और 85,000 कामगार काम पर लौट चुके हैं.'

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बैठे लोग जमीनी हकीकत जाने बिना कोविड-19 के जोन का वर्गीकरण कर रहे हैं, जो चिंताजनक बात है.

पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने भी कहा, 'भारत सरकार राज्यों के साथ विचार-विमर्श किए बिना जोन का निर्धारण कर रही है और इससे अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो रही है. किसी मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श क्यों नहीं किया गया?'

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यों के लिए आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज के बारे में एक शब्द नहीं बोले हैं.

पढ़ें : दिल्ली कांग्रेस करेगी मजदूरों की घर वापसी के लिए पैसे से मदद

गौरतलब है कि सोनिया गांधी ने सोमवार को कहा था कि कांग्रेस की राज्य इकाइयां अपने गृह राज्य जाने के इच्छुक प्रवासी कामगारों की रेल यात्रा का किराया देंगी.

Last Updated : May 6, 2020, 12:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.