ETV Bharat / bharat

ED raid in chhattisgarh : रायपुर में फिर ईडी की रेड से हड़कंप, मंत्रालय में पहुंची ईडी टीम - जीएसटी और सिंचाई विभाग में भी ईडी की टीम

रायपुर में एक बार फिर ईडी का छापा पड़ा है. इस बार ईडी की रेड छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रालय में पड़ी है. यहां के दफ्तरों में ईडी की रेड से हड़कंप मच गया है. Politics on ED raids in Chhattisgarh

again ED raid in chhattisgarh
रायपुर में फिर ईडी की रेड से हड़कंप
author img

By

Published : Feb 22, 2023, 5:56 PM IST

रायपुर: 20 फरवरी के बाद एक बार फिर रायपुर में ईडी की रेड से अफरा तफरी का माहौल है. इस बार ईडी की टीम ने नवा रायपुर के मंत्रालय में दस्तक दी है. मंत्रालय के श्रम विभाग में ईडी की टीम जांच कर रही है. ईडी के अधिकारी जीएसटी और सिंचाई विभाग के ऑफिस में छापा मार रहे हैं.

ईडी की टीम खनिज, श्रम विभाग में छापा मारा है. इसके साथ ही जीएसटी और सिंचाई विभाग में भी ईडी की टीम के पहुंचने की खबर है. बताया जा रहा है कि ईडी के अफसरों के साथ सीआरपीएफ के दर्जन भर से अधिक जवान भी हैं. वहीं ईडी दफ्तर में पहुंच कर दस्तावेज के साथ ही अफसरों से भी पूछताछ लर रहे हैं. दो दिन पहले जी ईडी ने कांग्रेस नेताओं के घर भी दबिश दी थी.

20 फरवरी को ईडी ने मारा था रेड: 20 फरवरी को रायपुर में कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी. कांग्रेस के 12 से अधिक नेताओं के घरों और दफ्तरों पर ईडी का छापा पड़ने से छत्तीसगढ़ में सियासत तेज हो गई थी. ईडी सूत्रों के मुताबिक कोल लेवी स्कैम के इनपुट पर यह छापा मारा गया था. यह रेड 20 फरवरी की सुबह से शाम तक चली थी. ईडी ने कांग्रेस नेता आरपी सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ किया था. फिर उन्हें अगले दिन सुबह छोड़ दिया था.

सन्नी अग्रवाल से 38 घंटे तक हुई पूछताछ: ईडी ने कांग्रेस के दो विधायक और कई दिग्गज नेताओं के घर दबिश दी थी, जो देर रात तक चली थी. वहीं श्रम विभाग के अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल के घर ईडी ने 38 घंटे तक जांच की थी. ईडी की इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस नेताओं ने जमकर हंगामा किया था. ईडी के दफ्तर का भी घेराव करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला था. साथ ही यह भी आरोप लगाए थे कि ईडी केंद्र सरकार के आदेश पर छापेमार कार्रवाई कर रही है.

ये भी पढ़ें: ED raid in Chhattisgarh: रायपुर दुर्ग बिलासपुर महासमुंद रायगढ़ में ईडी की दबिश

देवेंद्र यादव से भी हुई थी पूछताछ: सीएम भूपेश बघेल और राहुल गांधी के सबसे करीबी माने जाने वाले कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के घर पर भी ईडी ने कार्रवाई की थी. देवेंद्र यादव से ईडी के अधिकारियों के बीच कहा सुनी भी हो गई थी. 20 तारीख को सुबह से लेकर रात तक ईडी की कार्रवाई चली. उसके बाद यह कार्रवाई खत्म हुई थी. कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार पर ईडी के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया.

कांग्रेस ने जगह जगह किया था प्रदर्शन: ईडी के ताबड़तोड़ छापे का विरोध कांग्रेस ने किया था. रायपुर से लेकर दुर्ग तक कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया था. 21 फरवरी को कांग्रेस ने रायपुर में ईडी दफ्तर पर धावा बोला. जिसके बाद स्थिति कई घंटो तक हंगामेदार रही. फिर जाकर शाम में स्थिति सामान्य हो पाई.

कांग्रेस अधिवेशन को डीरेल करने की साजिश: कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई और उसकी टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने इसे महाधिवेशन को डीरेल करने की साजिश बताया था. सीएम बघेल ने ईडी की कार्रवाई के लिए मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कई गंभीर आरोप लगाए थे. सीएम ने कहा था कि" रमन सिंह और राजेश मूणत पर ईडी कार्रवाई नहीं कर रही है. जबकि इसके बारे में उन्होंने लिखित शिकायत की थी. इसके अलावा जहां जहां बीजेपी की सरकार है. वहां ईडी और आईटी की कभी कार्रवाई नहीं होती है"

रायपुर: 20 फरवरी के बाद एक बार फिर रायपुर में ईडी की रेड से अफरा तफरी का माहौल है. इस बार ईडी की टीम ने नवा रायपुर के मंत्रालय में दस्तक दी है. मंत्रालय के श्रम विभाग में ईडी की टीम जांच कर रही है. ईडी के अधिकारी जीएसटी और सिंचाई विभाग के ऑफिस में छापा मार रहे हैं.

ईडी की टीम खनिज, श्रम विभाग में छापा मारा है. इसके साथ ही जीएसटी और सिंचाई विभाग में भी ईडी की टीम के पहुंचने की खबर है. बताया जा रहा है कि ईडी के अफसरों के साथ सीआरपीएफ के दर्जन भर से अधिक जवान भी हैं. वहीं ईडी दफ्तर में पहुंच कर दस्तावेज के साथ ही अफसरों से भी पूछताछ लर रहे हैं. दो दिन पहले जी ईडी ने कांग्रेस नेताओं के घर भी दबिश दी थी.

20 फरवरी को ईडी ने मारा था रेड: 20 फरवरी को रायपुर में कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी. कांग्रेस के 12 से अधिक नेताओं के घरों और दफ्तरों पर ईडी का छापा पड़ने से छत्तीसगढ़ में सियासत तेज हो गई थी. ईडी सूत्रों के मुताबिक कोल लेवी स्कैम के इनपुट पर यह छापा मारा गया था. यह रेड 20 फरवरी की सुबह से शाम तक चली थी. ईडी ने कांग्रेस नेता आरपी सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ किया था. फिर उन्हें अगले दिन सुबह छोड़ दिया था.

सन्नी अग्रवाल से 38 घंटे तक हुई पूछताछ: ईडी ने कांग्रेस के दो विधायक और कई दिग्गज नेताओं के घर दबिश दी थी, जो देर रात तक चली थी. वहीं श्रम विभाग के अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल के घर ईडी ने 38 घंटे तक जांच की थी. ईडी की इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस नेताओं ने जमकर हंगामा किया था. ईडी के दफ्तर का भी घेराव करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला था. साथ ही यह भी आरोप लगाए थे कि ईडी केंद्र सरकार के आदेश पर छापेमार कार्रवाई कर रही है.

ये भी पढ़ें: ED raid in Chhattisgarh: रायपुर दुर्ग बिलासपुर महासमुंद रायगढ़ में ईडी की दबिश

देवेंद्र यादव से भी हुई थी पूछताछ: सीएम भूपेश बघेल और राहुल गांधी के सबसे करीबी माने जाने वाले कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के घर पर भी ईडी ने कार्रवाई की थी. देवेंद्र यादव से ईडी के अधिकारियों के बीच कहा सुनी भी हो गई थी. 20 तारीख को सुबह से लेकर रात तक ईडी की कार्रवाई चली. उसके बाद यह कार्रवाई खत्म हुई थी. कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार पर ईडी के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया.

कांग्रेस ने जगह जगह किया था प्रदर्शन: ईडी के ताबड़तोड़ छापे का विरोध कांग्रेस ने किया था. रायपुर से लेकर दुर्ग तक कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया था. 21 फरवरी को कांग्रेस ने रायपुर में ईडी दफ्तर पर धावा बोला. जिसके बाद स्थिति कई घंटो तक हंगामेदार रही. फिर जाकर शाम में स्थिति सामान्य हो पाई.

कांग्रेस अधिवेशन को डीरेल करने की साजिश: कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई और उसकी टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने इसे महाधिवेशन को डीरेल करने की साजिश बताया था. सीएम बघेल ने ईडी की कार्रवाई के लिए मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कई गंभीर आरोप लगाए थे. सीएम ने कहा था कि" रमन सिंह और राजेश मूणत पर ईडी कार्रवाई नहीं कर रही है. जबकि इसके बारे में उन्होंने लिखित शिकायत की थी. इसके अलावा जहां जहां बीजेपी की सरकार है. वहां ईडी और आईटी की कभी कार्रवाई नहीं होती है"

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.