बगहा में कार्तिक पूर्णिमा पर महाआरती, भारत-नेपाल के श्रद्धालु हुए शामिल
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Published : Nov 27, 2023, 10:34 AM IST
बगहा: बिहार के बगहा में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर वाल्मीकिनगर में भारत-नेपाल सीमा पर अवस्थित बेलवा घाट परिसर में 123वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ सशस्त्र सीमा बल 21वीं वाहिनी के कमांडेंट सह मुख्य अतिथि श्रीप्रकाश ने किया. जिसमें भारत और नेपाल के श्रद्धालु शामिल हुए. श्रीप्रकाश के साथ अभिनव पाठक एसएसबी गंडक बैराज के इंस्पेक्टर पी. के. मंडल ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर के किया. मुख्य अतिथि SSB कमांडेंट श्रीप्रकाश ने कहा कि हमारी सभ्यता और संस्कृति नदियों के किनारे ही विकसित हुई है. लिहाजा हमें प्राकृतिक धरोहरों की रक्षा करने का संकल्प लेना चाहिए. बता दें कि कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली भी कहते हैं. यहीं वजह है कि गंडक नदी के तट पर बड़ी संख्या में भारत और नेपाल श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा की महाआरती में शामिल हुए. सोमवार को अहले सुबह से स्नान दान किया गया. वहीं, बासी नदी का भी पौराणिक महत्व है. कहा जाता है कि त्रेता युग में इस नदी तट पर भगवान राम-सीता की बारात ठहरी थी. स्थानीय लोगों का कहना है कि माता सीता से विवाह पश्चात जब रामजी जनकपुर से अयोध्या जा रहे थे, उसी दौरान बांसी नदी तट पर उनकी बारात ठहरी थी. अगले सुबह नित्य क्रिया के बाद स्नान कर भगवान शिव की प्रति दिन आराधना करने वाले भगवान राम ने यहां एक शिव लिंग की पिंडी बनाकर पूजा की थी. घने जंगल मे स्थापित इस पिंडी के बारे में जानने वाले स्थानीय लोगों ने यहां बाद में पूजन-अर्चन शुरू कर दी थी. कालांतर में यहां एक शिव मंदिर स्थापित किया गया.
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