बेतिया: बिहार के बेतिया जिले के गोपालपुर थाना ( Gopalpur Police Station ) क्षेत्र के दक्षिणी घोघा पंचायत ( Ghogha Panchayat ) के मोहछी सुगर गांव में दरवाजे पर जबरन शव जलाने के मामले में महिला ने मामला दर्ज करने के लिए अनुसूचित जनजाति थाने में आवेदन दिया है. आवेदन के अनुसार, महिला ने 12 नामजद सहित 20 से 25 अज्ञात को भी आरोपी बनाया है.
आवेदन देने वाली महिला गोपालपुर थाना के मोहछी सुगर निवासी रमेश शर्मा की पत्नी जयमाला देवी है. आवेदन में उसने बताया है कि 2 अगस्त को वह घर में अकेली थी. घर के बाहर शोरगुल सुनाई दी तो वह बाहर निकली. बाहर निकलने पर देखा कि नामजद आरोपियों के अलावा 20-25 अज्ञात लोग उसके दरवाजे पर खड़े थे.
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महिला के आरोप के अनुसार, सभी लोग जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर गाली गलौज कर रहे थे. जब मैंने इसका विरोध किया तो उन लोगों ने गाली-गलौज करते हुए बाल पकड़कर जमीन पर घसीटने और पिटाई करने लगे. महिला का आरोप है कि इस दौरान उन लोगों ने गलत नियत से कपड़े भी फाड़ दिए.
महिला के अनुसार, पिटाई के दौरान उन लोगों ने कान से सोने का झुमका निकाल लिया और धमकी दिया कि गांव छोड़कर भाग जाओ, नहीं तो पूरे परिवार को जान से मार देंगे और घर को पेट्रोल छिड़ककर जला दिया जाएगा. फिलहाल पीडिता के आवेदन पर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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बता दें कि गोपालपुर थाना क्षेत्र के दक्षिणी घोघा पंचायत में जमीनी विवाद को लेकर 19 जुलाई को दो पक्षों में मारपीट हुई थी. मोहछी गांव में चंचल महतो सब्जी के खेत में सोहनी कर रहे थे. इसी बीच ललन शर्मा, रमेश कुमार, विकास कुमार समेत पांच लोगों ने पहुंच कर उनके साथ मारपीट की. दोनों पक्ष से लोग घायल हुए थे. सभी का इलाज बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में कराया जा रहा था. इस मामले में 21 जुलाई को दोनों पक्षों की तरफ से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
इलाज के दौरान सोमवार को घायल चंचल महतो की मौत हो गई. जिसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पोस्टमार्टम के बाद चंचल महतो का शव परिजनों को सौंप दिया गया. गुस्साएं परिजन शव को लेकर घर पहुंचे और आरोपी के घर के सामने पुलिस की मौजूदगी में परिजनों ने पेट्रोल छिड़कर शव का दाह संस्कार कर दिया. इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही. पुलिस की तरफ से पीड़ित परिवार को समझाने कीकोशिश की गयी. लेकिन वह नहीं माने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे.