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गर्भ में पल रही बेटी का निजी अस्पताल में परिजनों ने कराया गर्भपात, महिला की हुई मौत

लिंग जांच कानूनी अपराध (Gender Testing Legal Offenses) है. बावजूद बगहा में एक परिवार को लिंग जांच कराने का बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है. दरअसल गर्भ में पल रही बेटी की वजह से परिजनों ने लिंग जांच के बाद उसका गर्भपात करवाया, जिसके बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई और उसकी मृत्यु हो गई. पढ़ें पूरी खबर..

बगहा में गर्भपात के दौरान मौत
बगहा में गर्भपात के दौरान मौत
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Published : Jul 25, 2022, 4:48 PM IST

बगहाः पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा में पेट में पल रही बेटी का गर्भपात करवाना एक परिवार को महंगा पड़ गया. गर्भपात के बाद महिला की मौत हो (Woman Died After Abortion In Bagaha) गई. घटना रविवार के रात्रि की है. बगहा नगर के मलाही टोला निवासी सुर सहनी की पुत्री रागनी उर्फ सीमा की मौत गर्भपात करवाने के बाद हो गई, जिसके बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. बताया जाता है कि लिंग जांच के बाद परिजनों को ज्ञात हुआ कि गर्भ में बेटी पल रही है, इसके बाद परिजनों ने अवैध क्लिनिक में गर्भपात करवाया था.

पढ़ें-'बिहार में हर वर्ष होता है 12.5 लाख गर्भपात, 149 महिलाओं की होती है मौत, जागरुकता जरूरी'

5 साल पहले हुई थी महिला की शादीः दरअसल महिला की शादी फतेहपर थाना क्षेत्र के हरपुरवा गांव निवासी दीपक चौधरी से पांच साल पूर्व हई थी. शादी के बाद एक चार साल और एक दो साल की बेटी है. इधर रागिनी तीसरी बच्चे की मां बनने वाली थी. इसी बीच उसका पति दीपक कमाने के लिए बाहर चला गया. बाहर जाने से पहले पत्नी को उसके पिता के घर छोड़ दिया. दीपक ने अपने ससुराल के एक झोलाछाप डॉक्टर चंद्रशेखर उर्फ पप्पू को फोन कर पत्नी के पेट में पल रहे बच्चे का भ्रूण जांच कराने के लिए बोला. पप्पू ने मृतिका का अल्ट्रासाउंड बगहा 2 के किसी अल्ट्रासाउंड सेंटर में कराया, जहां गर्भ में लड़की होने की जानकारी मिली.

"पहले से बेटी 2 बच्चों की मां थी. तीसरे बच्चे की मां बनने वाली थी. दामाद के कहने पर बेटी का एक जगह पर जांच और गर्भपात कराया गया. गर्भपात के बाद घर महिला को लेकर गये. तबीयत खराब हो गई, बाद में अनुमंडलीय अस्पताल में मौत हो गई."- रीता देवी, मृतका की मां


झोलाझाप डॉक्टर की मदद से लिंग परीक्षण और गर्भपात का आरोपः इसके बाद पप्पू, रागिनी और उसके पति दीपक की सहमति से रागिनी का गर्भपात कराने के लिए किसी ममता के पास लेकर गया. हालांकि पप्पू पूरी बात स्वीकार कर रहा है. लेकिन किस जगह पर अल्ट्रासाउंड कराया और किस ममता से गर्भपात कराया यह नहीं बता रहा है. चंद्रशेखर उर्फ पप्पू की मिलीभगत से महिला का गर्भपात तो हो गया लेकिन उसके बाद उसकी स्थिति बिगड़ गई.

गंभीर स्थिति में उसे अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक ने महिला को मृत घोषित कर दिया गया. घटना के बाद गर्भपात के कारण पत्नी की मरने की सूचना जैसे ही पति को मिली वैसे ही पति ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया है. इसके साथ ही लड़की के मायके वाले शव को लेकर चले गए. स्थानीय लोगों का आरोप है कि शहर में कई जगहों पर लिंग जांच चोरी छुपे चल रहा है. वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन पर भी सवाल उठ रहा है कि मौत के बाद शव को क्यों बिना पुलिस की अनुमति के जाने दिया गया. पुलिस को क्यों नहीं सूचना दी गई.

पढ़ें-सुप्रीम कोर्ट ने चार महीने की प्रेग्नेंट अविवाहित महिला को गर्भपात की इजाजत दी

बगहाः पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा में पेट में पल रही बेटी का गर्भपात करवाना एक परिवार को महंगा पड़ गया. गर्भपात के बाद महिला की मौत हो (Woman Died After Abortion In Bagaha) गई. घटना रविवार के रात्रि की है. बगहा नगर के मलाही टोला निवासी सुर सहनी की पुत्री रागनी उर्फ सीमा की मौत गर्भपात करवाने के बाद हो गई, जिसके बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. बताया जाता है कि लिंग जांच के बाद परिजनों को ज्ञात हुआ कि गर्भ में बेटी पल रही है, इसके बाद परिजनों ने अवैध क्लिनिक में गर्भपात करवाया था.

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5 साल पहले हुई थी महिला की शादीः दरअसल महिला की शादी फतेहपर थाना क्षेत्र के हरपुरवा गांव निवासी दीपक चौधरी से पांच साल पूर्व हई थी. शादी के बाद एक चार साल और एक दो साल की बेटी है. इधर रागिनी तीसरी बच्चे की मां बनने वाली थी. इसी बीच उसका पति दीपक कमाने के लिए बाहर चला गया. बाहर जाने से पहले पत्नी को उसके पिता के घर छोड़ दिया. दीपक ने अपने ससुराल के एक झोलाछाप डॉक्टर चंद्रशेखर उर्फ पप्पू को फोन कर पत्नी के पेट में पल रहे बच्चे का भ्रूण जांच कराने के लिए बोला. पप्पू ने मृतिका का अल्ट्रासाउंड बगहा 2 के किसी अल्ट्रासाउंड सेंटर में कराया, जहां गर्भ में लड़की होने की जानकारी मिली.

"पहले से बेटी 2 बच्चों की मां थी. तीसरे बच्चे की मां बनने वाली थी. दामाद के कहने पर बेटी का एक जगह पर जांच और गर्भपात कराया गया. गर्भपात के बाद घर महिला को लेकर गये. तबीयत खराब हो गई, बाद में अनुमंडलीय अस्पताल में मौत हो गई."- रीता देवी, मृतका की मां


झोलाझाप डॉक्टर की मदद से लिंग परीक्षण और गर्भपात का आरोपः इसके बाद पप्पू, रागिनी और उसके पति दीपक की सहमति से रागिनी का गर्भपात कराने के लिए किसी ममता के पास लेकर गया. हालांकि पप्पू पूरी बात स्वीकार कर रहा है. लेकिन किस जगह पर अल्ट्रासाउंड कराया और किस ममता से गर्भपात कराया यह नहीं बता रहा है. चंद्रशेखर उर्फ पप्पू की मिलीभगत से महिला का गर्भपात तो हो गया लेकिन उसके बाद उसकी स्थिति बिगड़ गई.

गंभीर स्थिति में उसे अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक ने महिला को मृत घोषित कर दिया गया. घटना के बाद गर्भपात के कारण पत्नी की मरने की सूचना जैसे ही पति को मिली वैसे ही पति ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया है. इसके साथ ही लड़की के मायके वाले शव को लेकर चले गए. स्थानीय लोगों का आरोप है कि शहर में कई जगहों पर लिंग जांच चोरी छुपे चल रहा है. वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन पर भी सवाल उठ रहा है कि मौत के बाद शव को क्यों बिना पुलिस की अनुमति के जाने दिया गया. पुलिस को क्यों नहीं सूचना दी गई.

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