बेतियाः सीमावर्ती नेपाल में लगातार 5 दिनों से हो रही वर्षा से गंडक नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. यही वजह है कि आज इंडो-नेपाल बॉर्डर स्थित वाल्मीकिनगर गण्डक बराज से 1 लाख 85 हजार 200 क्यूसेक पानी गंडक नदी व उसके सहायक नदियों में छोड़ा गया. जलवृद्धि के कारण दियारा के निचले इलाकों में गण्डक नदी का दबाव बना हुआ है. इसको लेकर प्रशासन अलर्ट है.
नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ोती
नेपाल व पश्चिम चंपारण में 5 दिनों से लगातार हो रही रिकॉर्डतोड़ बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है. इस सप्ताह यह दूसरी बार ऐसा हुआ है कि गण्डक नदी का जलस्तर 1 लाख क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया है. बुधवार को पहली बार गण्डक नदी का जलस्तर 1 लाख 3 हजार क्यूसेक पहुंच था. पश्चिम चंपारण जिला में सबसे अधिक बेतिया के भितहां में 296 mm रेन फॉल व बगहा एक में 172 मिमी बारिश जोन का आंकड़ा आया है.
व्हाट्सएप्प ग्रुप पर दी जा रही है जानकारी
वहीं, बुधवार की शाम तक गण्डक नदी का जलस्तर 62000 क्यूसेक तक घट गया था. लेकिन लगातार हो रही झमाझम बारिश की वजह से शुक्रवार से दोबारा जलस्तर में तेजी से वृद्धि देखने को मिली है. अब यह बढ़ कर 1 लाख 85 हजार 200 क्यूसेक तक पहुंच गया है. जलसंसाधन विभाग फ्लड ग्रुप वाल्मीकिनगर के नाम से व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाकर हर घण्टे के वाटर लेबल की जानकारी उपलब्ध करा रहा है.
अभियंताओं को चौकसी बरतने का आदेश
जलसंसाधन विभाग के अधिकारी बढ़ते जलस्तर को लेकर काफी सतर्क हैं और हालात पर पैनी निगाह रखे हुए हैं. जिलाधिकारी बढ़ते जलस्तर को लेकर खुद जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ मॉनिटरिंग में लगे हैं. अभियंताओं को चौकसी बरतने व प्रभावित होने की आशंका वाले इलाके में नजर रखने का आदेश भी दिया गया है