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बेतिया : जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि, गंडक बराज से छोड़ा गया 1 लाख 85 हजार क्यूसेक पानी - बेतिया

नेपाल व पश्चिम चंपारण में 5 दिनों से लगातार हो रही रिकॉर्डतोड़ बारिश की वजह से गण्डक नदी का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है. अभियंताओं को चौकसी बरतने का आदेश दिया गया है.

गण्डक नदी
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Published : Jul 13, 2019, 11:21 AM IST

बेतियाः सीमावर्ती नेपाल में लगातार 5 दिनों से हो रही वर्षा से गंडक नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. यही वजह है कि आज इंडो-नेपाल बॉर्डर स्थित वाल्मीकिनगर गण्डक बराज से 1 लाख 85 हजार 200 क्यूसेक पानी गंडक नदी व उसके सहायक नदियों में छोड़ा गया. जलवृद्धि के कारण दियारा के निचले इलाकों में गण्डक नदी का दबाव बना हुआ है. इसको लेकर प्रशासन अलर्ट है.

river
गण्डक नदी में उफान

नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ोती
नेपाल व पश्चिम चंपारण में 5 दिनों से लगातार हो रही रिकॉर्डतोड़ बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है. इस सप्ताह यह दूसरी बार ऐसा हुआ है कि गण्डक नदी का जलस्तर 1 लाख क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया है. बुधवार को पहली बार गण्डक नदी का जलस्तर 1 लाख 3 हजार क्यूसेक पहुंच था. पश्चिम चंपारण जिला में सबसे अधिक बेतिया के भितहां में 296 mm रेन फॉल व बगहा एक में 172 मिमी बारिश जोन का आंकड़ा आया है.

dam
गंडक नदी पर बना बांध

व्हाट्सएप्प ग्रुप पर दी जा रही है जानकारी
वहीं, बुधवार की शाम तक गण्डक नदी का जलस्तर 62000 क्यूसेक तक घट गया था. लेकिन लगातार हो रही झमाझम बारिश की वजह से शुक्रवार से दोबारा जलस्तर में तेजी से वृद्धि देखने को मिली है. अब यह बढ़ कर 1 लाख 85 हजार 200 क्यूसेक तक पहुंच गया है. जलसंसाधन विभाग फ्लड ग्रुप वाल्मीकिनगर के नाम से व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाकर हर घण्टे के वाटर लेबल की जानकारी उपलब्ध करा रहा है.

गण्डक नदी के जलस्तर में वृद्धि

अभियंताओं को चौकसी बरतने का आदेश
जलसंसाधन विभाग के अधिकारी बढ़ते जलस्तर को लेकर काफी सतर्क हैं और हालात पर पैनी निगाह रखे हुए हैं. जिलाधिकारी बढ़ते जलस्तर को लेकर खुद जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ मॉनिटरिंग में लगे हैं. अभियंताओं को चौकसी बरतने व प्रभावित होने की आशंका वाले इलाके में नजर रखने का आदेश भी दिया गया है

बेतियाः सीमावर्ती नेपाल में लगातार 5 दिनों से हो रही वर्षा से गंडक नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. यही वजह है कि आज इंडो-नेपाल बॉर्डर स्थित वाल्मीकिनगर गण्डक बराज से 1 लाख 85 हजार 200 क्यूसेक पानी गंडक नदी व उसके सहायक नदियों में छोड़ा गया. जलवृद्धि के कारण दियारा के निचले इलाकों में गण्डक नदी का दबाव बना हुआ है. इसको लेकर प्रशासन अलर्ट है.

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गण्डक नदी में उफान

नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ोती
नेपाल व पश्चिम चंपारण में 5 दिनों से लगातार हो रही रिकॉर्डतोड़ बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है. इस सप्ताह यह दूसरी बार ऐसा हुआ है कि गण्डक नदी का जलस्तर 1 लाख क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया है. बुधवार को पहली बार गण्डक नदी का जलस्तर 1 लाख 3 हजार क्यूसेक पहुंच था. पश्चिम चंपारण जिला में सबसे अधिक बेतिया के भितहां में 296 mm रेन फॉल व बगहा एक में 172 मिमी बारिश जोन का आंकड़ा आया है.

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गंडक नदी पर बना बांध

व्हाट्सएप्प ग्रुप पर दी जा रही है जानकारी
वहीं, बुधवार की शाम तक गण्डक नदी का जलस्तर 62000 क्यूसेक तक घट गया था. लेकिन लगातार हो रही झमाझम बारिश की वजह से शुक्रवार से दोबारा जलस्तर में तेजी से वृद्धि देखने को मिली है. अब यह बढ़ कर 1 लाख 85 हजार 200 क्यूसेक तक पहुंच गया है. जलसंसाधन विभाग फ्लड ग्रुप वाल्मीकिनगर के नाम से व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाकर हर घण्टे के वाटर लेबल की जानकारी उपलब्ध करा रहा है.

गण्डक नदी के जलस्तर में वृद्धि

अभियंताओं को चौकसी बरतने का आदेश
जलसंसाधन विभाग के अधिकारी बढ़ते जलस्तर को लेकर काफी सतर्क हैं और हालात पर पैनी निगाह रखे हुए हैं. जिलाधिकारी बढ़ते जलस्तर को लेकर खुद जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ मॉनिटरिंग में लगे हैं. अभियंताओं को चौकसी बरतने व प्रभावित होने की आशंका वाले इलाके में नजर रखने का आदेश भी दिया गया है

Intro:सीमावर्ती नेपाल में लगातार 5 दिनों से हो रही वर्षा से गण्डक नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। यही वजह है कि आज इंडो-नेपाल बॉर्डर स्थित वाल्मीकिनगर गण्डक बराज से 1 लाख 85 हजार 200 क्यूसेक पानी गण्डक नदी व उसके सहायक नदियों में छोड़ा गया। जलवृद्धि के कारण दियारा के निचले इलाकों में गण्डक नदी का दबाव बना हुआ है। इसको लेकर प्रशासन अलर्ट है।


Body:नेपाल व पश्चिम चंपारण में 5 दिनों से लगातार हो रही रिकॉर्डतोड़ बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है। इस सप्ताह यह दूसरी मर्तबा ओस हुआ है कि गण्डक नदी का जलस्तर 1 लाख क्यूसेक से ऊपर पहुच गया हो। बुधवार को पहली बार गण्डक नदी का जलस्तर 1 लाख 3 हजार क्यूसेक पहुच था। शाम तक यह 62000 क्यूसेक तक घट कर चला गया। लेकिन लगातार हो रही झमाझम बारिश की वजह से शुक्रवार से पुनः जलस्तर में तेजी से वृद्धि देखने को मिली है। अब यह बढ़ कर 1 लाख 85 हजार 200 क्यूसेक तक पहुच गया है।
जलसंसाधन विभाग फ्लड ग्रुप वाल्मीकिनगर के नाम से व्हाट्सएप्प ग्रुप बना प्रत्येक घण्टे के वाटर लेबल की जानकारी उपलब्ध करा रहा। वहीं विभाग के अधिकारी इसको लेकर काफी सतर्क हैं और हालात पर पैनी निगाह जमाये हुए हैं। जिलाधिकारी बढ़ते जल स्तर को लेकर खुद जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ मॉनिटरिंग में लगे है। अभियंताओं को चौकसी बरतने व प्रभावित होने की आशंका वाले इलाके में जंर रखने का आदेश भी दिया गया है।


Conclusion:बहरहाल पश्चिम चंपारण जिला में सबसे अधिक बेतिया के भितहाँ में 296 mm रेन फॉल व बगहा एक में 172 मिमी वारिश जोन का आंकड़ा आया है।
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