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यहां 3 साल से वारंटी बड़ा बाबू कर रहा है नगर निगम में नौकरी

वारंटी बड़ा बाबू पर रामनगर थाना कांड संख्या 216/98 में एक मुकदमा दर्ज हुआ. जिसके 8 वर्ष बाद जिला सत्र न्यायालय के एडीजे द्वारा STR 470/03 के तहत 15 जून 2016 को स्थायी वारंट निर्गत किया गया. वारंटी बड़ा बाबू का निवास स्थान भी थाना के ठीक बगल में है.

वारंटी की तस्वीर
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Published : Sep 19, 2019, 8:56 PM IST

पश्चिमी चंपारण: सूबे की पुलिस हमेशा अपनी कारगुजारियों की वजह से चर्चा में रहती है. ऐसा ही कुछ मामला जिले के रामनगर थाना का है, जहां कोर्ट ने एक व्यक्ति को स्थायी वारंट निर्गत किया था. बावजूद इसके वह गिरफ्तार नहीं हो सका और 3 साल से लगातार नगर निगम में अपनी ड्यूटी कर वेतन उठा रहा है.

नगर पंचायत में कार्यरत बड़ा बाबू कृष्ण सिंह नेपाली पर जिला सत्र न्यायालय के एडीजे 2 बगहा द्वारा तीन वर्ष पूर्व एक मामले में स्थायी वारंट निर्गत किया गया. बावजूद इसके वो तीन वर्षों से लगातार नगर पंचायत में अपनी ड्यूटी करता आ रहा है.

नगर पंचायत की तस्वीर

पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
खास बात यह है कि वह आज तक पुलिस प्रशासन के हाथ नहीं लगा. बहरहाल यह मामला आम लोगों में चर्चा का विषय तो बना ही हुआ है. पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं. आखिर वारंटी को विगत 3 वर्षों से पुलिस किन हालातों की वजह से नहीं पकड़ पाई.

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हाजिरी रजिस्टर की कॉपी

क्या है मामला
बता दें कि वारंटी बड़ा बाबू पर रामनगर थाना कांड संख्या 216/98 में एक मुकदमा दर्ज हुआ. जिसके 8 वर्ष बाद जिला सत्र न्यायालय के एडीजे द्वारा STR 470/03 के तहत 15 जून 2016 को स्थायी वारंट निर्गत किया गया.

पूर्व उप चेयरमैन का बयान
वारंटी बड़ा बाबू का निवास स्थान भी थाना के ठीक बगल में है. ऐसे में रामनगर के नगर पंचायत की पूर्व उप चेयरमैन का कहना है कि उनको भी जानकारी मिली है कि विभाग के बड़ा बाबू पर 3 साल से वारंट निर्गत है फिर भी आज तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. ये प्रशासन पर सवाल खड़े करता है.

उप महापौर, वरिष्ठ वकील और ईओ का बयान

ईओ जितेंद्र कुमार ने क्या कहा
वहीं बगहा बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव व वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश दुबे का कहना है कि न्यायालय के आदेश को पुलिस प्रशासन ने ताक पर रख कानून का मखौल उड़ाया है. हालांकि रामनगर पंचायत के ईओ जितेंद्र कुमार सिन्हा का कहना है कि इस बात की जानकारी उन्हें मीडिया के माध्यम से मिली है. अब जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जाएगी.

पश्चिमी चंपारण: सूबे की पुलिस हमेशा अपनी कारगुजारियों की वजह से चर्चा में रहती है. ऐसा ही कुछ मामला जिले के रामनगर थाना का है, जहां कोर्ट ने एक व्यक्ति को स्थायी वारंट निर्गत किया था. बावजूद इसके वह गिरफ्तार नहीं हो सका और 3 साल से लगातार नगर निगम में अपनी ड्यूटी कर वेतन उठा रहा है.

नगर पंचायत में कार्यरत बड़ा बाबू कृष्ण सिंह नेपाली पर जिला सत्र न्यायालय के एडीजे 2 बगहा द्वारा तीन वर्ष पूर्व एक मामले में स्थायी वारंट निर्गत किया गया. बावजूद इसके वो तीन वर्षों से लगातार नगर पंचायत में अपनी ड्यूटी करता आ रहा है.

नगर पंचायत की तस्वीर

पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
खास बात यह है कि वह आज तक पुलिस प्रशासन के हाथ नहीं लगा. बहरहाल यह मामला आम लोगों में चर्चा का विषय तो बना ही हुआ है. पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं. आखिर वारंटी को विगत 3 वर्षों से पुलिस किन हालातों की वजह से नहीं पकड़ पाई.

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हाजिरी रजिस्टर की कॉपी

क्या है मामला
बता दें कि वारंटी बड़ा बाबू पर रामनगर थाना कांड संख्या 216/98 में एक मुकदमा दर्ज हुआ. जिसके 8 वर्ष बाद जिला सत्र न्यायालय के एडीजे द्वारा STR 470/03 के तहत 15 जून 2016 को स्थायी वारंट निर्गत किया गया.

पूर्व उप चेयरमैन का बयान
वारंटी बड़ा बाबू का निवास स्थान भी थाना के ठीक बगल में है. ऐसे में रामनगर के नगर पंचायत की पूर्व उप चेयरमैन का कहना है कि उनको भी जानकारी मिली है कि विभाग के बड़ा बाबू पर 3 साल से वारंट निर्गत है फिर भी आज तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. ये प्रशासन पर सवाल खड़े करता है.

उप महापौर, वरिष्ठ वकील और ईओ का बयान

ईओ जितेंद्र कुमार ने क्या कहा
वहीं बगहा बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव व वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश दुबे का कहना है कि न्यायालय के आदेश को पुलिस प्रशासन ने ताक पर रख कानून का मखौल उड़ाया है. हालांकि रामनगर पंचायत के ईओ जितेंद्र कुमार सिन्हा का कहना है कि इस बात की जानकारी उन्हें मीडिया के माध्यम से मिली है. अब जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:सूबे की पुलिस हमेशा अपने कुछ नायाब कारगुजारियों की वजह से चर्चा में रहती है। ऐसा ही कुछ मामला बगहा पुलिस जिला अंतर्गत रामनगर थाना का है, जहां कोर्ट के द्वारा स्थायी वारंट निर्गत करने के बावजूद एक वारंटी को 3 साल से पुलिस गिरफ्तार नही कर सकी और वो लगातार अपनी ड्यूटी करता रहा और वेतन उठाता रहा।


Body:मामला बगहा पुलिस जिला के रामनगर थाना अंतर्गत का है। जहां नगर पंचायत में कार्यरत बड़ा बाबू कृष्ण सिंह नेपाली पर जिला सत्र न्यायालय के एडीजे 2 बगहा द्वारा आज से तीन वर्ष पूर्व एक मामले में स्थायी वारंट निर्गत किया गया। बावजूद इसके वो तीन वर्षों से लगातार नगर पंचायत में अपनी ड्यूटी बजाते आ रहे हैं और आज तक पुलिस प्रशासन के हाथ इस वारंटी के गिरेबान तक नही पहुच सके। बहरहाल यह मामला आम लोगों में चर्चा का विषय तो बना ही हुआ है पुलिस के कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं कि आखिर वारंटी को विगत 3 वर्षों के दरम्यान पुलिस किन हालातों की वजह से नही पकड़ पाई।
बता दें कि वारंटी बड़ा बाबू पर रामनगर थाना कांड संख्या 216/98 में एक मुकदमा दर्ज हुआ। जिसके 8 वर्ष बाद जिला सत्र न्यायालय के एडीजे द्वारा STR 470/03 के तहत 15 जून 2016 को स्थायी वारंट निर्गत किया गया। तब से आज तक पुलिस इस वारंटी को नही पकड़ पाई जबकि वारंटी थाना से महज 100 मिटर की दूरी पर नगर पंचायत में प्रतिदिन कार्य करता रहा। इतना ही नही वारंटी बड़ा बाबू का निवास स्थान भी थाना के ठीक बगल में है। ऐसे में रामनगर के नगर पंचायत की पूर्व उप चेयरमैन का कहना है कि उनको भी जानकारी मिली है कि विभाग के बड़ा बाबू पर 3 साल से वारंट निर्गत है फिर भी आज तक गिरफ्तारी नही हो सकी ये प्रशासन पर सवाल खड़ा करता है।
जहां एक तरफ पुलिस प्रशासन के आलाधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं वहीं बगहा बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव व वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश दुबे का कहना है कि न्यायालय के आदेश को पुलिस प्रशासन ने ताक पर रख कानून का मखौल उड़ाया है।
हालांकि रामनगर पंचायत के ईओ जितेंद्र कुमार सिन्हा का कहना है कि इस बात की जानकारी उन्हें मीडिया के माध्यम से मिली है तो जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जाएगी।
बाइट- 1 पूनम द्विवेदी, पूर्व उप चेयरमैन, नगर पंचायत
बाइट- 2 राजेश दुबे, वरिष्ठ अधिवक्ता
बाइट- 3 जितेंद्र कुमार सिन्हा, ईओ, नगर पंचायत।


Conclusion:इसे सिस्टम की लापरवाही कहें या बड़ा बाबू का रसूख की 3 वर्ष पूर्व से वारंटी होने के बावजूद आराम से अपनी ड्यूटी निभाते आ रहे हैं और पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने की बात कौन करे अब तक पुलिस उसे छू भी नही सकी है।
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