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बेतिया: ग्रामीणों को सता रहा डर, अधूरे कटाव रोधी कार्य को लेकर किया प्रदर्शन - हड़बोरा नदी का जलस्तर

बेतिया (Bettiah) जिले में हरबोड़ा नदी के बढ़ते जलस्तर से एक बार फिर धूमनगर के गदियानी टोला में कटाव का खतरा मंडराने लगा है. लोगों का आरोप है कि प्रशासन ने कटाव रोधी कार्य के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की है.

प्रदर्शन
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Published : Aug 3, 2021, 11:18 AM IST

बेतिया: बिहार के बेतिया (Bettiah) जिले में अधूरे कटाव रोधी कार्य (Anti-Erosion Work) को लेकर ग्रामीणों ने प्रशासन और संवेदक के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया है. बता दें कि 2017 में कटाव के दौरान 3 घर नदी में विलीन हो गये थं. इसके बाद से लोगों में भय बना हुआ है. ग्रामीण कटाव रोधी कार्य में तेजी लाने की मांग कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें: कोसी नदी के कटाव से दहशत, CLP लीडर अजीत शर्मा ने पीड़ित परिवारों से की मुलाकात

मामला नरकटियागंज के धूमनगर के गदियानी टोला में हड़बोरा नदी (Hadbora River) तट का है. जल निकासी विभाग (Water Discharge Department) की ओर से कुछ दिनों पहले ही कटाव रोधी बांध का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था. यह कार्य एक सप्ताह से ठप पड़ा हुआ है. इस बात को लेकर नाराज ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया.

ये भी पढ़ें: Bagaha: 15 दिन में करोड़ों का काम बहा ले गई गंडक, शहर पर अब भी खतरा बरकरार

ग्रामीणों ने बताया कि काफी प्रयास के बाद हड़बोड़ा नदी के तट पर कटावरोधी बांध का निर्माण कार्य शुरू किया गया था. लेकिन आधा-अधूरा काम करने के बाद ही उसे छोड़ दिया गया. ग्रामीणों ने अधिकारियों से मांग की है कि समय रहते कटाव रोधी बांध का निर्माण पूरा कराया जाये जिससे जमीन और घर को नदी में विलीन होने से बचाया जा सके.

संवेदकों के माध्यम से लापरवाही बरतने के कारण बालू का बैग भी फटने लगा है. कनीय अभियंता रमेश प्रसाद ने बताया कि नदी की धारा को मोड़ने के लिए ठोकर बनाने का निर्णय लिया गया है. लेकिन ग्रामीण काम को रोकते हुए वहां स्लोप पिचिंग बनाने की मांग कर रहे हैं.

'नदी में ठोकर की जरूरत है और बालू के पैकेट को भरकर ऊपर रख दिया गया है. सारा बालू का पॉकेट बर्बाद हो रहा है. एक महीने पहले पॉकेट भरा गया था लेकिन अचानक सब ठप पड़ गया. बालू का पैकेट बनवाने का कोई फायदा नहीं हुआ.' -ग्रामीण

बेतिया: बिहार के बेतिया (Bettiah) जिले में अधूरे कटाव रोधी कार्य (Anti-Erosion Work) को लेकर ग्रामीणों ने प्रशासन और संवेदक के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया है. बता दें कि 2017 में कटाव के दौरान 3 घर नदी में विलीन हो गये थं. इसके बाद से लोगों में भय बना हुआ है. ग्रामीण कटाव रोधी कार्य में तेजी लाने की मांग कर रहे हैं.

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मामला नरकटियागंज के धूमनगर के गदियानी टोला में हड़बोरा नदी (Hadbora River) तट का है. जल निकासी विभाग (Water Discharge Department) की ओर से कुछ दिनों पहले ही कटाव रोधी बांध का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था. यह कार्य एक सप्ताह से ठप पड़ा हुआ है. इस बात को लेकर नाराज ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया.

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ग्रामीणों ने बताया कि काफी प्रयास के बाद हड़बोड़ा नदी के तट पर कटावरोधी बांध का निर्माण कार्य शुरू किया गया था. लेकिन आधा-अधूरा काम करने के बाद ही उसे छोड़ दिया गया. ग्रामीणों ने अधिकारियों से मांग की है कि समय रहते कटाव रोधी बांध का निर्माण पूरा कराया जाये जिससे जमीन और घर को नदी में विलीन होने से बचाया जा सके.

संवेदकों के माध्यम से लापरवाही बरतने के कारण बालू का बैग भी फटने लगा है. कनीय अभियंता रमेश प्रसाद ने बताया कि नदी की धारा को मोड़ने के लिए ठोकर बनाने का निर्णय लिया गया है. लेकिन ग्रामीण काम को रोकते हुए वहां स्लोप पिचिंग बनाने की मांग कर रहे हैं.

'नदी में ठोकर की जरूरत है और बालू के पैकेट को भरकर ऊपर रख दिया गया है. सारा बालू का पॉकेट बर्बाद हो रहा है. एक महीने पहले पॉकेट भरा गया था लेकिन अचानक सब ठप पड़ गया. बालू का पैकेट बनवाने का कोई फायदा नहीं हुआ.' -ग्रामीण

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