बगहा: बिहार के पश्चिमी चंपारण में चमकी बुखार ने दस्तक दिया (CHAMKI FEVER IN WEST CHAMPARAN) है. जिले के रामनगर गांव में चमकी बुखार से दो बच्चों को पीड़ित पाया गया है. देर रात परिजनों ने दोनों बच्चों के इलाज के लिए पास के ही एक निजी अस्पताल में ले गये. वहां पर बच्चों के हालत में सही नहीं देखा तो उसके बाद उप स्वास्थ्य केंद्र रामनगर लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सक ने जांच कर चमकी बुखार होने की संभावना बताई और जिला सदर अस्पताल में रेफर कर दिया.
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"जब मैंने जांच किया कुछ लक्षण दिख रहे थे, ऐसे में अगर उल्टी, बुखार, एक साथ हो तो चमकी बुखार का लक्षण होता है, मैंने दोनों बच्चों को इलाज के लिये अच्छे अस्पताल में इलाज के लिए भेजा है. जिससे की दोनों बच्चों की जान बचाई जा सके". डॉ ऐश्वर्या चौबे
2 बच्चों में चमकी बुखार के लक्षण: दरअसल, जिले के रामनगर इलाके में 2 बच्चों में चमकी बुखार के लक्षण मिलने से लोगों में डर का माहौल हो गया है. हालांकि बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए GMCH बेतिया रेफर कर दिया गया है. बच्चों के परिजनों ने बताया कि कल शाम से ही दोनों बच्चों को तेज बुखार और दस्त हो रहा था. उन्होंने बताया कि ज्यादा बुखार होने पर निजी क्लीनिक में इलाज करवाने लाये लेकिन यहां उनलोगों की स्थिति में सुधार नही हुआ तो आज सुबह गांव के उप स्वास्थ्य केंद्र रामनगर लेकर पहुंचे. वहीं अस्पताल में मौजूद डॉक्टर ऐश्वर्या चौबे ने जांच करने के बाद चमकी बुखार होने के बारे में बताया और बेहतर इलाज के लिए GMCH बेतिया अस्पताल भेज दिया. बच्चे को बेतिया जाने के लिए चिकित्सक ने पीड़ित परिवार के परिजनों को आर्थिक मदद भी की.
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वहीं, इस बुखार से पीड़ित बच्चों की पहचान परिजनों ने बताया कि एक बच्ची सलोनी कुमारी (2 साल) और दूसरे की पहचान शिवम कुमार(4 वर्ष) बताया है. वहीं रामनगर पीएचसी में तैनात डॉक्टर ने भी आशंका जताई है कि चमकी के लक्षण दिखाई दे रहे हैं. वहीं डॉक्टर ने बताया कि बिना इलाज किये कुछ भी दवा करना जल्दबाजी होगा.