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West Champaran News: लगातार हो रही बारिश से टूटा दोन कैनाल नहर का बांध, क्षेत्र हुआ जलमग्न - Valmikinagar

मॉनसून की पहली बारिश लोगों के लिए आफत बनकर आई है. वाल्मीकिनगर (Valmikinagar) में दोन कैनाल नहर का बांध लगातार हो रही बारिश के कारण टूट गया है. इसके चलते पूरा इलाका पानी में डूब गया है.

west champaran flood
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Published : Jun 15, 2021, 9:13 PM IST

पश्चिम चंपारण (वाल्मीकिनगर): पश्चिम चंपारण (West Champaran) जिले में मानसून की दस्तक के साथ शुरू हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. रविवार से शुरू हुई बरसात ने बुधवार को दोन कैनाल नहर के बांध को भी लौकरिया छत्राल के समीप तोड़ दिया. इससे पूरा इलाका जलमग्न हो गया है.

यह भी पढ़ें- Bagaha News: गण्डक बराज से छोड़ा गया 2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी, कई गांव जलमग्न

दोन कैनाल नहर का बांध टूटा
दोन कैनाल नहर के बांध के टूटने के कारण क्षेत्र में पानी का दबाव और बढ़ गया है. इसका नतीजा यह हुआ कि कुछ मोहल्ले पूरी तरह से टापू बन गए हैं. वहीं, कुछ गांवों में लगातार हो रही बारिश के कारण लोगों के घरों के आसपास भारी जलजमाव देखने को मिल रहा है. बकुली पंचगावा पंचायत के मझौवा गांव और नौरंगिया दरदरी पंचायत के कई घरों में पानी घुसने की सूचना मिल रही है.

गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
वहीं गोनौली बाजार समेत आसपास के गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. इस बार पिछले 25 वर्ष का रिकॉर्ड टूटा है. भापसा नदी की धारा गोनौली की तरफ मुड़ गई है. इससे सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है. वहीं जन जीवन अस्त- व्यस्त हो गया है. निचले हिस्से की दुकानें और घरों को खाली कराया जा रहा है.

प्रशासनिक मदद का इंतजार
दोन कैनाल नहर के बांध के टूटने के कारण क्षेत्र में पानी का दबाव और बढ गया है. खेत भी पानी से भर गए हैं. गांवों में हालात और भी खराब हैं. ग्रामीण सड़कें जलमग्न हैं. तेज हवाओं के चलने के कारण बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है.

मौसम विभाग के अनुसार
मौसम विभाग के अनुसार क्षेत्र में दो-तीन दिन पहले ही मानसून ने दस्तक दे दी है. सामान्य तौर पर 15 जून से शुरू होने वाले मानसून ने इस बार दो-तीन दिन पहले ही पूरे इलाके को जलमग्न कर दिया है.

रविवार की सुबह से ही पूरे जिले में बरसात शुरू है. रुक-रुक कर शुरु हुई बरसात का सिलसिला देर रात तक चला. अगले दिन मंगलवार को भी बरसात जारी रही. फिर बुधवार को सुबह से लेकर शाम तक मूसलाधार बारिश होने के कारण अनुमंडल मुख्यालय से लेकर पूरा इलाका पानी में डूबा नजर आया.

देखें वीडियो

तराई क्षेत्र के लोगों को किया गया अलर्ट
लगातार हो रही बारिश व गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने तराई क्षेत्र के लोगों को अलर्ट करते हुए सुरक्षित स्थान पर जाने का निर्देश जारी किया है. पिपरासी सीओ फहीमुद्दीन अंसारी ने बताया कि गंडक क्षेत्र और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने का निर्देश दिया गया है.

लगभग सभी जिलों में बारिश का अलर्ट
इधर, बिहार में मॉनसून (Monsoon In Bihar) के कारण सूबे के अधिकांश हिस्सों में बारिश हो रही है. मौसम विज्ञान केंद्र (Meteorological Department) पटना ने बिहार के कई जिलों के लिए तात्कालिक अलर्ट जारी किया है.

मौसम वैज्ञानिकों ने राज्य के अधिकांश हिस्सों में गरज के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई है. पटना, गया, जहानाबाद, अरवल, भोजपुर, सीवान, सारण, गोपालगंज, वैशाली, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, नालंदा, नवादा के लिए तात्कालिक अलर्ट जारी किया है.

पश्चिम चंपारण (वाल्मीकिनगर): पश्चिम चंपारण (West Champaran) जिले में मानसून की दस्तक के साथ शुरू हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. रविवार से शुरू हुई बरसात ने बुधवार को दोन कैनाल नहर के बांध को भी लौकरिया छत्राल के समीप तोड़ दिया. इससे पूरा इलाका जलमग्न हो गया है.

यह भी पढ़ें- Bagaha News: गण्डक बराज से छोड़ा गया 2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी, कई गांव जलमग्न

दोन कैनाल नहर का बांध टूटा
दोन कैनाल नहर के बांध के टूटने के कारण क्षेत्र में पानी का दबाव और बढ़ गया है. इसका नतीजा यह हुआ कि कुछ मोहल्ले पूरी तरह से टापू बन गए हैं. वहीं, कुछ गांवों में लगातार हो रही बारिश के कारण लोगों के घरों के आसपास भारी जलजमाव देखने को मिल रहा है. बकुली पंचगावा पंचायत के मझौवा गांव और नौरंगिया दरदरी पंचायत के कई घरों में पानी घुसने की सूचना मिल रही है.

गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
वहीं गोनौली बाजार समेत आसपास के गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. इस बार पिछले 25 वर्ष का रिकॉर्ड टूटा है. भापसा नदी की धारा गोनौली की तरफ मुड़ गई है. इससे सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है. वहीं जन जीवन अस्त- व्यस्त हो गया है. निचले हिस्से की दुकानें और घरों को खाली कराया जा रहा है.

प्रशासनिक मदद का इंतजार
दोन कैनाल नहर के बांध के टूटने के कारण क्षेत्र में पानी का दबाव और बढ गया है. खेत भी पानी से भर गए हैं. गांवों में हालात और भी खराब हैं. ग्रामीण सड़कें जलमग्न हैं. तेज हवाओं के चलने के कारण बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है.

मौसम विभाग के अनुसार
मौसम विभाग के अनुसार क्षेत्र में दो-तीन दिन पहले ही मानसून ने दस्तक दे दी है. सामान्य तौर पर 15 जून से शुरू होने वाले मानसून ने इस बार दो-तीन दिन पहले ही पूरे इलाके को जलमग्न कर दिया है.

रविवार की सुबह से ही पूरे जिले में बरसात शुरू है. रुक-रुक कर शुरु हुई बरसात का सिलसिला देर रात तक चला. अगले दिन मंगलवार को भी बरसात जारी रही. फिर बुधवार को सुबह से लेकर शाम तक मूसलाधार बारिश होने के कारण अनुमंडल मुख्यालय से लेकर पूरा इलाका पानी में डूबा नजर आया.

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तराई क्षेत्र के लोगों को किया गया अलर्ट
लगातार हो रही बारिश व गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने तराई क्षेत्र के लोगों को अलर्ट करते हुए सुरक्षित स्थान पर जाने का निर्देश जारी किया है. पिपरासी सीओ फहीमुद्दीन अंसारी ने बताया कि गंडक क्षेत्र और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने का निर्देश दिया गया है.

लगभग सभी जिलों में बारिश का अलर्ट
इधर, बिहार में मॉनसून (Monsoon In Bihar) के कारण सूबे के अधिकांश हिस्सों में बारिश हो रही है. मौसम विज्ञान केंद्र (Meteorological Department) पटना ने बिहार के कई जिलों के लिए तात्कालिक अलर्ट जारी किया है.

मौसम वैज्ञानिकों ने राज्य के अधिकांश हिस्सों में गरज के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई है. पटना, गया, जहानाबाद, अरवल, भोजपुर, सीवान, सारण, गोपालगंज, वैशाली, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, नालंदा, नवादा के लिए तात्कालिक अलर्ट जारी किया है.

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