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सऊदी अरब से 5 महीने बाद पहुंचा इंतजार का शव, भाई बोला- किसी ने नहीं की मदद - dead body reached india

सऊदी अरब में ट्रक ड्राइवर की नौकरी करने वाले मोहम्मद इंतजार को 12 दिसंबर 2018 में अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी थी. जिसके बाद मृतक के भाई काफी मुशक्कत के बाद शव को भारत लाने में कामयाब रहे.

मृतक का शव
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Published : May 15, 2019, 8:55 AM IST

Updated : May 15, 2019, 9:15 AM IST

बेतियाः आखिरकार लंबे इंतजार के बाद 5 महीने 2 दिन बाद सऊदी अरब से मोहम्मद इंतजार का शव बेतिया पहुंचा. जिसकी 12 दिसंबर 2018 को सऊदी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मोहम्मद इंतजार सऊदी की एक कंपनी में ड्राइवर था. मृतक के भाई के अथक प्रयास से परिजन उसका अंतिम दर्शन कर सके.

एके-47 से सऊदी में मारी थी गोली
मृतक का शव उसके गांव बानुछापर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. आस-पास के लोग और शुभचिंतक की शव को देखने के लिए भीड़ जुट गई. बेतिया के बानुछापर ओपी क्षेत्र के बानुछापर गांव निवासी मोहम्मद हबीब के पुत्र मोहम्मद इंतजार सऊदी अरब में रहकर 3 वर्षों से ट्रक ड्राइवर का काम कर रहा था. बताया जाता है कि 12 दिसंबर 2018 की सुबह 5:30 बजे ट्रक लेकर कंपनी के काम से कहीं जा रहा थे. इस दौरान अज्ञात तीन अपराधियों ने ट्रक को घेरकर एके-47 से भून दिया. इस घटना में बांग्लादेश के भी दो युवक मारे गए थे.

मृतक का शव और बयान देता भाई

भाई के प्रयास से भारत आया शव
5 महीने 2 दिन की बात सऊदी अरब से चालक मोहम्मद इंतजार का शव बेतिया पहुंचा. उसके बाद से परिजनों की आंखें शव आने के इंतजार में पथरा गईं थी. मृतक के भाई मोहम्मद खुर्शीद के अथक परिश्रम से उसका शव भारत लाया गया. चार भाइयों में इंतजार सबसे छोटे थे. उसके दो पुत्र सिराज 10 वर्ष और रियाज 8 वर्ष, दो लड़की रानी खातून 6 वर्ष और काजल खातून 3 वर्ष की है. शव के पहुंचने के बाद सभी का रो-रो कर बुरा हाल है.

dead body
शव के पास जुटी भीड़

मृतक के भाई का आरोप
वहीं मृतक के भाई खुर्शीद आलम ने एंबेसी की ओर से सार्थक प्रयास नहीं किए जाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि एंबेसी की तरफ से कोई मदद नहीं की गई. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी लगातार ट्वीट करता रहा. लेकिन कोई जवाब नहीं आया. मृतक के भाई का कहना है कि इंडियन एंबेसी अगर मदद करती तो शव को लाने में इतना दिन नहीं लगता. बता दें कि मृतक के अन्य तीन भाई वहीं कार्यरत हैं. जो सऊदी में काफी कानूनी कार्रवाई के बाद शव को लाने कामयाब रहे.

बेतियाः आखिरकार लंबे इंतजार के बाद 5 महीने 2 दिन बाद सऊदी अरब से मोहम्मद इंतजार का शव बेतिया पहुंचा. जिसकी 12 दिसंबर 2018 को सऊदी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मोहम्मद इंतजार सऊदी की एक कंपनी में ड्राइवर था. मृतक के भाई के अथक प्रयास से परिजन उसका अंतिम दर्शन कर सके.

एके-47 से सऊदी में मारी थी गोली
मृतक का शव उसके गांव बानुछापर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. आस-पास के लोग और शुभचिंतक की शव को देखने के लिए भीड़ जुट गई. बेतिया के बानुछापर ओपी क्षेत्र के बानुछापर गांव निवासी मोहम्मद हबीब के पुत्र मोहम्मद इंतजार सऊदी अरब में रहकर 3 वर्षों से ट्रक ड्राइवर का काम कर रहा था. बताया जाता है कि 12 दिसंबर 2018 की सुबह 5:30 बजे ट्रक लेकर कंपनी के काम से कहीं जा रहा थे. इस दौरान अज्ञात तीन अपराधियों ने ट्रक को घेरकर एके-47 से भून दिया. इस घटना में बांग्लादेश के भी दो युवक मारे गए थे.

मृतक का शव और बयान देता भाई

भाई के प्रयास से भारत आया शव
5 महीने 2 दिन की बात सऊदी अरब से चालक मोहम्मद इंतजार का शव बेतिया पहुंचा. उसके बाद से परिजनों की आंखें शव आने के इंतजार में पथरा गईं थी. मृतक के भाई मोहम्मद खुर्शीद के अथक परिश्रम से उसका शव भारत लाया गया. चार भाइयों में इंतजार सबसे छोटे थे. उसके दो पुत्र सिराज 10 वर्ष और रियाज 8 वर्ष, दो लड़की रानी खातून 6 वर्ष और काजल खातून 3 वर्ष की है. शव के पहुंचने के बाद सभी का रो-रो कर बुरा हाल है.

dead body
शव के पास जुटी भीड़

मृतक के भाई का आरोप
वहीं मृतक के भाई खुर्शीद आलम ने एंबेसी की ओर से सार्थक प्रयास नहीं किए जाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि एंबेसी की तरफ से कोई मदद नहीं की गई. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी लगातार ट्वीट करता रहा. लेकिन कोई जवाब नहीं आया. मृतक के भाई का कहना है कि इंडियन एंबेसी अगर मदद करती तो शव को लाने में इतना दिन नहीं लगता. बता दें कि मृतक के अन्य तीन भाई वहीं कार्यरत हैं. जो सऊदी में काफी कानूनी कार्रवाई के बाद शव को लाने कामयाब रहे.

Intro:बेतिया : 5 माह 2 दिन बाद सउदी अरब से बेतिया पहुंचा चालक का पार्थिक शरीर । 12 दिसंबर 2018 को गोली मारकर की गई थी । हत्या लगातार निहारती रही परिजनों की पथराई आंखें । भाई की अथक परिश्रम से परिजन कर सके अंतिम दर्शन।


Body:बेतिया: 5 महीने 2 दिन की बात सऊदी अरब से चालक मोहम्मद इंतजार का पार्थिव शरीर बेतिया पहुंचा। चालक की हत्या 12 दिसंबर 2018 को गोली मारकर सऊदी अरब में कर दी गई थी । उसके बाद से लगातार परिजनों की पथराई आंखें शव आने की प्रतीक्षा में निहारती रही। मृतक के भाई मोहम्मद खुर्शीद की अथक परिश्रम से परिजन आज उसका अंतिम दर्शन कर सके। शव के बानुछापर पहुंचते ही पूरे परिजनों में कोहराम मच गया । आसपास के लोग व शुभचिंतक यहां पहुंच कर शव को देखने लगे। बेतिया के बानुछापर ओपी क्षेत्र के बानुछापर गांव निवासी मोहम्मद हबीब के पुत्र मोहम्मद इंतजार सऊदी अरब में रहकर ट्रक ड्राइवर का काम करते थे। हबीब मियां का 30 वर्षीय पुत्र इंतजार मियां पिछले 3 वर्षों से सऊदी अरब में ट्रक ड्राइवर का काम कर रहा था । इसी क्रम में 12 दिसंबर 2018 की सुबह 5:30 बजे ट्रक लेकर कंपनी के काम से कहीं जा रहा था । इस दौरान अज्ञात तीन अपराधियों ने ट्रक को घेरकर एके-47 से भून दिया। इस घटना में बांग्लादेश के भी दो युवक की हत्या हो गई थी।


Conclusion:चार भाइयों में सबसे छोटा था इंतजार। उसके दो पुत्र सिराज 10 वर्ष और रियाज 8 वर्ष, दो लड़की रानी खातून 6 वर्ष और काजल खातून 3 वर्ष है। वही मां मीना खातून, पत्नी सलीमा खातून है। शव के पहुंचने के बाद सभी का रो रो कर बुरा हाल है । वहीं मृतक के भाई खुर्शीद आलम ने एंबेसी की ओर से सार्थक प्रयास नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एंबेसी की तरफ से कोई भी पहल नहीं की गई। मैं लगातार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट करता रहा लेकिन कोई जवाब नहीं आया। बता दे कि मृतक के अन्य तीन भाई वही कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि एंबेसी की ओर से सकारात्मक सहयोग नहीं मिला। उन्हें स्वयं पहल कर शव को अपने घर तक लाया। वे स्वयं सऊदी अरब में काम करते हैं।
Last Updated : May 15, 2019, 9:15 AM IST
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