पश्चिम चंपारण(बेतिया): पश्चिमी चंपारण (West Champaran News) के मैनाटांड़ प्रखंड के चक्रसन गांव के समीप गन्ने के खेत में बाघ का शव मिला है. गन्ने के खेत में जिस जगह पर बाघ का शव (Tiger Suspicious Death In Bettiah) मिला है, वहां आपसी लड़ाई के साक्ष्य मिले हैं. ऐसा लग रहा है कि दो बाघों के बीच काफी समय तक संघर्ष चला है. इसी दौरान एक बाघ ने दूसरे बाघ को मार दिया है.
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वीटीआर के क्षेत्र निदेशक हेमकांत राय ने बाघ का शव मिलने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि रेंजर सुनील कुमार पाठक के नेतृत्व में वनकर्मियों की टीम पहुंची है. मामले की जांच की जा रही है. बताया जाता है कि पिछले एक सप्ताह से बाघ इस इलाके में डेरा जमाए हुए था.
बीते पांच अक्टूबर को दिनदहाड़े बाघ ने चक्रसन गांव के समीप पांच बकरियों को मारा डाला था. वहीं पुरैनिया गांव में राजू उरांव के घर में घुसकर बाघ ने एक बकरी का शिकार किया था. वन कर्मियों की टीम जब ट्रैकिंग के लिए पहुंची तो गन्ने के खेत में बाघ की दहाड़ सुनाई दी. अनुमान लगाया गया कि बाघ इस इलाके में डेरा डाले हुए था. तभी वीटीआर के जंगल से निकल कर दूसरा बाघ भी इसी इलाके में आ गया. जानकार बताते हैं कि क्षेत्राधिकार व शिकार को लेकर दोनों में संघर्ष हुआ होगा, जिसमें एक बाघ की मौत हो गई है.
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"सारी चीजों को देखने के बाद ही फाइनल रिपोर्ट दे सकते हैं,लेकिन अभी देख कर साफ लग रहा है कि फाइट में ही बाघ की मौत हुई होगी. संभावना है कि दूसरा बाघ भी घायल हो सकता है. इलाके में कैमरे लगाए जा रहे हैं."- हेमकांत राय, वीटीआर के क्षेत्र निदेशक
बता दें कि इलाके में बाघ के डेरा जमाए जाने से दहशत में रह रहे लोग समूह में सरेह की ओर जा रहे थे. बुधवार की सुबह में करीब आधा दर्जन लोग घास काटने के लिए चक्रासन गांव के समीप सरेह में गये थे. गन्ने के खेत में बाघ का शव देखकर लोगों पर भगदड़ मच गई. ग्रामीणों ने इसकी सूचना एसएसबी को दी, जिसके बाद यहां पर वन विभाग की टीम पहुंची.