पश्चिम चंपारण(बगहा): बिहार के बगहा स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (Valmiki Tiger Reserve) से एक खतरनाक बाघ निकलकर एक बार फिर से रिहायशी इलाकों में घुस गया है. नौरंगिया दोन के इलाके में ने बाघ का पगमार्क देखा है. वहीं, रामपुर नयागांव पंचायत की सरेह में बाघ ने दो बकरी और एक नीलगाय को अपना निवाला बना लिया है. बाघ के घनी आबादी वाले क्षेत्र में आने से लोगों में दहशत का माहौल है.
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रिहायशी इलाकों में बाघ ने जमाया डेरा: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से अमूमन जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में चले आते हैं और लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं. भोजन की तलाश में जंगल से निकलकर जंगली जानवार घनी आबादी वाले इलाके में आ जाते हैं और उनके मवेशियों को अपना निवाला बना लेते हैं. बीते दो दिनों से वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से सटे दो अलग-अलग गांवों में बाघ की चहलकदमी देखी गई है. जिसके बाद से ग्रामीण भयभीत हैं.
एक हफ्ते से विचरण कर रहा बाघ: दरअसल, नौरंगिया दोन के इलाके में एक बाघ हफ्ते भर से विचरण कर रहा है. जिसका पगमार्क लोगों ने देखा, जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. जानकारी के मुताबिक दोन इलाके में बाघ ने 5 माहीने के भीतर आधा दर्जन लोगों पर हमला किया है, जिसमें से चार लोगों की मौत हो चुकी है. अब एक बार फिर से बाघ का पगमार्क देखकर लोगों में दहशत है और लोग खेतों की तरफ जाने से डर रहे हैं.
दो बकरी और नीलगाय को बनाया शिकार: मदनपुर वनक्षेत्र से सटे रामपुर नयागांव पंचायत के रामपुर के सरेह में बाघ को देखकर किसान बाघ पड़े. इस इलाके में बाघ ने दो दिनों से डेरा जमाया हुआ है. किसानों के मुताबिक बाघ ने दो बकरियों और एक नीलगाय को अपना शिकार बना लिया है. पीड़ित किसान तुलसी चौधरी ने बताया कि उसके दो बकरी को बाघ ने अपना शिकार बना लिया है, तबसे कोई भी किसान खेतों की तरफ जाने से डर रहा है. किसान ने बताया कि वन विभाग को इसकी सूचना दी गई थी और वे लोग आकर पगमार्क खोजने की कोशिश की लेकिन बारिश की वजह से सफलता नहीं मिली है.
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