बेतिया: जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. भीषण ठंड के कारण स्कूल जाने वाले बच्चों का हाल बुरा हो रखा है. इस भीषण ठंड में बच्चे जिला प्रशासन से स्कूल बंद करने की मांग कर रहे हैं. जो छात्राएं दूर दराज से स्कूल साइकिल से आती हैं, उनका कहना है कि घने कोहरे के कारण सड़क पर साइकिल चलाना भी मुश्किल हो गया है. जिला प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है. ताकि ठंड से बचाओ हो सके.
कड़ाके की ठंड में स्कूल जाने को मजबूर बच्चे: पश्चिमी चंपारण जिले में भीषण ठंडी पड़ रही है. सर्द मौसम से हाल बुरा हो रखा है. चारों तरफ घना कोहरा है. नौनिहाल स्कूल इस ठंड में जाने को मजबूर हैं. ठंड के कारण बच्चों के अभिभावक भी डरे हुए हैं कि इतनी ठंड में बच्चे स्कूल कैसे जाएंगे. वहीं विद्यार्थियों का कहना है कि इस ओर जिला प्रशासन, जिला शिक्षा पदाधिकारी को ध्यान देने की जरूरत हैं. ताकि ठंड में कुछ दिनों के लिए बच्चों को राहत मिले.
"बहुत ठंड है लेकिन मजबूरी में स्कूल जाना पड़ रहा है. तीन दिन नहीं आने पर नाम काट दिया जा रहा है."- छात्रा
"हम लोगों के पैरेंट्स भी परेशान है. मेरी एक सहेली को ठंडा लग गया है. स्कूल को बंद कर देना चाहिए."- छात्रा
शीतलहर में स्कूल बंद करने की मांग: जिस तरह ठंड पड़ रही है, ऐसे में बच्चों को लेकर डर बना रहता है. ठंड में स्कूल जाने वाले बच्चे राहत चाह रहे हैं. जिला प्रशासन को स्कूलों को ठंड और शीतलहर के चलते बंद कर देने की मांग हो रही है. बता दें की पश्चिमी चंपारण जिले में भीषण सर्दी देखने को मिल रही है.
13 डिग्री सेंटीग्रेड से नीचे पहुंचा पारा: कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बावजूद बच्चे स्कूल जाने को मजबूर हैं. जिले का तापमान 13 डिग्री सेंटीग्रेड से नीचे चला गया है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी. पूरे जिले में पछुआ हवाओं के कारण भीषण सर्दी पड़ रही है. ऐसे में जिला प्रशासन को स्कूल बंद कर देना चाहिए. ताकि बच्चों को ठंड से राहत मिल सके.