पश्चिमी चंपारण: बिहार के बगहा में गंडक नदी (Gandak River) के रास्ते नेपाल से विवादित सुस्ता क्षेत्र में आ रही मोटरबोट अचानक नदी के बीच धार में फंस गयी. बता दें कि मोटरबोट पर तकरीबन 30 लोग सवार थे, तभी बोट का मैकेनिजम फेल हो गया और इंजन बंद हो गया. ऐसे में एसएसबी (SSB) और नेपाल एपीएफ (Nepal APF) के जवानों ने गंडक नदी में बहते 30 लोगों का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित बचा लिया.
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तेज प्रवाह में बंद हुई मोटरबोट
दरअसल, गंडक नदी के दूसरी तरफ नेपाल स्थित रतनगंज और रामनगर पुलिस चौकी से विवादित सुस्ता गांव में आने के लिए नाव ही सहारा है. मोटरबोट के सहारे कुछ लोग गंडक नदी को पार कर सुस्ता आ रहे थे. जब मोटरबोट नदी के बीच मझधार पहुंची, तो बोट का मैकेनिजम फेल हो गया, जिस कारण इंजन बंद हो गया. इंजन के बंद होते ही नाव को गति और दिशा देने वाली पंखी जाम हो गई, जिससे मोटरबोट नदी के तेज बहाव में हिचकोले खाते हुए बहने लगी.
लोगों में मच गई चीख पुकार
मोटरबोट को बेकाबू देख बोट पर सवार लोगों के बीच चीख पुकार मच गई. इस बात की जानकारी भारतीय सीमा के अंतर्गत झंडू टोला एसएसबी कैम्प को दी गई. नदी में बहते हुए नाव सहित लोग भारतीय सीमा में प्रवेश कर गए थे, ऐसे में आनन-फानन में नेपाल एपीएफ और एसएसबी के जवानों ने मिलकर संयुक्त रेस्क्यू अभियान चलाकर बोट पर सवार 30 लोगों की जान बचा ली.
''बोट पर सवार लगभग सभी 30 लोगों का सफल रेस्क्यू कर लिया गया है. नदी पार करते समय मोटर बोट का इंजन बंद हो गया था, जिस कारण ये सभी लोग नाव सहित नदी में बहने लगे थे.''- पंकज कुमार सिंह, एसएसबी इंस्पेक्टर
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बता दें कि गंडक नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्रो में पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से नदी उफान पर है. जिस कारण नदी में तेज बहाव हो रहा है. ऐसे में नदी को नाव या मोटर बोट से पार करना खतरे से खाली नहीं है.