पश्चिमी चंपारण: बिहार के बेतिया (Bettiah) में मानसून (Monsoon) की बारिश का असर देखने को मिल रहा है. गंडक नदी (Gandak River) का जलस्तर अचानक बढ़ने से पिपरासी प्रखंड सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. रविवार को वरिष्ठ माले नेता सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता (MLA Virendra Prasad Gupta) सेमरा लबेदहा और मंझरिया पंचायत के लोगों से मिले और उनका हाल जाना.
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बाढ़ प्रभावितों से मिले माले विधायक
माले नेता ने सेमरा लबेदहा पंचायत के बाढ़ पीड़ितों से मिल कर सरकारी सहायता की जानकारी ली. इस दौरान माले नेता ने निर्माणाधीन रेल बांध से विस्थापित होने वाले लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को जाना.
आंदोलन की चेतावनी से दिखी सक्रियता- ग्रामीण
लोगों ने विधायक को बताया कि 1 जून को उनके आने और आंदोलन की चेतावनी देने के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने सक्रियता दिखाई. इस दौरान पूर्व में चिन्हित 64 रेल परियोजना के जद में आने वाले परिवारों को जमीन चिन्हित करके देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लेकिन, अभी लोग घर भी नहीं बना पाए थे कि बारिश और बाढ़ के कारण लोगों का विस्थापन नहीं हो पाया है.
कई लोगों को नहीं मिल पाई जमीन
वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि अभी भी डेढ़ दर्जन ऐसे लोग हैं, जिनको जमीन उपलब्ध नहीं हो पाई है. इस पर विधायक ने सीओ फहीमुद्दीन अंसारी को फोन कर जल्द लोगों को जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. वहीं, गांव की टूटी सड़कों की मरम्मत कराने की मांग ग्रामीणों ने की. इस पर विधायक ने अधिकारियों से बात कर जल्द मरम्मती का आश्वासन दिया.
''इन दोनों पंचायत के लोगों को हर वर्ष बाढ़ की त्रासदी झेलनी पड़ती है. इसका मुख्य कारण डबल इंजन की सरकार है. वह स्थाई निदान पर नहीं हवा हवाई वादों पर विश्वास करती है. सरकार को जल्द स्थाई निदान के रूप में पहल करनी चाहिए. इसके लिए रेल बांध की मरम्मत के साथ दोनों पंचायतों को बचाने के लिए बंधे का निर्माण कराना चाहिए. वे इसके लिए सिंचाई विभाग के वरीय अधिकारियों से बात कर जल्द स्थाई निदान के लिए कार्य करने की मांग करेंगे.''- वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, वरीय माले नेता सह सिकटा विधायक
विधायक ने की ईटीवी भारत की सराहना
विधायक ने लगातार इस क्षेत्र की समस्या और उसके निदान की मांग को लेकर ग्रामीणों की आवाज उठाने के लिए ईटीवी भारत की सराहना की. उन्होंने कहा कि वे रोजाना बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण कर रहे हैं. इस दौरान उन्हें यहां के लोगों की समस्या और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता की खबर ईटीवी भारत के माध्यम से मिलती है. इसी कारण वो आज लोगों की सुधि लेने पहुंचे हैं.
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लगातार बढ़ रहा नदियों का जलस्तर
बता दें कि पश्चिमी चंपारण जिले में हो रही लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ चुका है. नदियों का पानी अब गांव की तरफ तेजी से प्रवेश कर रहा है. ऐसे में कई गांव टापू (Flood Situation in Bettiah) बन चुके हैं. इन गांवों की जमीन और सड़कें हर साल बाढ़ में लोगों को धोखा दे जाती हैं और पानी में डूब जाती हैं. गांव का डायवर्सन पानी में बह जाने से इसका संपर्क भी अन्य गांवों से टूट गया है.