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मेरी हत्या की साजिश में मोतिहारी डीएम और एसपी भी शामिल हैं- संजय जायसवाल

बीजेपी प्रत्याशी ने कहा कि मामला बढ़ता गया और नौबत पत्थरबाजी तक आ पहुंची. अगर मेरे अंगरक्षक ने मुझे नहीं बचाया होता और फायरिंग नहीं की होती तो मेरी हत्या हो जाती.

संजय जायसवाल
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Published : May 13, 2019, 5:09 PM IST

बेतिया: पश्चिमी चंपारण सीट से लोकसभा प्रत्याशी संजय जायसवाल पर छठे चरण के मतदान के दौरान हिंसा की वारदात हुई थी. जिसका दोष उन्होंने मोतिहारी डीएम रमन कुमार और एसपी उपेंद्र शर्मा के मत्थे मढ़ा है. संजय जायसवाल ने कहा है कि डीएम और एसपी दोनों मेरी हत्या कराने की साजिश में संलिप्त हैं.

बीजेपी प्रत्याशी ने कहा कि 12 मई को वह अपने लोकसभा क्षेत्र रक्सौल में थे. 12:15 बजे उन्हें जानकारी मिली कि बूथ नंबर 162 और 163 पर हिंदू मतदाताओं को मतदान करने से रोका जा रहा है. साथ ही वहां पर मौजूद कुछ मुस्लिम असामाजिक तत्वों ने हिंदू वोटरों के साथ मारपीट की. फिर बीजेपी प्रत्याशी वहां पहुंचे और प्रशासन को भी इसकी जानकारी दी. लेकिन, 11:45 बजे से 4:00 बजे तक लगातार फोन करते रहने पर भी कोई अधिकारी नहीं आया.

मुश्किल से बची मेरी जान-जायसवाल
जायसवाल ने एसपी पर अभद्रता से फोन पर बात करने की बात कही. उनका कहना है कि एसपी ने कहा कि - 'मेरे पास कोई हवाई जहाज है कि मैं जल्दी आ जाऊं'. अंत में संजय जायसवाल ने पीठासीन अधिकारी को भी सूचित किया. अधिकारी ने सब शांतिपूर्ण होने देने की बात कही. मामला धीरे-धीरे बढ़ता गया और नौबत पत्थरबाजी तक आ पहुंच गई. उपद्रवियों ने संजय जायसवाल और हिंदू मतदाताओं पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. संजय जायसवाल ने बताया कि अगर उनके अंगरक्षकों ने उन्हें नहीं बचाया होता और फायरिंग नहीं की होती तो उनकी हत्या हो जाती. उन्होंने कहा कि 15 से ज्यादा राउंड फायरिंग हुई तब जाकर उनकी जान बची.

मामले की जानकारी देते बीजेपी प्रत्याशी

घंटों इंतजार के बाद भी नहीं पहुंचे अधिकारी
डॉ. संजय जयसवाल ने पूर्वी चंपारण डीएम रमन कुमार और एसपी उपेंद्र शर्मा पर हत्या कराने की साजिश का आरोप लगाया. उनका कहना है कि बार-बार फोने करने के बाद भी वो नहीं आए. उन्होंने ये भी कहा कि बाद में एसपी ने अपना मोबाइल बंद कर लिया. इसके बाद संजय जायसवाल ने बेतिया आरओ को फोन किया. उन्होंने आरओ को खबर दी. जिसके बाद मोतिहारी एसपी से बात हुई. एसपी ने आने का आश्वासन दिया लेकिन, घंटों तक इंतजार करने के बाद भी एसपी महोदय नहीं पहुंचे.

बेतिया: पश्चिमी चंपारण सीट से लोकसभा प्रत्याशी संजय जायसवाल पर छठे चरण के मतदान के दौरान हिंसा की वारदात हुई थी. जिसका दोष उन्होंने मोतिहारी डीएम रमन कुमार और एसपी उपेंद्र शर्मा के मत्थे मढ़ा है. संजय जायसवाल ने कहा है कि डीएम और एसपी दोनों मेरी हत्या कराने की साजिश में संलिप्त हैं.

बीजेपी प्रत्याशी ने कहा कि 12 मई को वह अपने लोकसभा क्षेत्र रक्सौल में थे. 12:15 बजे उन्हें जानकारी मिली कि बूथ नंबर 162 और 163 पर हिंदू मतदाताओं को मतदान करने से रोका जा रहा है. साथ ही वहां पर मौजूद कुछ मुस्लिम असामाजिक तत्वों ने हिंदू वोटरों के साथ मारपीट की. फिर बीजेपी प्रत्याशी वहां पहुंचे और प्रशासन को भी इसकी जानकारी दी. लेकिन, 11:45 बजे से 4:00 बजे तक लगातार फोन करते रहने पर भी कोई अधिकारी नहीं आया.

मुश्किल से बची मेरी जान-जायसवाल
जायसवाल ने एसपी पर अभद्रता से फोन पर बात करने की बात कही. उनका कहना है कि एसपी ने कहा कि - 'मेरे पास कोई हवाई जहाज है कि मैं जल्दी आ जाऊं'. अंत में संजय जायसवाल ने पीठासीन अधिकारी को भी सूचित किया. अधिकारी ने सब शांतिपूर्ण होने देने की बात कही. मामला धीरे-धीरे बढ़ता गया और नौबत पत्थरबाजी तक आ पहुंच गई. उपद्रवियों ने संजय जायसवाल और हिंदू मतदाताओं पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. संजय जायसवाल ने बताया कि अगर उनके अंगरक्षकों ने उन्हें नहीं बचाया होता और फायरिंग नहीं की होती तो उनकी हत्या हो जाती. उन्होंने कहा कि 15 से ज्यादा राउंड फायरिंग हुई तब जाकर उनकी जान बची.

मामले की जानकारी देते बीजेपी प्रत्याशी

घंटों इंतजार के बाद भी नहीं पहुंचे अधिकारी
डॉ. संजय जयसवाल ने पूर्वी चंपारण डीएम रमन कुमार और एसपी उपेंद्र शर्मा पर हत्या कराने की साजिश का आरोप लगाया. उनका कहना है कि बार-बार फोने करने के बाद भी वो नहीं आए. उन्होंने ये भी कहा कि बाद में एसपी ने अपना मोबाइल बंद कर लिया. इसके बाद संजय जायसवाल ने बेतिया आरओ को फोन किया. उन्होंने आरओ को खबर दी. जिसके बाद मोतिहारी एसपी से बात हुई. एसपी ने आने का आश्वासन दिया लेकिन, घंटों तक इंतजार करने के बाद भी एसपी महोदय नहीं पहुंचे.

Intro:बेतिया: मेरी हत्या कराने की साजिश में पूर्वी चंपारण के डीएम व एसपी पूरी तरह संलिप्त। एसपी और डीएम ने किया फोन बंद- संजय जयसवाल


Body: पूर्वी चंपारण के डीएम रमन कुमार और एसपी उपेंद्र शर्मा ने मेरी हत्या कराने की साजिश में संलिप्त है। उक्त बातें पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी व पश्चिमी चंपारण सांसद डॉक्टर संजय जयसवाल ने कही। उन्होंने कहा कि 12 मई को मैं अपने लोकसभा क्षेत्र रक्सौल में था। 12:15 बजे मुझे जानकारी मिली की बूथ नंबर 162 और 163 नंबर बूथ पर हिंदू बच्चों को मतदान करने से रोका जा रहा है। इस दौरान वहां पर मौजूद कुछ मुस्लिम असामाजिक तत्वों ने उन वोटरो के साथ मारपीट की और लाइन में जितनी हिंदू महिलाएं खड़ी थी उन सब को लाइन से निकाल कर पीटा गया। वहीं उन्होंने कहा कि जब मैं उनसे कहा कि आप प्रशासन को फोन करो तो उन्होंने प्रशासन को फोन किया। लेकिन 11:45 बजे से 4:00 बजे तक लगातार फोन करते रहे लेकिन कोई नहीं आया। और जब एसपी ने फोन उठाया तो एसपी का स्टेटमेंट था कि मेरे पास कोई हवाई जहाज है कि मैं जल्दी आ जाऊं। डॉ संजय जयसवाल ने कहा कि जब मैंने फोन किया प्रशासन के पास तो उन्होंने बोला कि यहां पर सब कुछ सही ढंग से चल रहा है। उन्होंने कहा कि नरकटिया विधानसभा के शेखावना के बूथ संख्या 162 और 163 पर 90% मुस्लिम वोटरों 10% हिंदू वोटर हैं। जब मैं वहां पहुंचा तो मैंने देखा कि कुछ हिंदू लोगों को वहां पर मारा पीटा जा रहा है। तो कई महिलाएं बेहोश पड़ी हुई थी और वहां पर भगदड़ मचा हुआ था। जिसके बाद मैं उन मतदाताओं को खुद लेकर बूथ पर गया और वहां मौजूद पीठासीन पदाधिकारी से बात की, कि आपके सामने इतना सब कुछ हो रहा है आप क्यों नहीं रोक रहे हैं। इतने देर में चारों तरफ से ईट- पत्थर मेरे ऊपर चलने लगे। अगर मेरे अंगरक्षक ने मुझे नहीं बचाया होता और फायरिंग नहीं की होती तो मेरी हत्या हो जाती। उन्होंने कहा कि 15 से ज्यादा राउंड फायरिंग हुई तब जाकर मेरी जान बची।


Conclusion:वहीं डॉ संजय जयसवाल ने पूर्वी चंपारण डीएम रमन कुमार और एसपी उपेंद्र शर्मा पर हत्या की कराने की साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि मैं लगातार पुलिस से गुहार करता रहा कि आप जल्दी आइए। 4:00 बजे से 6:30 बजे तक हमने पुलिस का इंतजार किया और लगातार कॉल करते रहे । इसके बावजूद एसपी ने अपना मोबाइल बंद कर लिया। मोतिहारी डीएम और एसपी दोनों से किसी ने मेरा फोन नहीं उठाया। इसके बाद मैंने बेतिया आर.ओ. को फोन किया। जिसके बाद आर.ओ. ने उनको खबर कि। उसके बाद मोतिहारी एसपी से बात हुई। तो वह उनसे झूठ बोलतज रहे कि मैं आ रहा हूं और बहाना मार कर कभी यहां हूं, तो कभी वहां हूं कि बात करने लगे। इसके बावजूद शाम 6:30 बजे तक ना एसपी आए और ना ही सेंट्रल फोर्स । 6:30 बजे जब अंधेरा होने लगा तो मुझे आभास हो गया कि मेरी अब हत्या हो जाएगी। इसके बाद डीएसपी ने कहा कि आप चलिए मेरे साथ। मैं फिर डीएसपी के साथ वहां से निकला। इसके बाद भी रास्ते में डीएसपी के गाड़ी पर पथराव होता रहा। जिस कारण मेरी गाड़ी समेत डीएसपी की गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस किसी प्रकार से मेरी जान बचाकर वहां से मुझे ले निकली। उन्होंने कहा कि मेरा स्पष्ट आरोप है कि मोतिहारी एसपी और डीएम मेरी हत्या कराने की साजिश में पूरी तरह से संलिप्त हैं। यहां तक कि मेरे ऊपर गलत आरोप लगाकर मुझे फंसाने की साजिश कर रहे हैं। कि मैंने लोगों को भड़काने का काम किया है। वहां पर मौजूद पीठासीन पदाधिकारी से मैंने यही कहा कि बूथ नंबर 162 और 163 पर हिंदू मतदाताओं को परेशान किया जा रहा है और उन्हें वोट देने से रोका जा रहा है। आप क्या कर रहे हैं ? इसमें भड़काने वाली कौन सी बात आ गई। संजय जयसवाल यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि वहां मतदान केंद्र से 3 किलोमीटर दूर एसएसबी कैंप है। मैंने उनके अधिकारी से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि जब तक मुझे मोतिहारी एसपी का आदेश नहीं आएगा मैं वहां नहीं आ सकता। तो इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि मेरी हत्या कराने की साजिश में एसपी और डीएम पूरी तरह संलिप्त व पूर्ण रूप से शामिल है।

बाइट- डॉ. संजय जायसवाल, बीजेपी प्रत्याशी,पश्चिमी चंपारण लोकसभा
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