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Bettiah News: सोलर पावर प्लांट पर मंडराया कटाव का खतरा, विद्युत आपूर्ति बाधित - solar power plant in Bettiah

साल 2015 में स्थापित इस सोलर पावर प्लांट (Solar Power Plant) से 10 मेगावाट विद्युत आपूर्ति होती थी, लेकिन पहाड़ी नदी मशान की धारा इस पावर स्टेशन से महज 20 मीटर की दूरी पर रह गई है, ऐसे में अब कटाव का खतरा बढ़ गया है. यहां काम करने वाले कर्मचारियों ने प्रशासन से इसे बचाने की गुहार लगाई है.

सोलर पावर प्लांट
सोलर पावर प्लांट
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Published : Jul 7, 2021, 5:31 PM IST

बेतिया: पश्चिम चंपारण जिले में बाढ़ के कारण कई जगहों पर हालात काफी भयावह हैं. नदियों के जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ का पानी गई इलाकों में फैल चुका है. इस वजह से जहां जनजीवन पर बुरा असर पड़ रहा है, वहीं रामनगर के मुंडेरा गांव में करोड़ों की लागत से बने सोलर पावर प्लांट (Solar Power Plant) पर भी अब कटाव का खतरा मंडराने लगा है.

ये भी पढ़ें- बेतिया: ग्रामीणों की डीएम से गुहार, गांव को तबाही से बचाने के लिए बनवायें पक्के ठोकर

रामनगर के डैनमरवा पंचायत अंतर्गत मुंडेरा गांव में करोड़ों की लागत से साल 2015 में अज्यूर पावर एरिस कम्पनी द्वारा इस पावर प्लांट को स्थापित किया गया था. इससे 10 मेगावाट विद्युत आपूर्ति होती थी. कटाव के बढ़ते खतरे को देखकर यहां के ग्रामीण और कर्मी चिंतित हैं.

देखें रिपोर्ट

ग्रामीणों के मुताबिक एक पखवारा पहले भी मसान नदी (Masan River) से आई सैलाब ने सोलर पावर प्लांट को पूरी तरह जलमग्न कर दिया था. बाढ़ का पानी घुसने से आपूर्ति क्षमता बुरी तरह प्रभावित हुई और अब महज 2 मेगावाट ही आपूर्ति हो पा रही है. जिससे क्षेत्र में बिजली की किल्लत होने लगी है.

यहां काम करने वाले कर्मियों और मजदूरों को अब यह चिंता सताने लगी है कि यदि मशान नदी सोलर पावर स्टेशन को अपने जद में ले लेती है तो विद्युत व्यवस्था तो चरमराएगी ही, दर्जनों लोग भी बेरोजगार हो जाएंगे. ऐसे में ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि किसी भी तरह पावर स्टेशन को बर्बाद होने से बचा लिया जाए, क्योंकि नदी की धारा सोलर पावर प्लांट से अब महज 20 मीटर ही दूर है.

ये भी पढ़ें- बेतियाः तीन गांव को जोड़ने वाली पुलिया जर्जर, ग्रामीण लगा रहे सरकारी दफ्तरों के चक्कर

आपको बताएं कि बिहार में बाढ़ से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. नेपाल में हो रही बारिश के बाद अब उत्तर बिहार की सभी नदियां उफान पर हैं. नरकटियागंज से बलथर जाने वाली मुख्य सड़क में हलतलबी नदी पर बना पुल बाढ़ के कारण एक बार फिर से टूट चुका है. जिसके चलते आज चौथे दिन भी आवागमन पूरी तरह ठप रहा.

बेतिया: पश्चिम चंपारण जिले में बाढ़ के कारण कई जगहों पर हालात काफी भयावह हैं. नदियों के जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ का पानी गई इलाकों में फैल चुका है. इस वजह से जहां जनजीवन पर बुरा असर पड़ रहा है, वहीं रामनगर के मुंडेरा गांव में करोड़ों की लागत से बने सोलर पावर प्लांट (Solar Power Plant) पर भी अब कटाव का खतरा मंडराने लगा है.

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रामनगर के डैनमरवा पंचायत अंतर्गत मुंडेरा गांव में करोड़ों की लागत से साल 2015 में अज्यूर पावर एरिस कम्पनी द्वारा इस पावर प्लांट को स्थापित किया गया था. इससे 10 मेगावाट विद्युत आपूर्ति होती थी. कटाव के बढ़ते खतरे को देखकर यहां के ग्रामीण और कर्मी चिंतित हैं.

देखें रिपोर्ट

ग्रामीणों के मुताबिक एक पखवारा पहले भी मसान नदी (Masan River) से आई सैलाब ने सोलर पावर प्लांट को पूरी तरह जलमग्न कर दिया था. बाढ़ का पानी घुसने से आपूर्ति क्षमता बुरी तरह प्रभावित हुई और अब महज 2 मेगावाट ही आपूर्ति हो पा रही है. जिससे क्षेत्र में बिजली की किल्लत होने लगी है.

यहां काम करने वाले कर्मियों और मजदूरों को अब यह चिंता सताने लगी है कि यदि मशान नदी सोलर पावर स्टेशन को अपने जद में ले लेती है तो विद्युत व्यवस्था तो चरमराएगी ही, दर्जनों लोग भी बेरोजगार हो जाएंगे. ऐसे में ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि किसी भी तरह पावर स्टेशन को बर्बाद होने से बचा लिया जाए, क्योंकि नदी की धारा सोलर पावर प्लांट से अब महज 20 मीटर ही दूर है.

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आपको बताएं कि बिहार में बाढ़ से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. नेपाल में हो रही बारिश के बाद अब उत्तर बिहार की सभी नदियां उफान पर हैं. नरकटियागंज से बलथर जाने वाली मुख्य सड़क में हलतलबी नदी पर बना पुल बाढ़ के कारण एक बार फिर से टूट चुका है. जिसके चलते आज चौथे दिन भी आवागमन पूरी तरह ठप रहा.

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