बगहा: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में एक मेहमान गैंडे की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई. बताया जा रहा है कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में गैंडे की मौत चंपापुर गनौली और वाल्मीकिनगर संतपुर सोहरिया के बीच झरहरवा सरेह में गन्ने के खेत में हुई है. गैंडे की मौत से इलाके में सनसनी फैल गई और उसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ लग गई.
गन्ने के खेत में मिला गैंडे का शव
इंडो-नेपाल सीमा पर स्थित सूबे के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में नेपाल के चितवन से आए मेहमान गैंडे से यहां इनके अधिवास की तैयारी चल रही थी. इसी बीच अधिवास से पहले गन्ने के खेत में गैंडे की संदिग्ध परिस्थिति में मौत ने वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में व्यवस्था और वन विभाग की कार्यशैली पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. आशंका जताई जा रही है कि गन्ने के खेत में कोरेजीन दवा का छिड़काव हुआ होगा. जिससे फसल को खाने आए गैंडे को नुकसान पहुंचा है.
गैंडे अधिवास की चल रही थी तैयारी
बता दें कि वीटीआर में एक मात्र मेहमान गैंडा की असमय मौत ने वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के होश उड़ गए. गैंडे की संदिग्ध हालात में मौत से कई तरह की चर्चा जोरों पर है. घटना वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वाल्मीकिनगर रेंज क्षेत्र की है. वहीं, घटना की सूचना पर डीएफओ गौरव ओझा ने घटना स्थल पर वन विभाग की टीम को भेज कर मृत गैंडे के शव को अपने कब्जे में लेकर मामले की जांच में जुट गए. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही गैंडे की मृत्यु के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा.