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बेतिया में एक बार फिर मिली चार आंखों वाली दो मछली, देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी - mouth cat fish

बेतिया में दो अजीबोगरीब मछलियां (Unique fish Found in Bettiah) मिली हैं. मछली की चार आंख और उसकी अलग बनावट सामान्य मछली से बिल्कुल अलग है. ऐसे में लोग लोग मछली को देखने के लिए दूर-दूर से आ रहे हैं. एक मछली की वजन करीब 500 ग्राम है.पढ़ें पूरी खबर....

बेतिया में दिखी अजीबोगरीब मछली
बेतिया में दिखी अजीबोगरीब मछली
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Published : Dec 19, 2022, 6:47 PM IST

Updated : Dec 19, 2022, 7:22 PM IST

बेतिया में मिली अजीबोगरीब मछली

बेतिया: बिहार के बेतिया में एक मछुआरे के जाल में दो अजीबोगरीब मछली फंस (Rare Species Of Fish Found In Bettiah) गयी. जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई. हर कोई इस मछली को देखकर हैरान है. एक मछली का वजन 500 ग्राम और दूसरे मछली का वजन 200 ग्राम था. मछलियों के चार आंख हैं. इनका रंग और बनावट भी सामान्य मछली से भिन्न हैं. ये दोनों मछलियां सिकटा प्रखंड के बलथर गांव के पोखरा में मछली मारने के दौरान जाल में फंस गई.

यह भी पढ़ें: चार आंखें.. एरोप्लेन जैसे पंख.. गंडक में कैसे आ गई विनाशकारी मछली, बढ़ी टेंशन

जाल में फंसी दोनों मछलियां: जानकारी के मुताबिक मैंनाटाड़ थाना क्षेत्र के रामनगरी गांव निवासी अंकुर साह नाम के मछुआरे के जाल में दो अजीबोगरीब मछली फंस गई. जब इस मछली के विषय में पूछे जाने पर डब्ल्यूटीआई व डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के वरीय अधिकारी डॉ समीर के सिन्हा और वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पदस्थापित बांकेलाल प्रजापति ने बताया कि यह मछली माउथ कैट फिश (Mouth Cat Fish) है. यह मछली अमेरिका के दक्षिणी अमेजॉन नदी में पाई जाती है. इसको अमेजॉन स्मेल एक्जॉटिक कैट फीस के नाम से जाना जाता है, जो कि आरमोरेड कैटफिश फैमिली से है. इसका हमारे क्षेत्रों में मिलना चिंता की बात है.


काफी खरतनाक है ये मछली: उन दोनों ने बताया कि माउथ कैटफिश साउथ अफ्रीका और साउथ अमेरिका में अधिकतर पाई जाती है. लोग इसे घरों में पालने को लाये थे. बाद में कुछ लोगों ने इसे नदियों में छोड़ दिया. इस मछली का प्रजनन अधिक तेजी से होता है. इस मछली को वर्ष 2003-04 में गंगा नदियों में सर्वे के समय पहली बार देखा गया था. वर्तमान में यह मछली गंगा, गंडक आदि नदियों में भी मौजूद है. यहां से 15000 हजार किलोमीटर दूर अमेरिका के अमेजॉन में रहने वाली इस मछली का तलाब में मिलना शोध का विषय है. यह मछली दुर्लभ प्रजाति की है. इसका मिलना शुभ संकेत नहीं माना जाता है. क्योंकि यह एक मांसाहारी प्रजाति की मछली है. यह जल में रहने वाले जलीय जीवों के लिए खतरनाक साबित होती है.

बेतिया में मिली अजीबोगरीब मछली

बेतिया: बिहार के बेतिया में एक मछुआरे के जाल में दो अजीबोगरीब मछली फंस (Rare Species Of Fish Found In Bettiah) गयी. जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई. हर कोई इस मछली को देखकर हैरान है. एक मछली का वजन 500 ग्राम और दूसरे मछली का वजन 200 ग्राम था. मछलियों के चार आंख हैं. इनका रंग और बनावट भी सामान्य मछली से भिन्न हैं. ये दोनों मछलियां सिकटा प्रखंड के बलथर गांव के पोखरा में मछली मारने के दौरान जाल में फंस गई.

यह भी पढ़ें: चार आंखें.. एरोप्लेन जैसे पंख.. गंडक में कैसे आ गई विनाशकारी मछली, बढ़ी टेंशन

जाल में फंसी दोनों मछलियां: जानकारी के मुताबिक मैंनाटाड़ थाना क्षेत्र के रामनगरी गांव निवासी अंकुर साह नाम के मछुआरे के जाल में दो अजीबोगरीब मछली फंस गई. जब इस मछली के विषय में पूछे जाने पर डब्ल्यूटीआई व डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के वरीय अधिकारी डॉ समीर के सिन्हा और वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पदस्थापित बांकेलाल प्रजापति ने बताया कि यह मछली माउथ कैट फिश (Mouth Cat Fish) है. यह मछली अमेरिका के दक्षिणी अमेजॉन नदी में पाई जाती है. इसको अमेजॉन स्मेल एक्जॉटिक कैट फीस के नाम से जाना जाता है, जो कि आरमोरेड कैटफिश फैमिली से है. इसका हमारे क्षेत्रों में मिलना चिंता की बात है.


काफी खरतनाक है ये मछली: उन दोनों ने बताया कि माउथ कैटफिश साउथ अफ्रीका और साउथ अमेरिका में अधिकतर पाई जाती है. लोग इसे घरों में पालने को लाये थे. बाद में कुछ लोगों ने इसे नदियों में छोड़ दिया. इस मछली का प्रजनन अधिक तेजी से होता है. इस मछली को वर्ष 2003-04 में गंगा नदियों में सर्वे के समय पहली बार देखा गया था. वर्तमान में यह मछली गंगा, गंडक आदि नदियों में भी मौजूद है. यहां से 15000 हजार किलोमीटर दूर अमेरिका के अमेजॉन में रहने वाली इस मछली का तलाब में मिलना शोध का विषय है. यह मछली दुर्लभ प्रजाति की है. इसका मिलना शुभ संकेत नहीं माना जाता है. क्योंकि यह एक मांसाहारी प्रजाति की मछली है. यह जल में रहने वाले जलीय जीवों के लिए खतरनाक साबित होती है.

Last Updated : Dec 19, 2022, 7:22 PM IST
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