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बेतिया: विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान मौत, 36 घंटे तक नहीं हुआ पोस्टमार्टम - Inmate of Bagaha prison dies

विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद मृतक कैदी के शव का 36 घंटे तक पोस्टमार्टम नहीं हो सका. यह प्रशासन की आमानवीय हरकत को दर्शाता है.

Bettiah
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Published : Nov 22, 2019, 12:47 PM IST

बेतिया: जिला प्रशासन, अस्पताल प्रशासन और जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. 20 नवंबर की रात इलाज के दौरान बगहा जेल में बंद कैदी इश्हाक बैठा की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई, लेकिन 36 घंटे बाद भी मृतक कैदी का पोस्टमार्टम तक नहीं हो सका. वहीं, इतनी बड़ी लापरवाही सिस्टम पर सवाल खड़े कर रही है कि प्रशासन ने मृतक कैदी के साथ किस तरह से आमानवीय हरकत की.

इलाज के दौरान कैदी की मौत
बता दें कि बगहा जेल में बंद कैदी इश्हाक बैठा की अचानक तबियत बिगड़ी, जिसको इलाज के लिए बगहा अनुमंडल अस्पताल भेजा गया. वहां से डॉक्टरों ने उसे बेतिया रेफर कर दिया. वहीं, बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान उसकी की मौत हो गई.

इलाज के दौरान अस्पताल में कैदी की मौत

36 घंटे तक नहीं हो पाया शव का पोस्टमार्टम
जानकारी के अनुसार 36 घंटे तक मृतक कैदी का पोस्टमार्टम तक नहीं हो पाया. वहीं, जेल प्रशासन, अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन के पत्राचार में कैदी की डेड बॉडी पोस्टमार्टम रूम में ही पड़ी रही. साथ ही यह घटना प्रशासन की पूरी सिस्टम को शर्मसार कर रही है. वहीं, बगहा जेल से आए पुलिस का कहना है कि कागजी कार्रवाई के कारण पोस्टमार्टम में विलंब हुआ है.

Bettiah
36 घंटे तक पोस्टमार्टम रूम में पड़ा रहा कैदी का शव

बेतिया: जिला प्रशासन, अस्पताल प्रशासन और जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. 20 नवंबर की रात इलाज के दौरान बगहा जेल में बंद कैदी इश्हाक बैठा की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई, लेकिन 36 घंटे बाद भी मृतक कैदी का पोस्टमार्टम तक नहीं हो सका. वहीं, इतनी बड़ी लापरवाही सिस्टम पर सवाल खड़े कर रही है कि प्रशासन ने मृतक कैदी के साथ किस तरह से आमानवीय हरकत की.

इलाज के दौरान कैदी की मौत
बता दें कि बगहा जेल में बंद कैदी इश्हाक बैठा की अचानक तबियत बिगड़ी, जिसको इलाज के लिए बगहा अनुमंडल अस्पताल भेजा गया. वहां से डॉक्टरों ने उसे बेतिया रेफर कर दिया. वहीं, बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान उसकी की मौत हो गई.

इलाज के दौरान अस्पताल में कैदी की मौत

36 घंटे तक नहीं हो पाया शव का पोस्टमार्टम
जानकारी के अनुसार 36 घंटे तक मृतक कैदी का पोस्टमार्टम तक नहीं हो पाया. वहीं, जेल प्रशासन, अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन के पत्राचार में कैदी की डेड बॉडी पोस्टमार्टम रूम में ही पड़ी रही. साथ ही यह घटना प्रशासन की पूरी सिस्टम को शर्मसार कर रही है. वहीं, बगहा जेल से आए पुलिस का कहना है कि कागजी कार्रवाई के कारण पोस्टमार्टम में विलंब हुआ है.

Bettiah
36 घंटे तक पोस्टमार्टम रूम में पड़ा रहा कैदी का शव
Intro:बेतिया: अगर सिस्टम की लापरवाही आपको देखनी है तो बेतिया अस्पताल आ जाइए, जहां एक कैदी का शाव पिछले 36 घंटों से पोस्टमार्टम के लिए तड़प रहा है, बेतिया जिला प्रशासन, अस्पताल प्रशासन व जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है, 20 नवंबर की रात्रि इलाज के दौरान बगहा जेल में बंद कैदी इश्हाक बैठा की इलाज के दौरान बेतिया अस्पताल में मौत हो गई, लेकिन 36 घंटे बाद भी मृतक कैदी का पोस्टमार्टम तक नहीं हो पाया, इतनी बड़ी लापरवाही सिस्टम पर सवाल खड़ा कर रहा है कि जिला प्रशासन, अस्पताल प्रशासन व जेल प्रशासन इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो सकती है।


Body:बता दे कि बगहा जेल में बंद कैदी इश्हाक बैठा की अचानक तबियत बिगड़ी, जिसको इलाज के लिए बगहा अनुमंडल अस्पताल भेजा गया, वहां से उसे बेतिया रेफर कर दिया गया, बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान कैदी इश्हाक बैठा की मौत हो गई, 20 तारीख के 10 बजे रात्रि से लेकर 22 तारीख 10 बजे दिन तक कैदी का पोस्टमार्टम तक नहीं हो पाया, पिछले 36 घंटे से काजी खानापूर्ति में जेल प्रशासन, अस्पताल प्रशासन व जिला प्रशासन के पत्राचार में कैदी की डेड बॉडी पोस्टमार्टम रूम में ही पड़ी रही,एक कैदी की डेड बॉडी पिछले 36 घंटे के साथ जिला प्रशासन की पूरी सिस्टम को शर्मसार कर रही है।


Conclusion:इस पूरे प्रकरण में जिले की पूरी सिस्टम शर्मसार हो रही है, कैमरे पर कोई भी अधिकारी बोलना नहीं चाह रहा है, वहीं मृत कैदी के परिजन 20 नवंबर से ही बेतिया में अपने मृत परिजन के पोस्टमार्टम का इंतजार कर रहे हैं ताकि पोस्टमार्टम के बाद शव को अपने घर ले जा सके, परिजनों का कहना है कि कैदी की मौत 20 नवंबर की रात्रि इलाज के दौरान हो गई थी लेकिन 36 घंटे के बाद भी पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है।

बाइट - मृतक के परिजन

वही बगहा जेल से आए पुलिस का कहना है कि कागजी कार्रवाई के कारण पोस्टमार्टम में विलंब हुआ है।

बाइट- जेल प्रशासन
पीटीसी
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