बेतियाः पश्चिम चंपारण के बेतिया-लौरिया मुख्य सड़क पर हुए सड़क हादसे में दंपत्ति की मौत के बाद आक्रोशितों ने हंगामा किया. रामनगर नरकटियागंज मुख्य मार्ग को जाम कर परिजनों और ग्रामीणों ने मुआवजा की राशि के साथ बीडीओ की गिरफ्तारी की मांग की. इस दौरान शव को सड़क पर रख कर प्रदर्शन किया. मौके पर पहुंचे रामनगर सीओ ने 4-4 लाख की मुआवजा राशि देकर मामले को शांत कराया.
यह घटना बेतिया-लौरिया मुख्य सड़क मार्ग पर मंगलवार को हुई थी. सिरीसिया थाना के जिनवलिया ढेंगी टोला के समीप देर शाम नरकटियागंज बीडीओ की सरकारी गाड़ी से ठोकर लग गई थी. जिसमें रामनगर प्रखंड के धोकराहा गांव निवासी 30 वर्षीय अशफाक अंसारी और उसकी पत्नी रुबैदा खातून की मौत हो गयी. जबकि तीन वर्षीय बेटा इसराइल अंसारी गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसका इलाज पटना में चल रहा है. वहीं, परिजनों ने बताया कि मृतक रूबैदा आठ महीने की गर्भवती थी.
कई घंटे तक जाम रहा नरकटियागंज सड़क मार्ग
इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने कई घंटे तक रामनगर नरकटियागंज मुख्य सड़क को धोकरहा पंचायत भवन के पास जाम कर दिया. लोगों ने बीडीओ और चालक की गिरफ्तारी की मांग के साथ-साथ जिलाधिकारी को बुलाने की मांग की. आक्रोशित ग्रामीणों ने टायर जला कर प्रदर्शन किया.
4-4 लाख का मिला मुआवजा
घटना स्थल पर पहुंचे रामनगर सीओ विनोद मिश्रा ने मृत दम्पति के परिजन को 4-4 लाख मुआवजे की राशि दी. साथ ही आगे भी मदद का भरोसा दिलाया. वहीं, आक्रोश ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत कराया. बता दें कि मृतक अपने मां-बाप का एकलौता सहारा था. ऐसे में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. जबकि गांव में मातम का माहौल है. मृतक कुछ दिन पहले ही सउदी अरब में राज मिस्त्री का काम करके लौटा था.