बेतिया: विश्वभर में कहर बरपा रहा कोरोना वायरस लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. भारत में भी कोरोना ग्रसित कई लोग मिले हैं. इस वजह से जहां देशभर में अलर्ट जारी है, तो वहीं आम लोग इस वायरस को लेकर खौफ में हैं. लोगों में इस कदर डर व्याप्त है कि वो भगवान की शरण में जा पहुंचे हैं और भगवान से गुहार लगा रहे हैं कि भगवान मुझे कोरोना से बचाओ.
बेतिया में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां कोरोना से बचने के लिए लोगों ने दो दिवसीय अष्टयाम का आयोजन किया है. भगवान की भक्ति में लीन लोग कोरोना से मुक्ति की गुहार लगा रहे हैं. साथ ही लोग भगवान से इस बीमारी से निजात दिलाने और देशवासियों के लिए सुख और समृद्धि का कामना कर रहे हैं.
बेतिया के चनपटिया प्रखंड क्षेत्र से नगदहिया गांव के लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए दो दिवसीय अष्टयाम का आयोजन किया है, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए. इस आयोजन से पहले गांव की कुंवारी कन्याओं ने कलश यात्रा निकाली.
निकाली गई कलश यात्रा
अष्टयाम को वैदिक रीति-रिवाज से संपन्न कराने वाले पुजारी की मानें, तो जब धरती के भगवान किसी बीमारी की रोकथाम नहीं कर पाते हैं तब हम सबके भगवान उसको रोक सकते हैं. इसलिए गांव में कोरोना वायरस से बचने के लिए ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से दो दिवसीय अष्टयाम का आयोजन किया है. ताकि न सिर्फ इस गांव को बल्कि पूरे देश और विश्व को जानलेवा बीमारी से बचाया जा सके. पुजारी ने बताया कि भगवान उनकी दुआ जरूर सुनेंगे और इस जानलेवा कोरोना वायरस से इंसानियत को बचाएंगे.
आस्था और सरकार का आदेश
भले ही सरकार ने किसी भी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम या अनुष्ठान पर रोक लगा दी हो. लेकिन जिस तरह से इस बीमारी ने लोगों के अंदर डर और दहशत फैला दी है. उससे बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग भगवान की चौखट पर माथा टेक रहे हैं. सरकार के आदेश की परवाह किए बगैर भगवान से इस जानलेवा वायरस से बचाने की मन्नत मांग रहे हैं.
(ईटीवी भारत किसी भी धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने की कोई मंशा नहीं रखता है. उक्त खबर जागरूकता को लेकर प्रकाशित की गई है. सजग रहें. सरकार की जारी की गई गाइडलाइन को फॉलो अवश्य करें)