बेतिया : यास चक्रवात ( Yaas Cyclone ) को लेकर तीन दिनों की बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल खोल रख दी है. जिला प्रशासन द्वारा पूरे जिले को अलर्ट मोड पर रखा गया था. इसके बावजूद निगम ने नालों की सफाई अच्छे ढंग से नहीं कराई. आलम ये है कि बेतिया शहर के हर चौक चौराहे पर घुटने भर से ज्यादा पानी जमा ( Water Logging) है. लोग गंदे नाली के पानी व बदबू में चलने को मजबूर हैं.
पूरा शहर झील में तब्दील
ये हाल बेतिया नगर निगम इलाके का है. शहर के मुख्य चौक चौराहे घुटने से ज्यादा पानी सड़क पर जमा हो गया है. प्रशासन के अलर्ट के बावजूद नगर निगम कुंभकरण की नींद सोया रहा. जिसका नतीजा आज पूरा शहर झील में तब्दील हो चुका है.
'सही समय नालों की सफाई हो गई रहती, तो यही स्थिति आज नहीं रहती. दिखावे के लिए जेसीबी मशीन आती है और नालों की सफाई होती है. लेकिन सफाई क्या होती है वह तस्वीरों में दिखाई दे रही है.'- : स्थानीय निवासी
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डिप्टी सीएम की शहर की नारकीय हाल
यहीं नहीं विकास की ये हाल उस शहर की है. जहां बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल रहते हैं. राज्य की डिप्टी सीएम रेणु देवी भी यहीं से हैं. इसके बावजूद भी शहर नर्क में तब्दील हो गया है. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब मानसून आएगा तो शहर की स्थिति क्या होगी.