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बगहा: आपदा से निपटने के लिए सेमिनार का आयोजन, बाढ़ग्रस्त इलाके के लोगों के साथ हुई चर्चा

बगहा प्रखंड के सभागार में गोरखपुर एनवायरनमेंटल एक्शन ग्रुप द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें बाढ़ग्रस्त इलाके के लोगों और किसानों को आपदा की चुनौतियों से निपटने और बेहतर तरीके से आजीविका चलाने को लेकर चर्चा की गई.

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Published : Mar 18, 2021, 10:02 PM IST

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कार्यशाला

बेतिया: पश्चिम चंपारण जिला के बगहा प्रखंड के सभागार में गोरखपुर एनवायरनमेंटल एक्शन ग्रुप द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें बाढ़ग्रस्त इलाके के लोगों और किसानों को आपदा की चुनौतियों से निपटने और बेहतर तरीके से आजीविका चलाने को लेकर चर्चा की गई.

यह भी पढ़ें- वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के 9 KM दायरे में खनन पर रोक, खनन विभाग ने जारी किया आदेश

सेमिनार में बाढ़ग्रस्त इलाके के दर्जनों किसान शामिल हुए. कार्यक्रम का शुभारंभ एसडीएम शेखर आनंद, बीडीओ कुमार प्रशांत और अनुमंडलीय अस्पताल उपाधीक्षक केबीएन सिंह ने संयुक्त रूप से किया. एसडीएम शेखर आनंद ने बताया कि गोरखपुर एनवायरनमेंटल एक्शन ग्रुप बाढ़ग्रस्त इलाकों के उत्थान के लिए लगातार प्रयास में जुटी है.

बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में कार्यरत यह संस्था लंबे समय से आपदा प्रबंधन का काम कर रही है. इसके तहत इलाके के महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई सारे कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं. इस क्षेत्र की महिलाएं मशरूम की खेती कर जीविकोपार्जन के क्षेत्र में बेहतर कर रही हैं. यही वजह है कि बगहा के राजवाटिया गांव को मशरूम गांव के नाम से जाना जाने लगा है.

किसानों को पोर्टेबल खेती के सिखाये जा रहे गुर
बाढ़ व कटाव से बुरी तरह प्रभावित गंडक दियारा के इलाके में किसान फसल बर्बाद होने से काफी परेशान रहते हैं. लिहाजा उनके लिए भी संस्था पोर्टेबल खेती का प्रशिक्षण दे सब्जी समेत अन्य प्रकार के खेती को बढ़ावा दे रही है. किसान मचान बनाकर सब्जी की नर्सरी उगाते हैं और उसका बीचड़ा बेचने के साथ-साथ सब्जी की खेती कर आमदनी भी करते हैं. संस्था के अध्यक्ष रवि मिश्रा ने बताया कि बाढ़ग्रस्त इलाकों के उत्थान के लिए वे लोग लगातार काम कर रहे हैं.

बेतिया: पश्चिम चंपारण जिला के बगहा प्रखंड के सभागार में गोरखपुर एनवायरनमेंटल एक्शन ग्रुप द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें बाढ़ग्रस्त इलाके के लोगों और किसानों को आपदा की चुनौतियों से निपटने और बेहतर तरीके से आजीविका चलाने को लेकर चर्चा की गई.

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सेमिनार में बाढ़ग्रस्त इलाके के दर्जनों किसान शामिल हुए. कार्यक्रम का शुभारंभ एसडीएम शेखर आनंद, बीडीओ कुमार प्रशांत और अनुमंडलीय अस्पताल उपाधीक्षक केबीएन सिंह ने संयुक्त रूप से किया. एसडीएम शेखर आनंद ने बताया कि गोरखपुर एनवायरनमेंटल एक्शन ग्रुप बाढ़ग्रस्त इलाकों के उत्थान के लिए लगातार प्रयास में जुटी है.

बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में कार्यरत यह संस्था लंबे समय से आपदा प्रबंधन का काम कर रही है. इसके तहत इलाके के महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई सारे कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं. इस क्षेत्र की महिलाएं मशरूम की खेती कर जीविकोपार्जन के क्षेत्र में बेहतर कर रही हैं. यही वजह है कि बगहा के राजवाटिया गांव को मशरूम गांव के नाम से जाना जाने लगा है.

किसानों को पोर्टेबल खेती के सिखाये जा रहे गुर
बाढ़ व कटाव से बुरी तरह प्रभावित गंडक दियारा के इलाके में किसान फसल बर्बाद होने से काफी परेशान रहते हैं. लिहाजा उनके लिए भी संस्था पोर्टेबल खेती का प्रशिक्षण दे सब्जी समेत अन्य प्रकार के खेती को बढ़ावा दे रही है. किसान मचान बनाकर सब्जी की नर्सरी उगाते हैं और उसका बीचड़ा बेचने के साथ-साथ सब्जी की खेती कर आमदनी भी करते हैं. संस्था के अध्यक्ष रवि मिश्रा ने बताया कि बाढ़ग्रस्त इलाकों के उत्थान के लिए वे लोग लगातार काम कर रहे हैं.

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