बेतिया: वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर हर जगह लोग डरे और सहमे हुए हैं. इस बीच बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर हर राजनीतिक पार्टी अपने अपने तरीके से चुनाव प्रचार में जुट गई है. डिजिटल माध्यम से हर राजनीतिक पार्टी अपने कार्यकर्ताओं से बात कर रही है और लोगों से जनसंपर्क कर रही है. ईटीवी भारत संवाददाता ने चुनाव को लेकर आम लोगों से बात की.
बिहार विधानसभा चुनाव कोरोना काल में होना चाहिए या नहीं होना चाहिए. इसको लेकर बेतिया कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अब्दुल हाई अख्तर ने कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव कराना इस वैश्विक महामारी में उचित नहीं है. ऐसी संवैधानिक व्यवस्था है कि अगर देश में कोई भी विशेष परिस्थिति उत्पन्न होती है. तो चुनाव को 6 महीने तक टाला जा सकता है.
बिहार विधानसभा चुनाव पर लोगों की राय
वहीं, रिटायर्ड प्रिंसिपल राधामिश्र नवीन ने कहा कि चुनाव निश्चित समय पर होना चाहिए. लेकिन अभी के मौजूदा परिस्थिति में चुनाव को कुछ दिनों के लिए टाला जा सकता है. छात्र शुभम मिश्रा का कहना है कि बिहार में विधानसभा चुनाव होना चाहिए, क्योंकि लोगों के बीच बहुत सारे चीजों पर पाबंदी लगाई गई है. ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए चुनाव कराया जा सकता है. शिक्षक मंजीत कुमार ने कहा कि जिस तरह कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, ऐसे में चुनाव को मार्च महीने तक टाला जा सकता है.
विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरु
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर हर किसी की अपनी-अपनी राय है. बिहार में कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव होना है और देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव कराना सरकार के लिए एक चुनौती है. बिना संक्रमण फैले चुनाव तय सीमा समय पर हो और इसके लिए राजनीति तेज हो गई है. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर हर राजनीतिक पार्टी अपने अपने तरीके से चुनाव प्रचार में जुट गई है और लोगों से डिजिटल माध्यम से संपर्क कर रही है और हर राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता बूथ स्तर पर लोगों से जनसंपर्क कर रहे हैं.