बेतियाः बिहार के बेतिया में जीएमसीएच में पिछले 24 घंटे से ओपीडी और इमरजेंसी सेवा बंद (OPD and emergency service closed in Bettiah GMCH) है. दरअसल, यहां इंटर्न डॉक्टर हड़ताल पर हैं. इस कारण यहां आने वाले मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. इसके अलावा भर्ती मरीज भी परेशान हैं. जीएमसीएच में हड़ताल के कारण मरीज दर-दर भटक रहे हैं. परिजन अपने मरीज को लेकर यहां से वहां भटकने को मजबूर हैं. लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बावजूद भी जिला प्रशासन अब तक इन इंटर्न डॉक्टर से बात नहीं करने आई.
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जल्द इमरजेंसी सेवा बहाल होने का दिया आश्वासनः जीएमसचीएच में हड़ताल को लेकर अस्पताल के अधिकारी से लेकर अधीक्षक तक लापरवाह बने हुए हैं. इस कारण जीएमसीएच के इंटर्न अब तक धरने पर बैठे हैं. इस बाबत जब जीएमसीएच की प्रिंसिपल सुधा भारती से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जो इंटर्न डॉक्टर धरने पर बैठे हुए हैं, उनकी मांगें मान ली गई है. तुरंत आधे घंटे में स्वास्थ सेवा बहाल कर दी जाएंगे. वहीं लगातार अस्पताल अधीक्षक डॉ प्रमोद तिवारी का फोन ऑफ आ रहा था.
मरीजों को वापस लौटना पड़ाः काफी देर बाद पता चला कि एक कमरे में अस्पताल अधीक्षक डॉ. प्रमोद तिवारी बैठे हुए हैं. तब वहां पर पहुंचकर डॉ. प्रमोद तिवारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि छात्रों की मांगे मान ली गई है. सुबह से ओपीडी और इमरजेंसी बंद है. जल्दी उसे बाहल कर दिया जाएगा. डाॅक्टरों की हड़ताल से जीएमसीएच में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है. दूर-दराज से यहां इलाज कराने के लिए आने वाले लोगों को वापस लौटना पड़ रहा है.
नवजात की मौत के बाद डाॅक्टर से हुई थी मारपीटः बीती रात इलाज के दौरान यहां एक नवजात बच्चे की मौत हो गई थी. इसके बाद गुस्साए परिजनों ने डॉक्टरों के साथ मारपीट की. इससे नाराज डॉक्टर ने सुबह में ओपीडी और इमरजेंसी सेवा बंद कर दी. इस कारण मरीज इधर से उधर भटकते रहे. लेकिन किसी भी डॉक्टर और अधिकारी के कान में जूं तक नहीं रेंगी और अधिकारी मूकदर्शक बने रहे. वहीं इंटर्न डाॅक्टर अपनी मांग पर अडिग रहे.
''इमरजेंसी सेवा बाधित होने की सूचना मिली है. इंटर्न का आवेदन आया है. उनलोगों की जो भी मांग है. उसे पूरा कर दिया गया है. जल्द ही इमरजेंसी सेवा बहाल कर दी जाएगी" - डॉ. प्रमोद तिवारी, अधीक्षक जीएमसीएच