बेतिया (वाल्मीकि नगर): पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकि नगर में पीपी तटबंध (PP Embankment ) से 1.7 किमी की दूरी पर मगरमच्छ द्वारा सुराख बनाने की सूचना पर बाढ़ एक्सपर्टों की छह सदस्यी टीम ने निरीक्षण किया. टीम के निर्देश पर जेसीबी से खोद कर देखा गया कि होल तटबंध के बहुत भीतर तक है. इसे देखकर अधिकारियों ने मौके पर उपस्थित अभियंताओं को जमकर फटकार लगायी.
यह भी पढ़ें: दूल्हा निकला मंदबुद्धि तो दुल्हन पक्ष ने बनाया बंधक, छुड़ाने गई पुलिस टीम पर हमला
लापरवाही पर अभियंताओं को फटकारा
अधिकारियों ने सवाल उठाया कि जब रोजाना तटबंध की निगरानी होती है तो इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो गई ? गनीमत है कि इस समय बाढ़ के हालात नहीं हैं वरना स्थिति गंभीर हो सकती थी.
पटना व गोपालगंज से पहुंचे अभियंता
गोपालगंज के मुख्य अभियंता प्रकाश दास, पटना डिजाइन के मुख्य अभियंता टीके बहादुड़ी, डिजाइन के अधीक्षण अभियंता अरविंद कुमार, पटना मॉनिटरिंग विभाग से कार्यपालक अभियंता अवतार कुमार, अधीक्षण अभियंता अंचल, पडरौना के महेश्वर शर्मा ने निरीक्षण किया.
मगरमच्छ ने किया 15 फीट बांध में सुराख
अधिकारियों के मुताबिक मगरमच्छ के द्वारा करीब 15 फीट बांध में सुराख कर दिया गया था. जेसीबी से गड्ढे को खोदकर देखा गया कि इसमें कहीं मगरमच्छ तो नहीं है. लेकिन मगरमच्छ अपना अंडा देकर यहां से चला गया था. वन विभाग के विशेषज्ञ सुब्रत बेहरा को फोन कर मुख्य अभियंता प्रकाश दास ने इस बारे में जानकारी ली.
यह भी पढ़ें: बगहा: रिहायशी इलाके में मगरमच्छ, वन कर्मियों ने रेस्क्यू कर गंडक नदी में छोड़ा
मगरमच्छ के 16 अंडे मिले
विशेषज्ञ ने बताया कि यह मगरमच्छ का अंडा है. वन विभाग की टीम ने तटबंध के गड्ढे से 16 अंडे बरामद किये. उसे लाकर जंगल में घोंसला बनाकर सुरक्षित रख दिया गया है. मौके पर पहुंची टीम ने कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार और सहायक अभियंता गौतम कुमार को गड्ढे को मिट्टी से भरने का निर्देश दिया.