बेतिया: चुनावी बिगुल बज चुका है. सभी पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. चाहे वो गठबंधन हो या महागठबंधन. इस बीच चुनावों से पहले बनी लोकतांत्रिक जन स्वराज पार्टी मैदान में उतर रही है. जानते हैं इसकी तैयारी, एजेंडे और वादे.
पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट पर राजनीतिक पार्टियों में होड़ मची हुई है. हर कोई अपनी जीत का दावा कर रहा है. इस चुनावी बरसात में महज 1 महीने की लोकतांत्रिक जन स्वराज पार्टी भी बिहार में चुनाव लड़ रही है. 40 सीटों में से यह पार्टी महज एक सीट पर चुनाव लड़ने जा रही है, वह भी पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट से, जिसमें खुद पार्टी अध्यक्ष उम्मीदवार होंगे.
कितने अलग इसके एजेंडे
बेतिया में पार्टी ने आज प्रेस वार्ता बुलाई, जिसमें इसके तकरीबन आठ कार्यकर्ता मौजूद थे. पार्टी पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट से जीत का दावा कर रही है. इस दौरान पार्टी अध्यक्ष विपिन तिवारी के एंजेडे भी बाकी पार्टियों से मेल खाते ही नजर आए.
हुआ स्वर्णों और किसानों का जिक्र
उन्होंने अन्य विपक्षी पार्टियों पर हमला करते हुए कहा कि किसी पार्टी ने सवर्णों को टिकट नहीं दिया. अगर वे जीत दर्ज करते हैं तो सवर्णों के हक के लिए लड़ेगें. इस दौरान किसानों का भी जिक्र हुआ. वहीं महिला सशक्तिकरण की बात करते हुए पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सेविकाओं को वेतन के नाम पर मात्र 15 सौ रूपए मिल रहे हैं, ये कैसा सशक्तिकरण है.
चुनावी मैदान में महज 1 महीने की यह पार्टी अभी जनता के सम्पर्क से कोसों दूर है. ऐसे में यह निर्दलीय लड़ेगी या चुनावों के करीब आते ही किसी पार्टी को समर्थन देगी. क्योंकि इसके पास न तो जनाधार है और न ही कार्यकर्ता. वहीं माना ये भी जा रहा है कि नई पार्टी लोजसपा उन पार्टियों के लिए अड़ंगा बन सकती है जो निर्दलीय मैदान में उतर रहीं हैं.