बगहा: नेपाल के बीरगंज शहर का रहने वाला 30 वर्षीय शेख मुन्ना नेपाल से संसद भवन दिल्ली (Parliament House Delhi) तक की दूरी पैदल नापने के लिए निकल चुका है. नेपाल और भारत के बीच बेटी-रोटी के सम्बंध को और ज्यादा मजबूत बनाने तथा भारत में ब्याही गई बेटियों को राजनीतिक अधिकार दिलाने के उद्देश्य से युवक ने पैदल यात्रा शुरू की है. वह नेपाल से पैदल चलकर दिल्ली जाएगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर भारत नेपाल के संबंधों को प्रगाढ़ करने की मांग करेगा.
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24 दिनों में पैदल 36 शहरों की यात्रा: नेपाल से दिल्ली तक की यात्रा के दौरान शेख मुन्ना 24 दिनों में पैदल 36 शहरों की यात्रा करेगा. भारत और नेपाल के बीच बेटी-रोटी के सम्बंध को और ज्यादा प्रगाढ़ बनाने के उसकी यात्रा का उद्देश्य है. उसका लक्ष्य है कि वह 24 दिनों में कई शहरों की पैदल यात्रा करते हुए दिल्ली पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल भारत नेपाल संबंधों को और ज्यादा मजबूत करने की मांग करे. फिलहाल उसके इस पहल की सराहना सभी देखने व सुनने वाले कर रहे हैं.
नेपाल की बेटियों को मिले राजनीतिक हकः इस यात्रा को लेकर नेपाल प्रशासन भी उत्साहित है और उसकी मदद कर रहा है. शेख मुन्ना का कहना है कि जिन नेपाली बेटियों की शादी भारत में होती है, उन्हें भारत में सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है लेकिन चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं मिला है. इसी राजनीतिक अधिकार को देने की मांग वह प्रधानमंत्री से करेगा. अब देखने वाली बात यह होगी कि युवक की मुलाकात प्रधानमंत्री मोदी से हो पाती है या नहीं और वह अपने उद्देश्य में कहां तक सफल हो पाता है.
"भारत और नेपाल के बीच बेटी रोटी का संबंध है. इस रिश्ते को और ज्यादा प्रगाढ़ करने के उद्देश्य से ही नेपाल के बीरगंज से दिल्ली तक सफर शुरू किया है. मेरा लक्ष्य प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर नेपाली युवतियों की भारत में राजनीतिक हिस्सेदारी की मांग करना है. जिन नेपाली बेटियों की शादी भारत में होती है उन्हें राशन, आधार और वोट करने की इजाजत है. सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है, लेकिन चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं मिला है. इसी मुद्दे को लेकर वह प्रधानमंत्री से मिलेगा और भारत नेपाल के संबंधों को और बेहतर बनाने की गुजारिश करेगा" - शेख मुन्ना, नेपाली युवक
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