ETV Bharat / state

बेतिया: मोहर्रम में नहीं निकलेगा जुलूस, पूर्ण रूप से रहेगा प्रतिबंध

author img

By

Published : Aug 19, 2021, 8:37 PM IST

पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज के शिकारपुर थाना परिसर में मुहर्रम को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई. एसडीएम साहिला ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए मोहर्रम का मातम मनाया जाएगा.

Shikarpur Police Station
शिकारपुर थाना परिसर

बेतिया: पश्चिम चंपारण (West Champaran) जिला के नरकटियागंज के शिकारपुर थाना (Shikarpur Police Station) परिसर में मुहर्रम (Muharram) को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष सद्दाम हुसैन ने की.

यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर में मुहर्रम का जुलूस कवर कर रहे पत्रकारों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया

बैठक में एसडीएम साहिला ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए मोहर्रम का मातम मनाया जाएगा. कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी प्रकार के जुलूस पर प्रतिबंध लगाया गया है. गाइडलाइन के उल्लंघन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. बैठक में एसडीपीओ कुंदन कुमार ने लोगों से अपील की कि मोहर्रम के दौरान कोरोना गाइडलाइन का ध्यान रखा जाए.

बैठक में पुलिस निरीक्षक कृष्ण कुमार गुप्ता, सीओ राहुल, मुन्ना त्यागी, वकील मियां, इमरान आलम, नौशाद उर्फ मिस्टर सेराज अंसारी, राजू जेंटलमैन समेत दर्जनों लोग उपस्थित रहे. जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद फ्लैग मार्च निकालकर शांति बनाए रखने की अपील की गई.

बता दें कि इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक पैगंबर-ए-इस्‍लाम हजरत मुहम्‍मद के नाती हजरत इमाम हुसैन को मुहर्रम के महीने में कर्बला की जंग में परिवार और दोस्तों के साथ शहीद कर दिया गया था. 680 ईस्वी में कर्बला की जंग हुई थी. इसमें हजरत इमाम हुसैन और बादशाह यजीद की सेना के बीच लड़ाई हुई थी. मुहर्रम के महीने में दसवें दिन हजरत इमाम हुसैन ने अपनी जान कुर्बान कर दी थी. इसे आशूरा भी कहा जाता है. इसीलिए मुहर्रम के दसवें दिन को बहुत खास माना जाता है.

यह भी पढ़ें- तेजस्वी कभी नहीं बन पाएंगे मुख्यमंत्री: तेज प्रताप

बेतिया: पश्चिम चंपारण (West Champaran) जिला के नरकटियागंज के शिकारपुर थाना (Shikarpur Police Station) परिसर में मुहर्रम (Muharram) को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष सद्दाम हुसैन ने की.

यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर में मुहर्रम का जुलूस कवर कर रहे पत्रकारों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया

बैठक में एसडीएम साहिला ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए मोहर्रम का मातम मनाया जाएगा. कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी प्रकार के जुलूस पर प्रतिबंध लगाया गया है. गाइडलाइन के उल्लंघन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. बैठक में एसडीपीओ कुंदन कुमार ने लोगों से अपील की कि मोहर्रम के दौरान कोरोना गाइडलाइन का ध्यान रखा जाए.

बैठक में पुलिस निरीक्षक कृष्ण कुमार गुप्ता, सीओ राहुल, मुन्ना त्यागी, वकील मियां, इमरान आलम, नौशाद उर्फ मिस्टर सेराज अंसारी, राजू जेंटलमैन समेत दर्जनों लोग उपस्थित रहे. जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद फ्लैग मार्च निकालकर शांति बनाए रखने की अपील की गई.

बता दें कि इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक पैगंबर-ए-इस्‍लाम हजरत मुहम्‍मद के नाती हजरत इमाम हुसैन को मुहर्रम के महीने में कर्बला की जंग में परिवार और दोस्तों के साथ शहीद कर दिया गया था. 680 ईस्वी में कर्बला की जंग हुई थी. इसमें हजरत इमाम हुसैन और बादशाह यजीद की सेना के बीच लड़ाई हुई थी. मुहर्रम के महीने में दसवें दिन हजरत इमाम हुसैन ने अपनी जान कुर्बान कर दी थी. इसे आशूरा भी कहा जाता है. इसीलिए मुहर्रम के दसवें दिन को बहुत खास माना जाता है.

यह भी पढ़ें- तेजस्वी कभी नहीं बन पाएंगे मुख्यमंत्री: तेज प्रताप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.