बेतिया : आत्मनिर्भरता का सपना संजोए दूसरे प्रदेश से लौटे प्रवासी श्रमिक अपने हुनर से खुद को आत्मनिर्भर, गांव को नया नाम और पीएम के मूल मंत्र आत्मनिर्भरता को पंख लगा रहे हैं. गौनाहा प्रखंड के माधोपुर बैरिया के रहने वाले सूरज कुमार श्रीनगर में पेवर ब्लॉक बनाने का काम करते थे. लॉकडाउन की वजह से इनकी घर वापसी हो गई है. वहीं, लॉकडाउन में पीएम मोदी ने देश को आत्मनिर्भरता और स्वरोजगार के लिए नौजवानों को मूल मंत्र दिया था, तो श्रीनगर से आए इस युवक ने पीएम मोदी के मूल मंत्र में पंख लगा दिया है.
'लोगों को देंगे रोजगार'
श्रीनगर से अपने गांव लौटे सूरज घर पर ही पेवर ब्लॉक निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है. लॉकडाउन में जब सभी लोग घर में बंद थे. तब सूरज पेवर ब्लॉक बना रहा था. बेहतरीन डिजाइन से अलग-अलग रंग रूप में पेवर ब्लॉक का निर्माण कर रहें सूरज ने बताया कि श्रीनगर में 14 वर्षों से पेवर ब्लॉक बनाने का काम करता था. लेकिन इस लॉकडाउन के कारण घर लौटना पड़ा. सूरज ने बताया कि अगर जिला प्रशासन हमारी मदद करेगी, तो हम यहीं रहकर पेवर ब्लॉक का काम शुरू करेंगे और लोगों को रोजगार भी देंगे.
'सूरज एक हुनरमंद कारीगर है'
सूरज की निपुणता और दक्षता की जब चर्चा शुरू हुई, तो जिले के आला अधिकारी उसके दरवाजे तक पहुंच गए. उसके कार्य को देख गौनाहा बीडीओ और सीओ ने सूरज की सराहना की और उसको बधाई दी. गौनाहा बीडीओ हरिमोहन कुमार ने बताया कि सूरज एक हुनरमंद कारीगर है, जो बाहर से आए हुए हैं. निश्चित रूप से इनकी पूरी मदद की जाएगी, ताकि सूरज यहीं पर आकर काम कर सके.
पेवर ब्लॉक अधिकारियों को आ रह हैं पसंद
सैकड़ों की तादात में अलग-अलग रंग रूप में बने पेवर ब्लॉक अधिकारियों को बहुत पसंद आ रहा हैं. आनन-फानन में गौनाहा प्रखंड विकास अधिकारी और अंचलाधिकारी फेबर ब्लॉक का नमूना लेकर जिला मुख्यालय भेज दिया है और सूरज को हजारों की संख्या में पेवर ब्लॉक निर्माण करने के लिए निर्देश दिया है. साथ ही बीडीओ ने स्थल का मुआयना भी किया. जहां पर बड़ी संख्या में पेवर ब्लॉक का निर्माण किया जा सके. जहां पर सूरज बाहर से आए अन्य कारीगरों को पेवर ब्लॉक बनाने का प्रशिक्षण भी देगा. सूरज और कारीगरों द्वारा बनाए गए पेवर ब्लॉक सड़क चौड़ीकरण पट्टी बनाए जाने में उपयोग किया जाएगा.